5 सीक्रेट जो आप प्रो रैसलिंग में हार्डकोर स्पॉट के बारे में नहीं जानते थे

bb665-1505686279-800

प्रोफेशनल रैसलिंग के सभी मूव्स को कई लोग नकली बताते हैं लेकिन स्क्रिप्टेड रहने के कारण इसके सही एक्सेक्यूशन में काफी रिस्क होता है और हर चीज़ को गंभीरता से लेना होता है। रिंग के अंदर जो कुछ भी रैसलर्स करते हैं वह खतरनाक होता है और इसमें इंजरी होने का हमेशा खतरा होता है। ये खतरे और भी बढ़ जातें हैं जब हार्डकोर मैच होता है। लेकिन कुछ तरीके होते हैं जिससे सब कुछ सुरक्षित अंदाज़ में किया जाता है। आज हम नज़र डालेंगे उन 5 सीक्रेट पर जो आप प्रो रैसलिंग में हार्डकोर स्पॉट के बारे में नहीं जानते थे...

Ad

टेबल

डड्ली बॉयज़ अपने मैचों में टेबल का इस्तेमाल किया करते थे लेकिन जहां ये देखने में शानदार लगता है, इसमें उतना रिस्क नहीं होता। रैसलिंग मैच के लिए डाइनिंग टेबल का इस्तेमाल नहीं किया जाता, ये काफी कमज़ोर टेबल होता है। यह पतले प्लाईवुड से बना होता है और इसे ऐसा डिज़ाइन किया जाता है कि यह आसानी से टूट जाए। जब किसी को टेबल पर स्लैम दिया जाता है, इसके टूटने के लिए ज्यादा ताकत की जरूरत नहीं पड़ती।

लैडर और चेयर

e259e-1505686175-800

रैसलिंग के इतिहास में चेयर का काफी इस्तेमाल होता है और अब प्रमोशन ने इसे सिर पर वार करने से बैन कर दिया है। सुपरस्टार अब इसे शरीर पर इस्तेमाल करते हैं। ज़्यादातर रैसलर्स इम्पैक्ट कम करने के लिए अपने हाथ सामने लाते हैं या थोड़ा पीछे हट जाते हैं। इसी तरह लैडर को जब चेहरे पर वार किया जाता है तो रैसलर्स अपने हाथ सामने ला लेते हैं। लैडर और चेयर को लाइट मेटल से बनाया जाता है और यह अंदर से खोखले होते हैं, इसलिए यह जल्दी बेंड हो जाते हैं।

केंडो स्टिक

3f2c1-1505686078-800

अगर आप ECW के फैन हैं तो केंडो स्टिक का इस्तेमाल खूब देखा होगा। केंडो स्टिक से वार करने पर तेज़ आवाज़ आती है जिससे लगता है कि काफी चोट आई है। लेकिन यह अंदर से खोखले होते हैं जिससे दर्द नहीं होता। यह सॉलिड नहीं होते और इसमें इस्तेमाल की गई लकड़ी बेहद पतली होती है, इसलिए एक-दो हिट के बाद यह टूट जाती है।

रिंग साइड के पास बैर्रीकेड

9b2dd-1505685956-800

पहले मेटल रिंग का बैर्रीकेड में इस्तेमाल किया जाता था और उस समय कोई भी रैसलर इसमें स्लैम नहीं देता था। अब ब्लैक बैर्रीकेड का इस्तेमाल किया जाता है जो ज्यादा मजबूत नहीं होते। इसके अंदर होने वाले मेटल काफी पतला होता है। इससे जब भी सुपरस्टर गिरता है तो उसे ज्यादा चोट नहीं आती और इसके आसपास फोम की पैडिंग भी होती है।

बेसबॉल बैट और स्लेजहैमर

6244d-1505685865-800

स्टिंग बेसबॉल बैट का इस्तेमाल करते थे। चेयर शॉट की ही तरह बैट को जब पेट या चेहरे पर मारना होता है तो इसे हाथ से कवर कर लिया जाता है। बैट से स्टिंग कभी-कभी पीठ पर वार किया करते थे और ऐसा करते वक्त अगला रैसलर अपनी पीठ को अंदर की ओर खींच लेता था जिससे इम्पैक्ट काफी कम हो जाता था। लेकिन स्लेजहैमर से यह पॉसिबल नहीं था, इसलिए ट्रिपल एच कभी भी इसे पीठ पर नहीं मारते थे। वह हमेशा उसके हैमर को कवर कर चेहरे या पेट पर वार किया करते थे। लेखक: डैन्नी कॉक्स, अनुवादक: मनु मिश्रा

Edited by Staff Editor
Sportskeeda logo
Close menu
Cricket
Cricket
WWE
WWE
Free Fire
Free Fire
Kabaddi
Kabaddi
Other Sports
Other Sports
bell-icon Manage notifications