19 जुलाई को होनेवाले ड्राफ्ट में WWE को सही कदम उठाने होंगे और एक फ़ीके पड़े शो को वापस उसके स्तर पर पहुँचाना होगा। अगर WWE इस बार चूकी तो उसे करीब एक साल और इंतज़ार करना होगा, इस गलती को सुधारने के लिए। इसे नया और मनोरंजक बनाये रखने के लिए WWE को कुछ खास कदम उठाने की ज़रूरत है। फ़िलहाल WWE में ऐसी कई चीज़ें घट रही है, जो शो के मनोरंजन स्तर को गिरा रही हैं। इसके साथ साथ ऐसी भी कई चीज़ें हैं जो शो के स्तर को बढ़ा रही हैं। इन बातों को ध्यान में रखते हुए WWE को आनेवाले ड्राफ्ट का सही इस्तेमाल करना चाहिए। ये रहे 5 निर्णय जिसपर WWE को अमल करना चाहिए: #5 ओवन्स और जेन को अलग करना हालांकि अभी केविन ओवन्स और सेमी जेन का फिउड मजेदार हैं, लेकिन एक समय ऐसा आएगा जब ये फिउड WWE यूनिवर्स को उबाऊ लगने लगेगा। ज़रा सोचिए। हर हफ्ते आप ओवन्स और जेन को एक दूसरे से भिड़ते देखना पसंद करेंगे। दोनों ने लगातार मिलकर अबतक हमे कई शानदार मैचेस दिए हैं और इसके लिए उनका खड़े होकर तालियों से शुक्रिया अदा करना चाहिए। साल भर से दोनों ने मिलकर फिउड को मजेदार बनाया है। इसकी सबसे अच्छी बात है की WWE ने अबतक इस मैच का स्तर नहीं बढ़ाया। लेकिन जैसा कहा जाता है, हर अच्छी चीज़ का एक अंत होता है। अगर WWE इसका अंत नहीं करेगी तो दोहराए जानेवाले शो इसका अंत करवा देगी। इतना कहने के बाद जेन और ओवन्स को एक ही शो में होते हुए, बिना एक दूसरे से भिड़े देखना अजीब लगेगा। वहीँ दोनों को अलग कर के WWE ये सुनिश्चित कर देगी कि अभी भी दोनों के बीच फिउड जारी है। अलग-अलग ब्रैंड में दोनों सुपरस्टार्स बिना एक दूसरे को दखल दिए आगे बढ़ पाएंगे। इसके साथ ही कुछ सालों बाद वापस दोनों के फिउड करवाया जा सकता है। ज़रा सोचिए कुछ सालों बाद रैसलमेनिया के मुख्य इवेंट में जेन बनाम ओवन्स का मुकाबला कैसा रहेगा। लेकिन ऐसा होने के लिए पहले ब्रैंड के विभाजन की ज़रूरत है। #4 कुछ मिडकार्ड रैसलर्स को अपर मिडकार्ड श्रेणी में भेजना चाहिए इस समय WWE के पास अपर मिडकार्ड श्रेणी भरने लायक रैसलर्स नहीं है। उनके पास जो युवा रैसलर्स हैं वो खुद मिडकार्ड श्रेणी में फंसे हुए हैं और उन्हें अपर मिडकार्ड में नहीं भेजा जा रहा। सिजेरो, ओवन्स और जेन जैसे रैसलर्स मिडकार्ड में फंसे हुए हैं और उनमें अकेले दम पर खड़े रहने की काबिलियत है, लेकिन उनके पास अच्छे विरोधी नहीं है, (सच कहूं तो क्रिस जेरिको एक समय पर एक ही रैसलर को पुश कर सकते हैं) ब्रैंड्स के विभाजन के बाद WWE सभी टैलेंट्स को अलग अलग कर सकती है। अभी अगर सिजेरो कोई ख़िताब जीतेंगे, तो ज़ाहिर सी बात है ओवन्स या जेन उन्हें चुनौती देंगे। ऐसे में किसी एक टैलेंट को पिछड़ना पड़ता। उन्हें अलग कर के WWE ऐसा होने से रोक सकती है। #3 महिला रैसलर्स को टीवी पर आने का ज्यादा मौका दिया जाये मेरे हिसाब से WWE के लिए अगली सबसे बड़ी समस्या है, विमेंस रेवोल्युशन। इसके बारे में WWE को पहले से पता है, लेकिन कभी भी इस ओर कड़े कदम नहीं उठाये गए। 3 घंटे के शो में केवल महिलाओं को केवल 20 मिनट टीवी पर लाया जाता है और इसे वे रेवोल्युशन कहते हैं। इन फिउड्स का स्तर भी कम होता है। जैसे की WWE नताल्या और लिंच के फिउड को लोअर मिडकार्ड मैचों से भी कम अहमियत दे रही है। विमेंस डिवीज़न के टॉप स्टार के साथ ऐसा होते देख बहुत बुरा लगता है। WWE को समझना चाहिए कि वे केवल बैकस्टेज इंटरव्यू और तीन मिनट के सेगमेंट से एक फिउड तैयार नहीं कर सकते। फिउड को तैयार होने में समय लगता है और WWE उन्हें समय नहीं दे रही है। ब्रैंड्स के विभाजन के बाद WWE को इन्हें और ज्यादा समय देना चाहिए जिससे वें अपना खुद का एक अच्छा फिउड तैयार कर सकें। उम्मीद करते हैं कि WWE ऐसा करे। #2 डीमन को द क्लब से दूर रखिये ड्राफ्ट के समय फिन बैलोर का डेब्यू होगा। ये बात पक्की है। लेकिन उनके डेब्यू के साथ एक बड़ा सवाल जुड़ा है, उनका इस्तेमाल कैसे किया जाएगा? क्या फिन बेबीफेस बनेंगे या हील बनेंगे? क्या वे अपने बुलेट क्लब से जुड़ेंगे या फिर अपना कुछ अलग करेंगे? बैलोर इस समय कंपनी के टॉप बेबीफेस हैं। सब उन्हें जानते हैं और उनका इंतज़ार हो रहा है। WWE के लिए ये बड़ा निर्णय है। चाहे वे कैसे भी डेब्यू करें, WWE यूनिवर्स उनके लिए चीयर ज़रूर करेगी। इसलिए उनके डेब्यू का सबसे सही विकल्प है कि उन्हें फेस के रूप में डेब्यू करवाया जाए और उन्हें द क्लब से दूर रखा जाये। वैसे भी ऐजे और बैलोर रैस्लिंग के दो बड़े नाम है और दोनों को एक साथ एक ही स्टेबल में रखकर WWE उनके साथ अन्याय करेगी। इसका एक ही विकल्प है, WWE डिमोन को क्लब से दूर रखें जिससे वें अपनी पहचान बना सकें। वहीँ द क्लब अपना काम जारी रखे। या फिर अगर WWE एंडरसन और गैलोज़ को स्टाइल्स पर टर्न करवाने की सोच रहे हैं, तो वें ऐसा भी कर सकते हैं। ऐसे में दोनों रैसलर्स की जीत है। #1 एम्ब्रोज़/स्टेफनी और ओवन्स/शेन के बीच की दुश्मनी बनी रहनी चाहिए WWE की स्टोरीलाइन में हमेशा एक फेस का फिउड अथॉरिटी से होता है। ख़राब बॉस बनाम लोकप्रिय रैसलर का मुकाबला WWE की स्टोरीलाइन में हमेशा कामयाब रही है। एम्ब्रोज़-स्टेफनी की कहानी हमें ऑस्टिन-मैकमैहन के कहानी की याद दिलाती है। इन दोनों की केमिस्ट्री ऑस्टिन-मैकमैहन और ट्रिपल एच-डेनियल ब्रायन के केमिस्ट्री की तरह है। WWE ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है, बस इन दोनों को एक ही ब्रैंड में रखना होगा। इसके अलावा ओवन्स-शेन की केमिस्ट्री भी अच्छी है। यहाँ पर लेकिन हील बनाम बेबीफेस अथॉरिटी है। अगर WWE की ये चाल सही साबित हुई तो ये दोनों किसी भी ब्रैंड में क्यों न जाएँ, वो शो द केविन ओवन्स शो बन जाएगा। इसके अलावा WWE के पास डबल टर्न के भी विकल्प खुले हैं। WWE को इन दोनों फियड में मौजूद दुश्मनी पर भी नज़र डालनी चाहिए। इससे शायद दोनों ब्रैंड्स में फर्क भी बताया जा सकता है। क्या WWE आनेवाले ड्राफ्ट में ये सब करेगी? लेखक: किरूपाकरण, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी