5 बातें जो रोमन रेंस से नफरत करने वाले लोगों को उनके बारे में जरूर जाननी चाहिए

रोडी पाइपर, बॉब बैकलन या जॉन सीना ये सभी रैसलर्स जितने पसंद किए जाते हैं, उतने ही नापसंद भी। अगर आपको याद हो तो एक समय तक बैकलन फैंस से बू पाते थे लेकिन फिर उनका एकाएक हुआ रिटायरमेंट उन्हें फैन फ़ेवरेट बना गया। वहीं दूसरी तरफ जहां फैंस जॉन सीना को पसंद करते हैं तो वहीं उनकी एंट्री पर जॉन सीना सक्स के चैंट्स भी लगाते हैं। अब बात करते हैं रोमन रेंस की, जिन्हें हार्डकोर रैसलिंग फैंस इस समय कम पसंद करते हैं। जब ये शील्ड के मेंबर के तौर पर बड़े से बड़े रैसलर को पटखनी देते थे तो फैंस इन्हें चीयर करते थे। आइए जानते है रोमन के बारे में 5 महत्वपूर्ण बातें, जिन्हें लोगों को जानना जरूरी हैं।

रोमन रेंस एक जबरदस्त रैसलर हैं

रेंस में भले ही स्टाइल्स और नाकामुरा वाली मूव्स ना हों लेकिन उनके मूव्स भी विरोधी को चित कर देते हैं। वो किसी भी साइज के रैसलर के साथ मैच लड़कर उसे बेहतर बना सकते हैं। वो शायद ही कभी गलती करते होंगे और खुद टेक्निकल एक्सपर्ट रैसलर फिन बैलर भी रोमन की रिंग में काम करने की तरीके की तारीफ कर चुके हैं।

रोमन रेंस कैसे बुक किए जाते हैं उसमें उनकी गलती नहीं

फैंस शायद इस बात से नाराज़ हैं कि उन्हें एक ऐसे रैसलर के तौर पर दिखाया जाता है जो कठिन से कठिन परिस्थिति को भी संभाल सकता है। उनके लुक और काम को होगन, सीना की तरह समझा जाता है, पर वो सिर्फ एंटरटेन कर रहे हैं और वो उनका काम है।

रोमन रेंस ने कड़ी मेहनत की हैं

फ्लोरिडा चैंपियनशिप रैसलिंग के दिनों से ही वो अपने ऊपर काम कर रहे हैं जिसने उन्हें शील्ड से लेकर अब कम्पनी का चेहरा बनने योग्य बनाया है। उनके रोड तथा जिम में दिए गए अधिक समय ने उन्हें इस पुश के योग्य बनाया है।

रोमन रेंस रैसलिंग खानदान से आते हैं

अनाओई परिवार से आने के कारण उन्होंने सदा रैसलिंग को अपने इर्द गिर्द ही पाया और उनका इस फील्ड का ज्ञान बहुत ज़्यादा है। अब जब आपके परिवार से पीटर मालवीया और द रॉक सरीखे रैसलर्स हो तो कहना ही क्या।

रोमन रेंस उच्चतम स्तर के लायक हैं

उन्होंने वो मेहनत की है कि वो उस स्थान पर रहें, 'द गॉय' बन सकें और वो भी आनेवाले काफी लंबे समय तक। उनके लिए वो बात याद आती है जो रिक फ्लेयर कहते थे। उस बात को गांठ बांध लीजिए,'आपको पसंद हो, या नहीं पसंद हो, पर उसे पसंद करने की आदत डाल लीजिए।' लेखक: क्रिस्टोफर स्कॉट वेगनर, अनुवादक: अमित शुक्ला