प्रोमो की आदत
इस समय सीना के प्रोमोज बहुत ही स्टेरिओटिपिकल होने लगे हैं। ऐसा लगता है कि अब उनके पास दो विकल्प हैं - चीज़ी और अत्यधिक गंभीर, और हम दोनों ही तरीकों की स्टोरीलाइन लिख सकते हैं क्योंकि दोनों में ही इस समय को देखते हुए कोई भी होने वाली चीजों का अनुमान आसानी से लगा सकता है। प्रोमो किसी भी विवाद को पैदा कर सकते हैं और ख़त्म भी कर सकते हैं लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि इन्हे कैसे बनाया और दिखाया जा रहा है। शायद ऐसा सिर्फ हम ही सोच रहे हों लेकिन एक मिनट रूककर जरा देखिये कि एक मिक्स्ड टैग टीम मुकाबला करने के लिए उन्होंने मिज़ के साथ कैसा व्यवहार किया था ?
लेखक - हैरी केटल, अनुवादक - दीप श्रीवास्तव
Edited by Staff Editor