हाल ही में ब्रैंड्स के विभाजन के साथ WWE ने बहुत बड़ा कदम उठाया। स्मैकडाउन को वापस लाकर उसे रॉ की तरह लाइव प्रसारित करने से WWE और ज्यादा रोचक हो जाएगा। वैसे ब्रैंड्स के विभाजन से केवल कुछ ही समस्याएँ हल होंगी, सभी नहीं। ऐसी और भी कई बातें हैं, जिन्हें अपना कर WWE को फायदा होगा। इस लिस्ट की कई छोटी ज़रूर हैं, लेकिन इन छोटी बातों का काफी गहरा असर है। ये रही WWE की कुछ बातें जिनसे दर्शकों को नफरत है: #1 रैंडम बुकिंग रैंडम बुकिंग से सभी का मूड ऑफ़ हो जाता है। आप जहाँ पर किसी स्टोरीलाइन का इंतज़ार कर रहे होंगे तभी WWE कोई फालतू मैच जोड़ देगी। इसे और ख़राब बनाने के लिए वे इसमें जॉबर्स को रैस्लिंग करने लगवा देंगे। हम समझ सकते हैं कि उन्हें टीवी स्लॉट को भरना है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं की हमे कोई भी मैच दिखाएँ। इसके बदले वें छोटी-छोटी स्टोरीलाइन बनाकर दर्शकों का मनोरंजन कर सकते हैं। #2 दो घंटे का रॉ बनाना रैंडम बुकिंग का मुख्य कारण ज्यादा समय तक शो चलना। तीन घंटे तक शो चलना कुछ ज्यादा ही है और अलग-अलग ब्रांड्स के कारण ये शो 5 घंटे का हो जायेगा। रैस्लिंग दर्शकों को खुश करना कोई आसान काम नहीं है और ऊपर से सोशल मीडिया के कारण अगर आप दर्शकों को बोर करते हो तो नुकसान आपका ही है। वहीँ रॉ को दो घंटे का कर के WWE इसे रोचक बना देगी जिसे दर्शक मिस नहीं करना चाहेंगे। इसके साथ-साथ ये रॉ और स्मैकडाउन साथ साथ चलेगी। #3 टोटल डीवाज़ टोटल डीवाज़ के बारे में कई चीज़ें ख़राब है। वैसे कईयों को डीवाज़ की निजी ज़िन्दगी में टांक झांक करने में अच्छा लगता होगा, लेकिन ज्यादातर दर्शकों को ये पसंद नहीं। ऊपर से इसे हर हफ्ते मंडे नाईट रॉ में दिखाना सबसे ख़राब बात है। इसके ऊपर अगर WWE स्टोरीलाइन की जगह टोटल डीवाज़ रख दे, तो दर्शक अपना आपा खो बैठेंगे। अब जहाँ WWE ने डीवाज़ शब्द निकाल दिया है तो उम्मीद हैं की वें टोटल डिवास को भी निकाल देंगे। इससे महिलाओं को भी बराबर का सम्मान मिलेगा। #4 शो के दौरान कमेंटर्ट्स को हिदायतें WWE की कॉमेंट्री टीम की हमेशा आलोचना होती है। उनपर मैच को छोड़कर दूसरी बातें करने का आरोप लगता है। खासकर माइकल कॉल, जो मैच के दौरान स्पोंसेर्स का नाम लेने लग जाते हैं। लेकिन सच्चाई ये है की उनके पास कोई और विकल्प नहीं बचता। उनके कानों में इयर पीस लगे होते हैं, जिसके द्वारा विंस मैकमेहन और केविन डन उन्हें उनकी इच्छा का कुछ करने से रोकते हैं। इसका फर्क नेटवर्क स्पेशल में देखा जा सकता है, जहाँ पर कॉमेंटटर्स के पास उनकी आजादी होती है। ऐसा ही लाइव शो में भी करना चाहिए ताकि मनोरंजन में खलल न पड़े। #5 स्क्रिप्टेड प्रोमो कॉमेंट्री की तरह ही रैसलर्स का प्रोमो भी नेचुरल होना चाहिए। अपने सबसे अच्छे समय में WWE के रैसलर्स अपना प्रोमो खुद करते हैं। लेकिन आज कल क्या कहना है और कब कहना है, वो सब लिखा हुआ आता है और अगर कोई इसपर अमल न करें तो भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस चलन को अब खत्म करना होगा। स्क्रिप्टेड प्रोमो हटा दिए जाएँ तो रैसलर्स अपनी प्रतिभा के अनुसार वें प्रोमो कर सकते हैं। इससे दर्शकों को भी उनके रैसलर्स को पहचानने का मौका मिलेगा। लेखक: रंजीत रविन्द्रन, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी