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2015 में चोटिल होने के बाद जब फिन ने अपनी यूनिवर्सल टाइटल छोड़ी थी, तब उन्हें नहीं मालूम था कि उसके लिए एक और मैच पाने में उन्हें काफी वक्त लग जाएगा। उन्होंने वापसी करने के बाद केन के हाथों मात खाई, और ना सिर्फ रॉयल रंबल मैच हारा, बल्कि अगले दिन रॉ पर एलीमिनेशन चैम्बर के लिए निर्णायक मैच भी सीना के हाथों हार बैठे। इस साल की शुरुआत में जब इन्होंने बैलर क्लब की स्थापना की, तो ये लगा कि उन्हें अब सही मैचेज़ मिलेंगे पर यहां तो मामला ही उल्टा पड़ गया है। अब सवाल ये है कि रैसलमेनिया 34 पर फिन भला क्या करेंगे? लेखक: ब्रायन थॉर्नसबर्ग अनुवादक: अमित शुक्ला
Edited by Staff Editor