इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप जीतना कोई मामूली बात नहीं होती है और यह बेल्ट काफी सम्मान डिज़र्व करता है। दुर्भाग्यवश, इस बेल्ट की विश्वसनीयता पिछले कुछ सालों में काफी गिरी है, जिसका मुख्य कारण है WWE का लगातार बदलाव करना। पिछले 7 सालों में बेल्ट को अलग-अलग रैसलर्स ने जीता है और काफी कम ऐसे चैंपियंस रहे हैं जो इस बेल्ट को जीतना डिज़र्व करते थे। WWE की क्रिएटिव बुकिंग के चलते कई दफा इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियन में बदलाव हुए हैं। मिज़ और कोडी रोड्स जैसे कुछ डिज़र्विंग चैंपियन भी रहे हैं, लेकिन बाकी कुछ चैंपियंस इस बेल्ट की विश्वसनीयता को बरकरार नहीं रख पाए। आइये नज़र डालते है 2010 के बाद से इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप में हुए 5 सबसे बेकार बदलाव पर-
एजेकिएल जैक्सन - कैपिटल पनिशमेंट, 2011
एजेकिएल जैक्सन का WWE करियर कभी भी गति नहीं पकड़ पाया था, लेकिन इसके बावजूद 2011 के कैपिटल पनिशमेंट में उन्होंने अपने मेंटर वेड बैरेट को हराकर इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप जीता था। नेक्सस गुट के टूटने के बाद WWE ने सिंगल रैसलर के रूप में उन्हें पुश करने में हड़बड़ी कर दी और जैक्सन इस टाइटल को जीतना डिज़र्व नहीं करते थे। कोडी रोड्स ने जल्द ही उन्हें हराकर टाइटल अपने नाम किया।
द मिज़ - रैसलमेनिया, 29
रैसलमेनिया 29 पे-पर-व्यू कुछ ख़ासा अच्छा नहीं था, और इस इवेंट में इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप का ट्रीटमेंट इस बात का सबसे सही उदाहरण है। इस टाइटल को वेड बैरेट को डिफेंड करना था और उनके विरोधी क्रिस जैरिको बताए जा रहे थे। लेकिन बेबीफेस मिज़ ने इस मुकाबले में बैरेट को हराया और यह काफी बोरिंग मैच था। बैरेट ने रैसलमेनिया के तुरंत बाद रॉ में फिर से बेल्ट को वापस जीत लिया , जिससे कि यह स्टोरीलाइन और भी खराब नज़र आती है।
डीन एम्ब्रोज़ - स्मैकडाउन, 2017
2016 में द मिज़ इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियन के रूप में बिज़नेस के लिए बेस्ट थे और 2017 में भी वे चैंपियन बने रहना डिज़र्व करते थे। लेकिन स्मैकडाउन लाइव के पहले ही एपिसोड में डीन एम्ब्रोज़ ने एम्ब्रोज़ ने टाइटल जीता। बेल्ट रखकर एम्ब्रोज़ ने एक भी पॉजिटिव चीज़ नहीं की और मिज़ ने छह महीने बाद बेल्ट फिर जीत लिया। इस बेल्ट को एम्ब्रोज़ को देने का निर्णय काफी बेकार साबित हुआ।
कोफ़ी किंग्स्टन - मेन इवेंट, 2012
कोफ़ी किंग्स्टन एक अपर मिडकार्ड रैसलर हैं, लेकिन वे इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियन के रूप में अपनी प्रतिभा नहीं दिखा पाए थे। 2010 में कोफ़ी ने मिज़ को हराया था और अपनी चौथी इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप जीती थी। यह मुकाबला मेन इवेंट में हुआ था और काफी बोरिंग मुकाबला था। WWE ने ऐसा मेन इवेंट की रेटिंग्सको बढ़ाने के लिए किया था, जिसमें वे बुरी तरह असफल रहे। कोफ़ी किंग्स्टन फ़िलहाल न्यू डे में अपनी पर्सनालिटी और प्रतिभा को बेहतर ढंग से दिखा रहे हैं।
वेड बैरेट
वेडे बैरेट ने जब भी इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप जीता, उनके लिए वह अभिशाप ही साबित हुआ। 2014 में बैरेट ने डॉल्फ ज़िगलर को हराकर मैच जीता था। यह एक तीन में से दो फॉल मैच था, जिसे कॉर्पोरेट केन ने सेट किया था। बैरेटी की इस जीत ने ज़िगलर के चैंपियन होने का मज़ाक बना दिया था। ज़िगलर ने चार महीनों में तीसरी बार चैंपियनशिप हारी थी, जिससे की इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप की विश्वसनीयता को नुक्सान पहुंचा था। लेखक : हैरी कैटल, अनुवादक : मनु मिश्रा