WWE की असलियत को लेकर हमेशा सवाल उठाए जाते हैं। लेकिन अगर आप बात मिक फॉली के शैल के ऊपर से कूदकर अपना दांत तुड़वाने की बात हो या फिर टूटे गर्दन के बावजूद कर्ट एंगल का ओलंपिक मैडल जीतना हो। उन्होंने साबित किया है कि रैसलिंग जगत में भी सचाई होती है। इस आर्टिकल में हमने कुछ रैसलर्स क् जिक्र किया है जिन्होंने रिंग के अंदर ही नहीं बल्कि रिंग के बाहर भी ताकत का प्रदर्शन किया है। इसमें केवल शारीरिक ताकत का जिक्र नहीं बल्कि उन स्टार्स का भी जिक्र है जिन्होंने चोट से वापसी की या फिर अपने डर से लड़कर उसपर जीत हासिल की। ये रहे 5 रैसलर्स जिन्होंने रिंग के बाहर भी अपनी ताकत दिखाई है:
हार्ले रेस
कई लोग रेस को NWA चैंपियन और फिर WWE के किंग के रूप में याद करते हैं। लेकिन उनकी ताकत और शक्ति के बारे में कईयों को पता नहीं है। उनसे खुद आंद्रे द जाइंट डरा करते थे। रिक फ्लेयर के खिलाफ साठ मिनटों का मैच लड़ने के लिए वो घंटों तक शराब पीते और सिगरेट फूंकते रहे। 1961 में शादी के पांच हफ्ते बाद रेस और उनकी पत्नी एक कार दुर्घटना के शिकार हुए जिसमें उनकी पत्नी की मौत हो गयी। उस दुर्घटना में रेस के हाथ और पैर में गहरी चोट लगी थी और डॉक्टरों का मानना था कि वो दोबारा रिंग में नहीं उतर पाएंगे। लेकिन उन्होंने सभी को गलत साबित करते हुए कुछ सालों में उन्होंने वापसी की और तीस सालों तक काम किया।
रिक रुड
रिक रुड को सभी उनके दिलकश अंदाज के लिए जानते थे लेकिन उसके साथ वो अपनी ताकत के लिए भी लिकप्रिय थे। उस समय उन्हें रिंग का सबसे ताकतवर रैसलर माना जाता था। उनकी ग्रिप मजबूत थी और उसे तोड़ना मुश्किल था। इसलिए हल्क हॉगन कभी उनसे लड़ते नहीं थे। एक थप्पड़ से वो विरोधी को नीचे गिरा देते थे। 1988 में जब रैंडी सैवेज चैंपियन थे तब NWA टेरिटरी के एक बार मे उन्होंने डायनामाइट किड और रुड को उनपर नज़र रखने के लिए कहा। दोनों को अपने साथ रखकर माचो मैन की परेशानी कम हो गयी। 1983 में वर्ल्ड आर्म्स रैसलिंग में रुड ने टॉप 10 में जगह बनाई। जेक रॉबर्ट्स, अल्टीमेट वारियर और रिकी स्टीम बोट के साथ उनका फ्यूड यादगार हैं।
बिग वैन वेडर
जिस किसी ने 1990 के समय WCW देखा होगा उसे इस किरदार के बारे में मालूम होगा। लेकिन उसके पहले वेडर जापान में अपना नाम बना चुके थे। 1990 के समय न्यू जापान प्रो रैसलिंग में वेडर कई भिड़ंत WWE हॉल ऑफ फेमर 'द लारियात' से IWGP हैवीवेट चैंपियन से हुई। मैच के शुरू में हँसेन ने गलती से वेडर की नाक तोड़ दी। उसी मैच में हँसेन ने वेडर की आंखें भी चोटिल कर दी। आज 62 साल की उम्र में भी रैसलिंग कर रहे हैं।
अकीरा होकूटो
अगर आप इस महिला के बारे में नहीं जानते तो बात दूं कि ये आज भी अपने ताकत का प्रदर्शन करती हैं। तीस साल पहले ऑल जापान रैसलिंग में लड़ते हुए होकूटो एक फाइट का हिस्सा थी जिसे देखकर कोई भी पुरूष या महिला पीछे हट जाए। सेकंड रोप से टॉम्बस्टोन पाइल ड्राइवर लेने के बाद होकूटो ने अपनी गर्दन तोड़ ली। हैरानी की बात है कि ये घटना पहले फॉल पर हुई जबकि होकूटो दूसरे फॉल तक लड़ती रही। कुछ सालों बाद उनके घुटने में गहरी चोट लगी। घुटनों पर पट्टी बांधकर उन्होंने रैसलिंग जारी रखी। रैसलिंग छोड़ने के बाद 2002 में उन्हें ब्रेस्ट कैंसर हुआ और आज वो उससे लड़ रही हैं।
हाकु
मौजूदा बुलट क्लब के सदस्य तामा टोंगा और टंगा लो के पिता हाकु को सभी तक ताकतवर रैसलर के रूप में जानते होंगे। रिंग में वो अपने विरोधियों का बुरा हाल कर देते थे। लेकिन उनके निजी जिंदगी के बारे ऐसी ही कहानियां सुनने मिलती थी। हालांकि वो रिंग के अंदर एक कामयाब रैसलर थे, साथ ही साथ उन्होंने रिंग के बाहर भी कामयाबी हासिल की थी। जैसे तीस साल पहले बैकस्टेज किसी दूसरे रैसलर के साथ झगड़ा होने के बाद हाकु ने लगभग उसकी आंखें निकाल दी थी। ऐसा उन्होंने इसलिए किया क्योंकि उनका अपमान किया जा रहा था। लेखक: मार्क मैडिसन, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी