मार्क हैनरी : डिस्लेक्सिया
मार्क हैनरी ने अपने जीवन में बहुत सफलताएं देखी हैं। अपने एक दशक से भी अधिक के रैसलिंग करियर में भी और वर्ल्डस स्ट्रॉन्गेस्ट मैन व वेटलिफ्टर के रूप में भी। लेकिन इस सफलता से पहले इस शक्तिशाली इंसान ने भी अपनी लाइफ में बेहद मुश्किल पलों को झेला था।
जब मार्क 12 साल के थे, उनके पिता का देहांत हो गया और फिर कलाई पर आयी गहरी चोट के कारण उनका फुटबॉल करियर भी खत्म हो गया। इन मानसिक आघातों के बाद वे डिस्लेक्सिया के शिकार हो गए। ये एक ऐसी मानसिक बीमारी जो पढ़ने, सीखने और किसी चीज को याद करने का काम बेहद मुश्किल बना देती है।
इन सब से बाहर आने के लिए हैनरी ने अपना ध्यान अपने शरीर को बनाने की ओर लगा दिया और इसने आज उन्हें पीछे मुड़कर देखने पर एक प्रोफेशनल रैसलर और स्ट्रॉन्गमैन दोनों के रूप में गर्व करने का मौका दिया।
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