ब्रॉक लैसनर का लगातार WWE यूनिवर्सल चैंपियन बने रहना अपने आप में एक कमाल की बात है। वो रिंग में कम ही आते हैं, और जब भी आते हैं तो महज 10 मिनट में अपने प्रतिद्वंदी को हराकर फिर से गायब हो जाते हैं। मनी इन द बैंक तक उन्होंने सीएम पंक के 434 दिनों वाले रिकॉर्ड को तोड़ दिया होगा और उस समय चूंकि रोमन रेंस टाइटल पिक्चर से बाहर हो चुके हैं तो ये मुमकिन है कि लैसनर के लिए एक नए प्रतिद्वंदी को लेकर कम्पनी कश्मकश में होगी। ऐसे में रॉलिंस एक ऐसे रैसलर हैं जो इस चुनौती के लिए आगे आ सकते हैं, और ये हैं उस बात को प्रमाणित करने वाले 6 कारण:
#1 फैंस के बीच हैं पॉपुलर
जब रेंस की रैसलमेनिया और ग्रेटेस्ट रॉयल रंबल पर विवादस्पद हार के बावजूद उन्हें फैंस से प्यार और आदर नहीं मिला तो WWE ने अपनी गलती को समझा और अब उन्हें एक मिडकार्ड फिउड में जिंदर के साथ शामिल किया है। अब बड़ा प्रश्न ये है कि आखिरकार ऐसा कौन सा रैसलर है जिसे कंपनी लैसनर से लड़ने के योग्य बताएगी? इस बात का एक ही जवाब है और वो है: सैथ रॉलिंस। उनकी बर्न इट डाउन वाली थीम फैंस से काफी अच्छा रेस्पॉन्स पा रही है, और अगर उनके हालिया मैचेज देखें तो वो अपने प्रतिद्वंदी से ज़्यादा बेहतर ही नज़र आते हैं।
#2 उनके साथ मोमेंटम है
रॉलिंस के साल की शुरुआत एक फेस की तरह हुई थी जिसने उन्हें पिछले 6 महीने से कम समय में केविन ओवंस और मिज़ के साथ ज़बरदस्त मैचेज करने का मौका दिया। उन्होंने पिछली बार वर्ल्ड टाइटल अपने नाम किया था और इस बार भी ऐसी ही उम्मीद है। इस समय उनका ओपन चैलेंज काफी अच्छा काम कर रहा है। WWE ने अमूमन अपने अच्छे रैसलर्स को आखिरकार लैसनर से हरवाकर उनका मोमेंटम खराब किया है। उम्मीद है इस बार ऐसा नहीं होगा।
#3 एक अंडरडॉग स्टोरी
एक अंडरडॉग स्टोरी हमेशा ही कामयाब रही है फिर चाहे वो डेनियल ब्रायन की कहानी हो या कोई और। लैसनर ने स्ट्रोमैन और समोआ जो सरीखे रैसलर्स को धराशाई किया है। लैसनर से पिटाई के बावजूद रॉलिंस अगर एक कर्ब-स्टॉम्प से टाइटल जीत जाएं तो अच्छा रहेगा, और फैंस उन्हें काफी अच्छा रेस्पॉन्स देंगे, क्योंकि एक अंडरडॉग स्टोरी हमेशा कामयाब रही है।
#4 बेल्ट को मिलेगा सम्मान
पहले फिन बैलर ने टाइटल छोड़ा, फिर केविन ओवन्स ने इसे अपने पास रखा। उसके बाद गोल्डबर्ग और अब ब्रॉक लैसनर। इन सबके बीच हमने इस टाइटल को उस स्तर पर नहीं देखा जिसकी ये हकदार थी, और लोगों का स्नेह तथा सम्मान इस टाइटल से जाता रहा। अब चूंकि रॉलिंस एक इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियन हैं, तो क्यों ना उन्हें एक मौका और मिले और वो IC टाइटल की तरह यूनिवर्सल टाइटल को भी उसके शिखर पर पहुंचा दें।
#5 कुछ नया देखने मिलेगा
अगर आप ध्यान देंगे तो रॉ का मेन इवेंट काफी शिथिल सा हो चला है और भले ही लोग चाहें कि फिन बैलर फिर से चैंपियन बनें, ऐसा होता जल्दी दिखाई नहीं देता। इसका कारण है ब्रॉक लैसनर द्वारा स्ट्रोमैन सरीखे रैसलर्स को 10 मिनट में हरा देना। स्ट्रोमैन की शारीरिक बनावट भी लैसनर के जैसी है और इसलिए अगर वो चैंपियन बनते हैं तो आलम शायद वैसे ही रहे। इसलिए अगर रॉलिंस फिर से चैंपियन बनते हैं तो वो नई कहानियों के रास्ते खोल देंगे।
#6 लैसनर से नहीं हारे हैं रॉलिंस
रैसलमेनिया 31 पर मनी इन द बैंक कॉन्ट्रैक्ट को कैश इन करके रॉलिंस ने यूनिवर्सल टाइटल जीता था। आपको याद होगा कि लैसनर ने सबकुछ किया है जिसकी आप उम्मीद करते हैं, चाहे वो अंडरटेकर की रैसलमेनिया स्ट्रीक को तोड़ना हो या रोमन रेंस, समोआ जो और ब्रॉन स्ट्रोमैन सरीखे रैसलर्स को हराना और पीटना हो। इस सब के बावजूद वो रॉलिंस को अबतक नहीं हरा सके हैं, और बैटलग्राउंड 2015 पर जब ऐसा लग रहा था तो अंडरटेकर ने उस मैच को डिसक्वॉलिफिकेशन से खत्म करवा दिया था। अगर कम्पनी चाहे तो इस एंगल को दोबारा ला सकती है। लेखक: लिएम हूफ अनुवादक: अमित शुक्ला