रैंडी ऑर्टन को महान बनना ही था और जॉन ब्रैडशॉ लेफील्ड जो उन्हें ऑर्टन को हमेशा तुच्छ बताया करते थे, वो गलत थे। अगर आप ग्राउंड अप से स्पोर्ट्स एंटरटेनर बनाते हैं तो आपको वाईपर जैसे रैसलर मिलेंगे, जो अपने किरदार को बखूबी निभाते हैं। जिसकी सराहना सभी करते हैं। ऑर्टन का करियर किसी भी दिशा में आगे बढे, उन्हें हॉल ऑफ़ फेम में जगह मिलना पक्का है। लेकिन ऑर्टन हमेशा से ऐसे नहीं थे, शुरू में वे केवल एक आम रैसलर हुआ करते थे जो ओवरड्राइव वाली फिनिशिंग मूव इस्तेमाल करते। ट्रिपल एच से मिलकर उनके साथ काम करने में बाद उनमें ये बदलाव आया। ऑर्टन ऐसे रैसलर हैं जिनमें बड़े होने की क्षमता थी, लेकिन वे दिशाहीन थे। एवोलुशन से जुड़ने के बाद ही उन्हें दिशा मिली। एवोलुशन से जुड़ने के बाद उनकी बढ़ोतरी शुरू हुई। इसका श्रेय एवोलुशन के नंबर 1 गाए, ट्रिपल एच को जाता है।