कई लोगों की ज़िंदगी रैसलर्स की ज़िंदगी की तरह नहीं होती। वे रैसलर्स की तरह मजबूत, ताकतवर और लोकप्रिय नहीं हो सकते। इसलिए कई लोग कुछ रैसलर्स की तरह ज़िन्दगी बिताने की कोशिश करने लगते हैं, खासकर तब जब दोनों एक ही शहर के हों। दोनों के बीच ये चीज़ सामान्य होती है और इसके उन्हें गर्व होता है। आप ऐसा सोच रहे होंगे की जब कोई रैसलर अपने होमटाउन में आता है, तो वहां के दर्शकों को खुश करने के लिए उनकी वैसी बुकिंग की जाती होगी। (रैसलिंग का यही उद्देश्य होता है) लेकिन न जाने किस कारण से हर बार मेन इवेंट में मौजूद रैसलर को उनके होमटाउन में हार मिलती है। सबसे खराब बात ये है कि होमटाउन में हार की वजह विरोधी रैसलर का अच्छा होना नहीं होता। WWE की दुनिया में कौन जीतेगा, कौन हारेगा इसका फैसला बहुत पहले कर दिया जाता है। लेकिन इसमें अर्थ कहाँ हैं? आप ऐसी बुकिंग करते ही क्यों हो जिसमें दर्शक पैसे देकर अपने होमटाउन रैसलर को हारते हुए देखने आएं। आज कल के दर्शक समझदार हैं और वे जानते हैं अधिकतर निर्णय बैकस्टेज लिये जाते हैं। इसलिए बैकस्टेज जो फैसला लेता है उसे लगता होगा की रैसलर को उसके होमटाउन में हारने के बाद दर्शकों की सहानभूति मिलती होगी। चाहे लोग जितनी बार भी कहें कि WWE में हार और जीत मायने नहीं रखती, लेकिन असलियत में वो मायने रखती है। दर्शक विजेता से जुड़े रहना चाहते हैं और वे अपने शहर के रैसलर को सामने हारते हुए नहीं देखना पसंद करेंगे।