कभी कभी हारना भी चाहिए
सच कहूं तो किसी भी रैसलर की लोकप्रियता पर उसकी हार और जीत का कोई फर्क नहीं पड़ता। अच्छे रैसलर के लिए अचछे मैचेस मायने रखते हैं। मैचेस में हार जीत लगी रहती है। एक बार आप कंपनी के फेस बन जाते हैं तो इससे आपको शायद ही कोई फर्क पड़ेगा।
रैसलमेनिया 13 में स्टीव ऑस्टिन के सबमिट करने के विरोध से उन्हें फायदा हुआ। ब्रॉक लैसनर से सभी नफरत किया करते थे लेकिन फिर 2002 के सर्वाइवर सीरीज में उन्होंने पॉल हेमन को डबल क्रॉस किया। रैसलमेनिया 30 पर यादगार मैच में लड़ने के पहले डेनियल ब्रायन ने लगातार दो दिन रैसलिंग की थी।
रोमन रेन्स को भी इसी तरह गिरकर खड़ा होना होगा। इससे उनके स्टोरीलाइन और किरदार में बढ़ोतरी होगी और फिर जाकर वो दिग्गजों की श्रेणी में शामिल होंगे।
Edited by Staff Editor