7 चीजें जो WrestleMania 34 के बाद होनी चाहिए

WWE यूनिवर्स रैसलमेनिया 34 का बेसब्री से इंतज़ार कर रही है। यहां पर साल के सबसे बड़े मैच देखने मिलेंगे तो वहीं इसके बाद नई कहानियों की शुरुआत होगी। रैसलमेनिया 34 के बाद होने वाले सुपरस्टार शेकअप को लेकर WWE यूनिवर्स काफी उत्साहित नज़र आ रही है।

रैसलमेनिया 34 के बाद WWE में होने वाले बदलाव को लेकर WWE यूनिवर्स में काफी जोश है और उसके बाद WWE में क्या होगा ये जानने के लिए सभी उत्सुक हैं। ये रही ऐसी 7 चीजें जो रैसलमेनिया 34 के बाद WWE में देखने मिल सकती है।

#1 एजे स्टाइल्स रॉ में आ सकते हैं

WWE में डेब्यू के बाद से एजे स्टाइल्स लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे हैं। रॉ WWE का फ्लैगशिप शो है और इसलिए वहां पर कंपनी के सबसे अच्छे स्टार को होना चाहिए। इसलिए एजे स्टाइल्स को मंडे नाइट रॉ में वापस लौट आना चाहिए। एजे स्टाइल्स, स्मैकडाउन लाइव के सभी फिउड्स का हिस्सा बन चुके हैं और अब उनके पास करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है। नए शो में जाने से उनके लिए कई स्टोरीलाइन के विकल्प खुल जाएंगे। रैसलमेनिया 34 के बाद अगर एजे स्टाइल्स मंडे नाइट रॉ किकऑफ करेंगे तो सभी को हैरानी होगी।

#2 ख़िताबी दौड़ में ब्रॉन स्ट्रोमैन शामिल हों

WWE ने रैसलमेनिया 34 से ब्रॉन स्ट्रोमैन को ख़िताबी मैच से दूर रखा है और ये देखकर थोड़ी निराशा हो रही है। पिछले दो सालों में ब्रॉन स्ट्रोमैन की बढ़त सबसे ज्यादा हुई है और अब वो दर्शकों के एक चहेते हैं। रैसलमेनिया के बाद WWE को ब्रॉन स्ट्रोमैन को ख़िताबी मैच का हिस्सा बनाना चाहिए। दर्शक इसके लिए तैयार हैं और इसे होते हुए बेसब्री से देखना चाहते हैं। स्ट्रोमैन भी यहां अपनी काबिलियत दिखा कर टॉप रैसलर्स में अपने आप को साबित कर सकते हैं। स्ट्रोमैन को उनकी कड़ी मेहनत का फल मिलना चाहिए।

#3 द मनी इन द बैंक को 'फ्री एजेंट" होना चाहिए

पिछले कुछ सालों से मनी इन द बैंक पीपीवी एक ब्रैंड का शो बनकर रह गया है। इसके विजेता के पास ज्यादा कुछ करने के लिए नहीं होता।रैसलमेनिया 34 के बाद मनी इन द बैंक ब्रीफ़केस जीतने वाले और जीतने वाली स्टार को फ्री एजेंट होना चाहिए। इससे ब्रीफ़केस विजेता के पास मौका होगा कि वो किसी भी ब्रैंड के चैंपियन के ऊपर अपना ब्रीफ़केस कैश इन करवा दे। इससे दोनों शो के चैंपियनशिप मैच बेहद दिलचस्प बन जाएंगे।

#4 टैग टीम डिवीज़न में हेरा-फेरी

पिछले एक साल में रॉ और स्मैकडाउन दोनों शो में टैग टीम डिवीज़न काफी बढ़ चुकी है। लेकिन दोनों शो के टैग टीम मैच दोहराई जा रही है। कुछ हफ़्तों पहले द बार ने सबके सामने ये माना कि ब्रैंड में उनके खिलाफ चुनौती देने वाला कोई नहीं है। ऐसा ही हाल स्मैकडाउन लाइव पर द न्यू डे और द उसोज़ का भी है। दोनों डिवीज़न की टैग टीम्स में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और इसलिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा मौके मिलने चाहिए। दोनों ब्रैंड के टैग टीम में अदला-बदली से थोड़ा बदलाव होगा और ये एक अच्छी बात होगी।

#5 हार्डकोर चैंपियनशिप को वापस लाया जाए

प्रोफेशनल रैसलिंग जगत में अनिश्चितता बड़े मायने रखती है। इसे करने का एक विकल्प है कि हार्डकोर चैंपियनशिप को वापस लेकर आया जाए। ऊपर से इसमें शर्त होनी चाहिए कि इसे कही भी लड़ा जा सके। हार्डकोर चैंपियनशिप WWE इतिहास की एक धरोहर है। ऐसे कई स्टार्स हैं जो WWE में कामयाब होना चाहते हैं और इस ख़िताब की मदद से उन्हें वो राह मिलेगी। इस चैंपियनशिप की मदद से WWE अपने पुराने वफादार प्रसंशकों को वापस अपने शो से जोड़ सकती है और साथ ही साथ कई पुरानी यादें भी ताजा होंगी।

#6 हील बनकर रोमन रेंस स्मैकडाउन लाइव जाएंगे

बेबीफेस रोमन रेंस को दर्शकों ने काफी पसंद किया है और हमेशा उनका साथ दिया। रोमन रेंस को कंपनी का फेस बनाने के इरादे से उनका सामना रोस्टर के सभी स्टार्स से हो चुका है। इसलिए अब कंपनी के द बिग डॉग को स्मैकडाउन लाइव रोस्टर का हिस्सा बन जाना चाहिए, जहां उनके लिए नए फिउड्स के विकल्प मौजूद हैं। लेकिन ये काम उन्हें हील बनकर करना होगा जिससे उनके किरदार में थोड़ा बदलाव आये। रैसलमेनिया 34 पर रोमन रेंस का यूनिवर्सल चैंपियन बनना तय है। इसलिए बदलाव के लिए इससे अच्छा दूसरा कोई समय नहीं हो सकता। इस तरह के बदलाव से रोमन रेंस के किरदार और शो को काफी फायदा होगा।

#7 डीन एम्ब्रोज़ की स्मैकडाउन लाइव में वापसी

चोटिल होने के कारण डीन एम्ब्रोज़ लम्बे समय से रिंग से दूर हैं। दर्शक उनकी वापसी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं और अगर उनकी वापसी स्मैकडाउन लाइव में होती है तो इससे सभी को खुशी भी होगी और हैरानी भी। द बिग डॉग, ब्लू ब्रैंड पर एम्ब्रोज़ की वापसी की राह देख रहे होंगे और उनकी वापसी होने पर रोमन रेंस उनपर टर्न करते हुए हील बनेंगे। ये स्मैकडाउन लाइव की सबसे बड़ी दुश्मनी साबित हो सकती है। शील्ड के इन दोनों सदस्यों की आपस मे भिड़ंत देखने लायक होगी। लेखक: रैसलिंग मास्टर, अनुवादक: सुर्यकांत त्रिपाठी