रोमन रेंस असल में शील्ड के दिनों से ही एक इन्फोर्सर रहे है। उन्हें हमेशा ही बहुत अच्छा दिखाया गया है। 31 वर्षीय रोमन असल में बहुत ही अच्छी तरह से परफॉर्म करने वाले एक रैसलर है और कई बार चैंपियन भी रहे है। हम जानते है की आप में से कुछ उन्हें पसंद करते है और कुछ नहीं, और अमूमन फैंस अपने फेवरेट रैसलर के बारे में सब जानते है, लेकिन आप रोमन के बारे में ये 8 चीज़ें नहीं जानते होंगे।
वो असल में ट्रिपल एच गाइ है
बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि रोमन रेंस को शील्ड में लाने वाले ट्रिपल एच ही थे। वैसे ये बात तो किसी से छिपी नहीं है की आखिरी फैसला हमेशा विंस का ही होता है, मगर इससे पहले कि वो रेंस की ताकत को पहचानते, ट्रिपल एच उनकी ताकत को जान चुके थे। और उन्हें ये पुश दिलाने वाले वो ही है।
सीएम पंक ने कहा था कि शील्ड असल में उनके दिमाग की उपज है, क्योंकि वो एक ऐसी टीम अपने साथ चाहते थे, और उन्होंने डीन तथा सैथ को तो चुन लिया था, मगर उनकी तीसरी चॉइस थे इंडिपेंडेंट सर्किट वाले क्रिस हीरो, जिनकी जगह पर रेंस आए।
रेंस ब्रेट हार्ट को बहुत मानते है
रेंस ये हमेशा कहते रहे है की जब वो छोटे थे और हार्ट को किसी बच्चे को अपना गियर, खासतौर से चश्मा देते हुए देखते थे तो वो सोचते थे कि काश उस बच्चे की जगह वो होते।
रेंस आज भी मानते है की हार्ट के जैसा कूल रैसलिंग गियर किसी का नहीं है। हम तो बस ये अंदाजा ही लगा सकते है कि वो पल कैसा रहा होगा जब रैसलमेनिया 31 में खुद हार्ट ने उन्हें मेन इवेंट का हिस्सा होने पर बधाई दी थी।
WWE उनका एक अरसे से इंतज़ार कर रही थी
रेंस एक ऐसे खानदान से आते है जहां पर लगभग हर कोई रैसलर रहा है। उन्होंने एक अलग ही रास्ता चुना और वो पहले एक फुटबॉल प्लेयर बने, उसके बाद वो NFL तक खेलने गए। इस दौरान WWE की नज़र उन पर पड़ चुकी थी और वो चाहती थी कि रेंस जल्द ही रैसलिंग में आ जाए, मगर उन्होंने ये रास्ता चुनने में काफी वक़्त लगाया, लेकिन वो कहते है ना देर आए, दुरुस्त आए।
वो आधे इतालवी है
अनोआ’इ रैसलिंग खानदान से ताल्लुक रखने वाले रोमन रेंस असल में आधे इतालवी है। वो मैनेजमेंट में मास्टर्स है, और उनकी ज़बरदस्त डील-डौल उनके इतालवी होने की वजह से है।
डेमियन मिज़डाव उन्हें हरा चुके है
आज की तारीख में डेमियन मिज़डाव अगर रेंस को हरा दे तो आप क्या कहेंगे? अरे कहना तो छोड़िए, आप इसकी उम्मीद भी नहीं करेंगे, लेकिन ऐसा हुआ है, और वो भी उन दिनों में जब रेंस एकदम नए थे। रेंस ने तभी FCW में डेब्यू किया था और मिज़डाव तब आइडल स्टीवेंस के नाम से रैसलिंग किया करते थे।
उस वक़्त वो अपना मैच हार गए थे, लेकिन बाद में वो टैग टीम के तौर पर लड़ने लगे और कहानी ही बदल गई। ऐसा ही एक वाक्या तब भी हुआ था जब सैथ रॉलिंस को हीथ स्लेटर ने हरा दिया था। हालांकि अब डेमियन मिज़डाव एक नामी रैसलर बन चुके है।
22 साल की उम्र में बने पिता
रेंस अमूमन अपनी व्यक्तिगत ज़िन्दगी के बारे में बात नहीं करते लेकिन हालिया हुए एक इंटरव्यू में उन्होंने ये बताया था की वो साल 2008 में पिता बन गए थे। वैसे तो ये बात किसी के भी गले नहीं उतर रही थी, लेकिन बाद में WWE ने इसपर अपनी सफाई पेश कर दी थी। हालांकि वो बाद में कई बार अपनी बिटिया के साथ नज़र आए, और सबसे हाल कि घटना वो रैसलमेनिया डायरी थी, जिसमें वो दोनों साथ नज़र आए थे।
FCW एक अलग जगह है
जैसा हमने पहले कहा, रेंस ने अपने कैरियर की शुरुआत FCW से की थी। उस दौरान ना तो वो ज़्यादा मैचेज़ जीत सके थे और ना ही कोई ख़ास नाम ही कमा सके, लेकिन उसके बाद वो टैग टीम्स में परफॉर्म करने लगे। आखिर में उनकी फाइट अपने बाकी शील्ड मेंबर्स के साथ हुई थी, और उसके बाद वो एक ज़बरदस्त टैग टीम बन गए। उम्मीद है शील्ड मेंबर्स के बीच ऐसा वन ऑन वन मैच जल्द देखने को मिले।
रेंस और ऑर्टन के बीच झड़प
एक लाइव इवेंट के दौरान एक मूव गलत तरीके से परफॉर्म की गई थी, और उसकी वजह से रेंस और ऑर्टन दोनों को गंभीर चोटें आ सकती थी। उनकी इस बात को लेकर बैकस्टेज बहस भी हुई थी, और नौबत यहां तक आ गई थी कि विंस रेंस को सस्पेंड करने ही वाले थे की तभी ट्रिपल एच ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। शायद उसका ही नतीजा है कि आज रेंस इस स्तर के जाने माने रैसलर बन पाए है।
लेखक: रेशमा रामचंद्रन, अनुवादक: अमित शुक्ला