WWE सुपरस्टार शेकअप से रॉ, स्मैकडाउन को हुए फायदे-नुकसान का विश्लेषण

सुपरस्टार शेकअप में कई रैसलर्स ब्रैंड्स बदलकर दूसरे ब्रैंड्स में गए, हालाँकि इनमें से कुछ तो संभावित ही थे, जैसे सैमी ज़ेन का स्मैकडाउन में जाना, वहीँ कुछ ने सबको चौका दिया, जैसे कि लाना और रुसेव का रॉ छोड़कर स्मैकडाउन में जाना। अगर ध्यान से देखा जाए तो एक ब्रैंड को दूसरे के बनिस्बत ज़्यादा फायदा मिला है। एक ओर जहाँ ब्रे वायट, द मिज़, मरीस, डीन एम्ब्रोज़, एलेक्सा ब्लिस, मिकी जेम्स, कलिस्टो, अपोलो क्रूज, कर्ट हॉकिंस, हीथ स्लेटर और राइनो रॉ का हिस्सा बने, वहीँ 6 महीने बाद रॉ में डेविड ओटुंगा, कोरी ग्रेव्स और माइकल कोल के साथ कमेंट्री करते हुए नज़र आएंगे। वहीँ दूसरी तरफ केविन ओवेन्स, शार्लेट फ्लेयर, सैमी जेन, द न्यू डे, रुसेव, लाना, सिन कारा, जिन्दर महल, टैमिना स्नूका, द शाइनिंग स्टार्स स्मैकडाउन का हिस्सा बने। इसके साथ ही बायरन सैक्सटन अब स्मैकडाउन की कमेंट्री टीम का हिस्सा बन गए हैं।

अगर ध्यान से देखा जाए तो इस सुपरस्टार शेकअप से सबसे ज़्यादा फायदा रॉ को हुआ है। वायट, एम्ब्रोज़ और मिज़ रॉ के सबसे महत्वपूर्ण रैसलर्स बन सकते हैं। ये तीनों कंपनी के सबसे बड़े रैसलर्स से दो-दो हाथ कर चुके हैं। बीते कुछ महीनों में द मिज़ अपने कैरेक्टर की वजह से नई ऊचाईयों पर पहुँच गए हैं, हालाँकि उनका रैसलमेनिया मैच भले ही उतना अच्छा ना रहा हो, मगर वो आज भी माइक पर बात और रिंग में परफॉर्म करने वाले सबसे अच्छे रैसलर्स में से एक हैं।

वायट पेबैक पर ऑर्टन से शायद ही चैंपियनशिप जीत सकें, और इसकी वजह ये है कि रॉ पर पहले से ही लैसनर के रूप में एक चैंपियन मौजूद है, लेकिन ऐसा मुमकिन है कि वो जल्द ही अपना फोकस ऑर्टन से हटाकर लैसनर के साथ फ्यूड करने लगे।

लूनाटिक फ्रिंज पिछले दो सालों से मेन इवेंट में आते जाते रहे हैं, लेकिन अगर WWE चाहे तो उन्हें सही से इस्तेमाल कर सकती है, क्योंकि वो हर बार एक अच्छी परफॉर्मेंस ही देते हैं। दूसरी तरफ एलेक्सा ब्लिस पिछले कई महीनों में एक अच्छी हील की तरह नज़र आई हैं, और ये देखना दिलचस्प होगा कि वो अपने इस रूप को रॉ में कैसे निखारती हैं।

अगर बात की जाए मिकी जेम्स की तो वो एक वेटरन परफ़ॉर्मर है, और उनका अनुभव रॉ की और विमेंस रैसलर्स जैसे कि साशा बैंक्स, बेली और नाया जैक्स को और बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

कलिस्टो का रॉ में आना एक अच्छी बात है क्योंकि वो क्रूज़रवेट डिवीज़न का हिस्सा बनने के बिल्कुल योग्य हैं। क्रूज, हॉकिंस, स्लेटर और राइनो भले ही अभी लो मिडकार्ड रैसलर्स लगें, लेकिन आने वाले वक़्त में वो टैग और इंटरकांटिनेंटल टाइटल्स की कहानी का भी हिस्सा बन सकते हैं।

रॉ ने इस शेक-अप बैटल में 3 वर्ल्ड टाइटल कंटेन्डर्स और वायट को पिक करके एक अच्छी बढ़त पायी है, जबकि दूसरी तरफ स्मैकडाउन को सिर्फ ओवन्स और ज़ेन, हालांकि शायद बहुत सारे लोग जेन को एक वर्ल्ड टाइटल की कहानी के लिए एक सही बुकिंग ना माने, मगर उनमें भी काफी माद्दा है।

अगर एक तरह से देखा जाए तो रॉ को फायदा ज़रूर हुआ है, लेकिन अगर नई कहानियों की बात की जाए, तो इसमें स्मैकडाउन ने बाजी मारी है। फैंस इस बात से काफी नाखुश थे कि ज बसे ज़ेन का ओवन्स के साथ फ्यूड खत्म हुआ है, तब से उन्हें सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया गया है, लेकिन शायद स्मैकडाउन में जाना ज़ेन के करियर और WWE चैंपियनशिप के लिए उनकी दावेदारी के लिए बेहद अच्छा साबित हो।

सोचिये कैसा लगेगा अगर ज़ेन, स्टाइल्स, डॉल्फ ज़िगलर, शिंस्के नाकामुरा और ऑर्टन के साथ दो-दो हाथ करते नज़र आएं। इसके साथ ही वो ओवन्स के साथ भी अपने फ्यूड को दोबारा शुरू कर सकते हैं।

शार्लेट का स्मैकडाउन में आना एक अच्छी बात है और वो बैकी, नेओमी और नटालिया के साथ अच्छी कहानियों का हिस्सा बन सकती हैं।इसमें सबसे कमाल की बात होगी अगर टैमिना स्नूका इतने वक़्त के बाद वापस आकर खुद को दोबारा साबित कर सकें।

स्मैकडाउन के हिस्से आई दो टैग टीम्स 'द शाइनिंग स्टार्स' और 'द न्यू डे', और मैनेजमेंट ने इनको तुरंत ही अच्छे मैचेस में डालकर खुद को साबित करने का मौका दे दिया, हालाँकि अगर शाइनिंग स्टार्स अच्छे से परफॉर्म करते रहे तो उन्हें और भी अच्छे मौके मिलेंगे। जब तक कोफ़ी किंग्स्टन ठीक नहीं हो जाते तब तक न्यू डे को डेब्यू के लिए इंतज़ार करना पड़ेगा। वहीँ दूसरी तरफ रुसेव भी काफी वक़्त से अपनी शक्ति का प्रदर्शन अच्छे से नहीं कर पाए हैं, और शायद स्मैकडाउन में उन्हें ये मौका मिल जाए।

रॉ भले ही सुपरस्टार शेकअप में बेहतर रहा हो, मगर जिस तरह की कहानियाँ और मौके पिछले एक साल में स्मैकडाउन ने दिए है, लगता है असल में जीत उसी की हुई है।

लेखक: क्रिस मुएलर, अनुवादक: अमित शुक्ला