फास्टलेन में रॉ विमेंस चैंपियनशिप के लिए बेली और शार्लेट के बीच मैच खेला गया। इस मैच में बेली ने साशा बैंक्स की मदद से शार्लेट को हरा कर अपने टाइटल को बरकरा रखा साथ ही शार्लेट की पीपीवी स्ट्रीक को भी तोड़ दिया। इससे पहले शार्लेट पीपीवी में 16 बार जीत चुकी थी लेकिन इस बार पूर्व विमेंस चैंपियन को हार का सामना करना पड़ा। जबकि साशा बैंक्स ने नाया जैक्स पर जीत दर्ज की। बेली और साशा की दोस्ती काफी अच्छी चल रही है साथ ही दोनों को अपनी जीत पर काफी गर्व है।
अपनी इस जीत के बाद बेली काफी भावुक दिखी। इतना ही नहीं बेली को अपनी जीत पर गर्व है साथ ही साशा बैंक्स ने बेली की जीत पर खुशी जाहिर की। शार्लेट के खिलाफ मैच काफी अहम था क्योंकि शार्लेट ने दो साल पहले रैसलमेनिया के बाद पीपीवी में कदम रखा तभी से वो पीपीवी में नहीं हारी, शार्लेट की पहली जीत 2015 बेटल ग्राउंड में साशा बैंक्स , निकी बेला के खिलाफ ट्रिपल थ्रैट मैच में थी । जिसके बाद शार्लेट ने 16 मैच लगतार जीते, लेकिन इस बार उन्हें जीत से दूर होना पड़ा जिसके चलते उनकी स्ट्रीक भी टूट गई। बेली ने शार्लेट से खिताब रॉ के एपिसोड में जीता था जब साशा बैंक्स ने उनकी मदद की थी , तभी से शार्लेट ने बेली को टाइटल के लिए चैलेंज किया था। लेकिन फास्टलेन में शार्लेट को हार झेलनी पड़ी उम्मीद है कि शार्लेट को रीमैच मिल सकता है। हालांकि अभी तक तस्वीर साफ नहीं है कि रैसलमेनिया में रॉ की विमेंस चैंपियन कौन होगी। खैर, बेली के लिए ये जीत किसी ऐतिहासिक पल से कम नहीं है क्योंकि बेली को हमेशा से ही शार्लेट से कम आंका जाता था हालांकि इस मैच में भी शार्लेट का दबदबा ज्यादा था लेकिन साशा की मदद से उन्हें जीत हासिल हुई, वो कहते है ना जीत चाहे कैसे भी हो वो जीत ही होती है।देखना दिलचस्प होगा कि अब शार्लेट, साशा बैंक्स और चैंपियन बेली से अपनी इस हार का बदला कैसे लेती है।