बुरी बात, # रेफरी की लापरवाही
नो मर्सी पीपीवी को देखकर एक बात समझ में नहीं आई कि यहां होने वाले मैच नो डिक्वालिफिकेशन थे ? पीपीवी के समय ऐसे दो मौके आए, जब रेफरी काउंट करके मैच को नो कॉन्टेस्ट में खत्म कर सकते थे।
जॉन सीना और रोमन रेंस का मैच जब टेबल्स के पास पहुंचा, तो आसानी से रेफरी काउंट आउट कर सकते थे, इसके अलावा सेम सीन एंजो अमोरे और नेविल के मैच के दौरान भी देखने को मिला।