एटीट्यूड एरा के प्रसंशक भी आज के शो के बाद इसका गुणगान कर रहे होंगे। उस दौर की तुलना में आज के इन रिंग प्रोडक्ट ज्यादा बेहतर हैं। लेकिन दर्शक हमेशा से मजेदार स्टोरीलाइन की मांग करते आ रहे थे। इस हफ्ते हमें बदलाव देखने मिला। अच्छे मैचेस देखना हम सभी को पसंद हैं लेकिन अच्छी स्टोरीलाइन के बाद अच्छे मैचेस हों तो इसपर सभी को ख़ुशी होती हैं। छोटे से छोटे मैच या फिर फिउड में भी स्टोरीलाइन बड़ा असर डालती हैं। इस हफ्ते, रॉ के तीन घंटे कैसे बीते पता ही नहीं चला और अंत में हम और ज्यादा देखने की मांग कर रहे थे। अगर इस तरह का शो हमे आगे भी देखने मिला तो हम सभी को खुशी होगी। इस तरह ही स्टोरीलाइन हम सबको आकर्षित करती है। यहां पर हम इस हफ्ते के रॉ की अच्छी और बुरी बातों पर चर्चा करेंगे:
#1अच्छी बात: द शील्ड का रीयूनियन
पिछले हफ्ते मंडे नाइट रॉ बीच में खत्म हो गया जब डीन एम्ब्रोज़, सैथ रॉलिन्स और रोमन रेन्स बैकस्टेज बातें कर रहे थे। ऐसा लग रहा था उनके बीच कुछ बातें चल रही हैं लेकिन वो अधूरी ही रह गयी। लेकिन हमें ये बताते हुए बेहद खुशी हो रही है की WWE की सबसे लोकप्रिय स्टेबल दोबारा एक हो गयी है और WWE TLC पर द शील्ड में हमें लड़ते दिखाई देगी। इस हफ्ते शो की शुरुआत मिज़ ने मीज़ी अवार्ड से की और उसमे शील्ड के तीनों सदस्य ने दखल दिया।
इसके अलावा तीनों ने ब्रॉन स्ट्रोमैन के खिलाफ मार खाने से मैट हार्डी को बचाया। TLC का मेन इवेंट तय किया जा चुका है। वहां पर द शील्ड का सामना द मिज़, द बार और ब्रॉन स्ट्रोमैन से होगा। हमे ये बात माननी पड़ेगी की ब्रॉक लैसनर और जॉन सीना की गैरमौजूदगी में भी टीम ने कमाल का शो दिया।
#1बुरी बात: महिलाओं के बीच मैच
इस हफ्ते, TLC पर असुका से लड़ने का मौका हासिल करने के लिए रॉ की महिलाओं के बीच फैटल 5 वे मैच हुआ। लेकिन पांच में से केवल तीन महिलाएं लड़ने के काबिल थी। साशा बैंक्स, बेली और एमा भी मिलकर इस मैच को ख़राब होने से नहीं बचा पाई।
मैच की एक अच्छी बात ये रही की आखिरकार एमा ने पिन फॉल से जीत दर्ज की और अब TLC पर वो असुका की पहली प्रतिद्वंदी होंगी। एमा इसके पहले भी NXT पर असुका से लड़ चुकी हैं।
इसके अलावा साशा बैंक्स औरबेली के बीच बढ़ रहे तनाव को देखकर ख़ुशी हुई और उम्मीद करते हैं उनके बीच भी कुछ न कुछ जल्दी हो।
#2अच्छी बात: क्रूजरवेट का स्तर बढ़ाना
एक बनाम सभी की स्टोरीलाइन हमे काफी पसंद हैं। क्रूजरवेट डिवीज़न पर पूरा रोस्टर एक होकर पूर्व चैंपियन एन्जो के खिलाफ हो गया था। सभी रैसलर्स ने एकसाथ आकर ये बात सुनिश्चित कि, की मेन इवेंट पर एन्जो चैंपियन ना रहें। कर्ट एंगल भी एन्जो अमोरे के चैंपियन बने रहने के खिलाफ हैं ये जानकर खुशी हुई। ऐसा लगा की वो एन्जो को खिताब से दूर रखने के लिए अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल कर लेंगे।
हम उम्मीद करते हैं कलिस्टो के क्रूजरवेट चैंपियन रहते डिवीज़न में सुधार हो।
#2बुरी बात : बांकी डिवीज़न में वो जान नहीं दिखी
इस हफ्ते रॉ एलेक्जेंडर और मुस्तफा अली का सामना डी ब्रायन केंड्रिक और जेंटलमैन जैक गैलेहर से हुई। जिस तरह से दर्शक मुख्य इवेंट में एन्जो अमोरे और कलिस्टो को लड़ते देखना चाहते थे उसके उल्टा यहां पर सभी शांत बैठे रहे।
हर एक किरदार को उनका रूप बदलने की ज़रूरत है। उन्हें माइक्रोफोन पर काम करने का मौका देता हुए ज्यादा से ज्यादा देना होगा तभी उनका प्रदर्शन सुधरेगा। इससे पूरे डिवीज़न का सुधार होगा।
#3अच्छी बात: अगले हफ्ते का इंतज़ार
आज शो जितना रोमांचक रहा उससे ज्यादा रोमांच अगले हफ्ते होने वाला है। रोमन रेंस और ब्रॉन स्ट्रोमैन स्टील केज के अंदर एक दूसरे से दो-दो हाथ करेंगे। इन दोनों रैसलर्स के बीच हम पहले बेहतरीन मैचेस देख चुके हैं और इसलिए वापस इनकी भिड़ंत देखने के लिए उत्साहित हैं। ये मैच ऐसे ही रैंडमली नहीं चुना गया। इसे TLC को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।
#3बुरी बात: जेसन जॉर्डन का दिशाहीन होना
जेसन जॉर्डन को बनी बनाई स्टोरीलाइन मिल गयी जहां उन्हें बड़ा पुश मिला और ये उनके लिए अच्छी बात थी। लेकिन दुर्भाग्य से WWE के पास उनके लिए कोई स्टोरीलाइन तैयार नहीं है। उन्हें लगातार बिना मतलब के मैचों में बुक किया जा रहा है। रॉ पर उनकी स्थिति स्मैकडाउन से भी बत्तर है।
वो अच्छी रैसलिंग कर रहे हैं और हम जानते हैं की वो शानदार मैचेस दे सकते हैं। लेकिन उन्हें अच्छे फिउड की सख्त ज़रूरत है। अगर उन्हें अच्छी स्टोरीलाइन नहीं मिली तो हमे डर है कहीं उनका किरदार खो न जाए।
#4अच्छी/बुरी बात: द अंडरटेकर के उत्तराधिकारी?
हमे नहीं मालूम की कब द अंडरटेकर ने एलिस को उनका ट्रेडमार्क "ओल्ड स्कूल" इस्तेमाल करने की अनुमति दी। लेकिन उनका वाक्य "वाकिंग विद इलियास" दर्शकों को ऑनलाइन पसंद नहीं आया।
कई सुपरस्टार्स को इस मूव को इस्तेमला करने की अनुमति मिली है और वो सही रूप से अंडरटेकर के उत्तराधिकारी हैं। लेकिन इलियास भी उनमें हैं, ये जानकर हैरानी हुई। अच्छी बुकिंग के साथ वो कमाल का काम कर सकते हैं लेकिन ऐसा अब तक हो नहीं रहा। लेखक: रिजु दासगुप्ता, अनुवादक: सुर्यकांत त्रिपाठी