ब्रॉन स्ट्रोमैन WWE में 'नेक्स्ट बिग थिंग' बन रहे हैं

Roman and Braun

ब्रॉन स्ट्रोमैन एक ऐसा नाम है जिसने इस वक़्त WWE में भूचाल मचा रखा है। 2015 में वायट फैमिली का हिस्सा बनकर आए ब्रॉन ने जिस तरह से उसके बाद ग्रोथ दिखाई है वो काबिल-ए-तारीफ़ है। ब्रैंड स्पलिट के बाद हुई उनकी वापसी इतनी ज़बरदस्त रही है की लोग अब उन्हें मेन इवेंट की स्टोरीलाइन का एक हिस्सा मान रहे है।

पिछले साल इस वक़्त ही ब्रॉन स्ट्रोमैन फैंस के बीच इतने लोक्रप्रिय नहीं थे, और इसकी वजह से विंस मैकमैन को रैसलमेनिया 32 में उनके और अंडरटेकर के बीच एक मैच की संभावना को खत्म करना पड़ा था, लेकिन अब हालात और है, अब ऐसा लगता है जैसे हम एक अलग ही ब्रॉन को देख रहे है।

इस उम्र में जब बाकी रैसलर्स को बोरिंग या उम्रदराज़ कह दिया जाता है, उस उम्र में ब्रॉन द्वारा इस तरह की रैसलिंग मूव्स करना, और इस तरह एंटरटेन करना अपने आप में कमाल है, और ये बात किसी की भी नज़रों से छुपी नहीं है। मंडे नाइट रॉ के पिछले कुछ एपिसोड्स में जिस तरह से स्ट्रोमैन ने परफॉर्म किया है उसे देखकर ये लगता है कि WWE अब उन्हें टीवी पर और ज़्यादा समय देगी ताकि वो खुद का करैक्टर या पर्सोना बना सकें।

ये बात तो सबको पहले दिन से ही मालूम थी की वो बहुत ही अच्छा परफॉर्म करेंगे, बस ये देखना बाकी था की कब उन्हें वो मौका मिलेगा, और अब जब सब कुछ ठीक है तो हम ये उम्मीद करते है ब्रॉन स्ट्रोमैन अब यहाँ से सिर्फ आगे ही बढ़ेंगे, पीछे नहीं।

पहले तो उन्हें एक जॉबर का ही रोल मिला था, जहाँ वो एक साथ कई लोगों के साथ मैच लड़ रहे थे, फिर चीज़ें बदली, और इसकी झलक बिल्कुल वैसी ही थी जैसी रायबैक को 2012 मे मिली थी जब वो मेन रॉस्टर का हिस्सा बने थे। ब्रॉन सर्वाइवर सीरीज में टीम रॉ का हिस्सा बने थे, मगर जेम्स एल्सवर्थ के हाथों काउंट-आउट की वजह से वो ज़्यादा वक़्त तक उसका हिस्सा नहीं रह सके थे।

इसके बाद उनका फिउड सैमी ज़ेन के साथ हुआ जिसमे उनका ही वर्चस्व रहा। इस पूरे फिउड में इकलौता डाउन मोमेंट वो था जब रोडब्लॉक: एन्ड ऑफ़ द लाइन में वो ज़ेन को 10 मिनट मे नही हरा सके। जॉबर जैसा लड़ते हुए से इस अच्छे स्तर पर पहुँचना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।

2017 के पहले रॉ में ज़ेन को एक लास्ट मैन स्टैंडिंग मैच में हराने के बाद स्ट्रोमैन ने अपना ध्यान रॉयल रम्बल की ओर लगा दिया था। यूनिवर्सल चैंपियनशिप मैच में उन्होंने रोमन रेंस की ऐसी गत बनाई की आखिरकार वो उस मैच में ज़्यादा कुछ नहीं कर सके और केविन ओवेन्स ने वो मैच जीता।

रॉयल रम्बल में #7 पर एंट्री करने के बाद उन्होंने रिंग में वो उधम मचाया की 13 मिनट में 7 लोगों उनके हाथों एलिमिनेट होना पड़ा, मतलब लगभग 2 मिनट में एक आदमी। हालांकि उनको एक और ज़बरदस्त पुश वाले बैरन कोर्बिन ने एलिमिनेट कर दिया था। इस दौरान उन्होंने 20 फेरवरी को रॉ पर बिग शो के WMD से किकआउट करके खुद के लिए एक नया रास्ता बनाया था।

रैसलमेनिया 33 तक उन्हें कोई बड़ा मैच नहीं मिला था, और फास्टलेन में भी उन्हें रोमन ने हरा दिया था। उसके बाद वो आंद्रे द जायट मेमोरियल बैटल रॉयल का हिस्सा बने, लेकिन वहां भी उन्हें बाकी रैसलर्स ने एलिमिनेट कर दिया था।

उस वक़्त से फैंस इंतज़ार कर रहे थे कि ब्रॉन कब धमाके के साथ एंट्री करेंगे, और आखिरकार वो वक़्त आया जब उन्होंने 2 हफ्ते पहले रोमन को कोल के एक बैकस्टेज इंटरव्यू के दौरान ज़बरदस्त धुनाई कर दी। वो यहीं नहीं रुके, और उन्होंने रेंस को ले जाने वाली एम्बुलेंस को भी पलट दिया जबकि रेंस उसके अंदर ही लेटे हुए थे।

Big Show and Braun

हालांकि, इस पूरे सैगमेंट की कोशिश थी रेंस के लिए सिम्पथी गेन करना, पर हुआ उसके उलट ही, क्योंकि फैंस ने स्ट्रोमैन के चैंट्स लगाना शुरू कर दिया, और यहाँ से तो स्ट्रोमैन की अगली यात्रा की शुरुआत हो गई है। जिस तरह की ताकत और रिंग में प्रदर्शन इस वक़्त ब्रॉन स्ट्रोमैन का है, उससे तो यहीं लगता है की सिर्फ ब्रॉक लैसनर को छोड़कर और कोई भी रैसलर उनके आस पास भी नहीं खड़ा हो सकता है। वैसे इस वक़्त ब्रॉन की कहानी लैसनर की WWE में शुरूआती दिनों की कहानी से काफी मेल खाती है।

Braun Strowman

अगर कहानी कुछ इसी तरह चलती रही तो आने वाले समय में हम ब्रॉन को ना सिर्फ रोमन बल्कि लैसनर से भी भिड़ते हुए देख सकते है। 33 साल के ब्रॉन में बहुत दम ख़म है और अगर WWE ने अपनी क्रिएटिव राइटिंग में कोई ख़ास बड़े या बेवजह के बदलाव नहीं किए तो फैंस को कुछ ऐसे मैचेज़ देखने को मिल सकते हैं, जिनकी कभी कल्पना भी नहीं की होगी।

लेखक: जो कैंपबेल अनुवादक: अमित शुक्ला