अगर आप WWE के पिछले एक साल पर नज़र डालेंगे तो ये पाएंगे कि ब्रॉन स्ट्रोमैन ने जिस तरह से WWE के रॉ लॉकर रूम को डॉमिनेट किया है, उसके बाद वह रैसलमेनिया पर एक मैच लड़ने के हकदार थे, पर वास्तविकता में ऐसा नहीं है। ब्रॉन को पिछले साल आंद्रे द जाइंट बैटल रॉयल का विजेता भी माना जा रहा था, पर आखिरकार उसे मोजो राउली ने जीता जो इस समय किसी खास स्टोरीलाइन का हिस्सा नहीं हैं। एक समय पर ये खबर आई थी कि उनका मैच मिज़ के साथ होगा जहां पर इंटरकॉन्टिनेंटल टाइटल भी दांव पर होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, और अब मिज़ सैथ रॉलिन्स तथा फिन बैलर से लड़ेंगे। वहीं ब्रॉन के WWE यूनिवर्सल टाइटल वाले मैच में न होने के पीछे का कारण है ब्रॉक लैसनर और रोमन रेंस के बीच में एक फिउड। रैसलिंग ऑब्ज़र्वर रेडियो के डेव मेल्टज़र ने रैसलमेनिया 34 पर ब्रॉन स्ट्रोमैन को लेकर कहा, 'इस हफ्ते रॉ के आधार पर अब हम मिज़ बनाम रॉलिन्स बनाम बैलर देखने वाले हैं। इसका सीधा अर्थ है कि ब्रॉन अब इस कहानी से बाहर हैं। अगर रोमन को कोई चोट आती है तो, या फिर ब्रॉक के साथ कोई असुविधा होती है तो स्ट्रोमैन उनकी जगह आ सकते हैं। WWE स्ट्रोमैन बनाम इलायस का मुकाबला चाहती है।' लैसनर के कॉन्ट्रैक्ट को लेकर भी बड़ी प्रॉब्लम है क्योंकि स्थितिवश वो रैसलमेनिया 34 पर आए बिना ही यूनिवर्सल चैंपियनशिप छोड़ सकते हैं, जिससे WWE के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। दूसरी बड़ी बात यह है कि अगर रोमन रेंस पर लगे परफॉरमेंस एन्हांसिंग ड्रग वाले स्कैंडल के आरोप सही साबित होते हैं तो उनके सस्पेंड होने की स्थिति बन सकती है। स्ट्रोमैन इस समय स्थितिवश मजबूर हैं और एक बैक-अप प्लान के तौर पर काम कर रहे हैं। अगर लैसनर और रोमन रेंस आपस में लड़ते हैं तो स्ट्रोमैन को रैसलमेनिया से बाहर रहना पड़ेगा और उन्हें अपना मोमेंट पाने के लिए अगले साल रैसलमेनिया तक इंतजार करना पड़ेगा। लेखक: रॉन वल्लीरे, अनुवादक: अमित शुक्ला