अगर कोई ऐसा रैसलर जिससे मिलने के लिए विंस मैकमैहन को अपने ऑफिस से बाहर जाकर मिलने के लिए निकलना पड़ा है तो वो है ब्रॉक लैसनर। इनका होना कंपनी के लिए फायदे और घाटे दोनों का सौदा है और उनकी फिट बॉडी इस बात की तस्दीक करते हैं कि वो जहां भी जाते हैं, पैसा ही बनवाते हैं, और उनका टाइम मतलब कंपनी को फायदा ही है। एक तरफ जहां ये फायदें हैं तो वहीं कुछ नुकसान भी हैं जिनकी तरफ कई जानकार अपने तरीके से इशारा करते हैं।आज हम आपको उन 5 नुकसानों के बारे में बताते हैं जो ब्रॉक लैसनर के होने से WWE को मिलते है:
5 इनका MMA करियर कोई खास कमाल का नहीं था
हीथ हैरिंग और रैंडी कोट्योर को परास्त करने के समय वो दोनों रैसलर्स अपने प्राइम से गुज़र चुके थे और जब ब्रॉक ने असली फाइटर्स जैसे कि केइन वेलसकेज़ से लड़ना शुरू किया तो उन्हें कुछ ऐसी चोटें लगीं जिनके निशान आजतक हैं। उनकी ज़्यादातर रेन एक हाइप ही थी।
4 ब्रॉक की उम्र उनपर असर दिखा रही है
अब इस समय जिस स्तर पर एजे स्टाइल्स और क्रिस्टोफर डेनियल्स है उस स्तर के आसपास भी ब्रॉक नहीं है। ये सिर्फ अपने पुराने समय पर किए कुछ अच्छे परफॉर्मेंसेज़ की वजह से आज भी फैंस के प्रिय हैं। अब इसकी वजह से उनका समय निकट है जबकि वो रैसलिंग से आगे बढ़कर सोचें और दूसरों को मौका दें।
3 लाकर रूम के मुकाबले कम काम
एक तरफ वो रैसलर्स हैं जो दिनभर अलग अलग शहरों और टाइम ज़ोन्स में कम्पीट कर रहे होते हैं। इसमें इंटरनेशनल टूर्स शामिल हैं। जब आपके साथी लगातार बाहर रहें लेकिन आप कुछ ही दिन रैसलिंग करें और उसमें भी आपको प्राइवेट जेट के माध्यम से ले तथा लाया जाए तो ये एक स्पेशल ट्रीटमेंट है जिसका एक गलत अर्थ निकलता है।
2 बाकी टैलेंट्स पीछे हो रहे हैं
स्टाइल्स इस समय तो WWE चैंपियन हैं, पर उसी जगह फिन बैलर को यूनिवर्सल टाइटल के लिए रीमैच भी नहीं है। ये एक बात है जिसे हमें ध्यान रखना पड़ेगा ताकि हम ये समझ सकें कि एक ब्रॉक लैसनर को एक शो पर बेहतर दिखाया जा सकता है, लेकिन उसकी वजह से बाकियों को पीछे नहीं छोड़ा जा सकता है।
1 मन मुताबिक काम करना
जॉन सीना और रोमन रेंस अपने प्रोफेशनलिज्म के लिए जाने जाते हैं। वो ना सिर्फ खुद को बेहतर करते हैं बल्कि दूसरों को भी बेहतर करने में विश्वास रखते हैं। यही वजह है कि सीना सबसे पहले आते थे और सबसे आखिरी में जाते थे। पर ऐसा ब्रॉक लैसनर के साथ नहीं है। उन्हें जितना पैसा यहां से मिल रहा है अगर उतना कहीं और से मिलेगा तो वो उसमें काम करने लगेंगे। लेखक: क्रिस्टोफर स्कॉट वैगनर; अनुवादक: अमित शुक्ला