WWE यूनिवर्सल चैंपियन ब्रॉक लैसनर को 'गे' (समलैगिंक) किरदार देने का मन बना रही थी

हाल ही में हुए रैसलिंग ऑब्जर्वर को दिए इंटरव्यू में ब्रायन सोलोमैन ने इस बात का खुलासा किया कि उन्होंने स्टेफनी मैकमैहन को यह आईडिया दिया कि वो ब्रॉक लैसनर के किरदार को 'गे' बना दे। लैसनर ने अपना मेन रोस्टर डेब्यू WWE में साल 2002 में किया था। पहले साल में ब्रॉक ने सबको काफी प्रभावित किया और वो किंग औफ द रिंग टूर्नामेंट भी जीते थे, इसके अलावा द अंडरटेकर के साथ फिउड और अपने डेब्यू के कुछ समय बाद ही वो चैंपियन भी बन गए। सोलोमैन ने कहा कि लैसनर की ऐसे शक्स हैं, जो ज्यादा बोलना पसंद नहीं करते हैं, लेकिन जो उनके किरदार पर सवाल उठाए, तो वो उसके ऊपर अटैक करने से पीछे नहीं हटते। इसके अलावा सोलोमैन ने यह भी कहा कि इस चीज से उन्हें एक पर्फेक्ट बेबीफेस भी बनाया जा सकता था। सोलोमैन ने यह भी कहा कि उनके आईडिया को स्टेफनी की मंजूरी भी मिल गई थी और उनके मुताबिक इससे WWE को भी काफी फायदा हो सकता था। हालांकि ब्रॉक लैसनर अपने इस नए किरदार को लेकर काफी संतुष्ट नहीं थे, इसी वजह से WWE की क्रिएटिव टीम ने उस आईडिया को ड्रॉप कर दिया। इसके बाद यह किरदार बिली गन और चक पलुंबो को दिया गया, जिन्हें इससे काफी सफलता भी मिली और वो दो बार WWE टैग टीम चैंपियन भी बने। ब्रॉक लैसनर 24 सितंबर (भातर में 25 सितंबर) को होने वाले नो मर्सी पीपीवी में यूनिवर्टासल चैंपियनशिप को ब्रॉन स्ट्रोमैन के खिलाफ डिफेंड करेंगे और उनके करियर की यह सबसे मुश्किल चुनौती भी कहा जा रहा है, क्योंकि अब तक जितनी बार भी यह दोनों आमने सामने आए हैं हर बार ही स्ट्रोमैन ने लैसनर को बैकफुट पर धकेले रखा है और लैसनर के पास इसका कोई भी जवाब नहीं था। लैसनर के किरदार को बदलने के फायदे भी थे और उसका गलत प्रभाव भी पड़ सकता था। अपने लिए खड़ा होना का मैसेज देना हमेशा से ही एक अच्छा संदेश होता है, तो हिंसा करने का प्रभाव कभी भी अच्छा नहीं हो सकता।