भले ही आज ब्रॉक लैसनर WWE के कई सुपरस्टार्स जितने लोकप्रिय न हों लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि वो WWE के सबसे असरदार रैसलर्स में से एक हैं।
लैसनर के अपने करियर के शुरुआती दो सालों में जितनी कामयाबी हासिल की उतनी कामयाबी बाकी रैसलर्स पूरे करियर में हासिल करते हैं। साल 2012 में कंपनी में वापसी करने के बाद से लैसनर ने कई रिकॉर्ड तोड़े, स्ट्रीक तोड़ी और ढेर सारे रैसलर्स को सुप्लेक्स दिए हैं।
लैसनर कंपनी में जिस तरह से असरदार रहे हैं वैसे शायद ही कोई दूसरा रैसलर रहा हो। यहां पर हम ब्रॉक लैसनर के करियर के छह सबसे खास लम्हों का जिक्र करेंगे।
#6 यादगार डेब्यू
ब्रॉक लैसनर जैसा प्रभावशाली डेब्यू शायद ही किसी दूसरे रैसलर का हुआ हो। 18 मार्च 2002 के एपिसोड में एल स्नो, मेवन और स्पाइक डडली के बीच चल रहे मैच में ब्रॉक लैसनर ने दखल देते हुए तीनों रैसलर्स को ढेर कर डाला। उसके बाद रिंग में उनके साथ उनके एडवोकेट पॉल हेमन आये। ये नज़ारा देखकर दर्शक हैरान रह गए थे।
अगले कुछ हफ्तों तक ब्रॉक लैसनर यही सब करते रहे और फिर उन्हें अप्रैल के महीने में स्मैकडाउन में ड्राफ्ट कर किया गया। जिसके बाद उन्होंने तुरंत अपने आप को मेन इवेंट स्टार साबित किया।
#5 जॉन सीना को "तबाह" करना
ब्रॉक लैसनर और जॉन सीना अपने करियर में कई बार आमने-सामने आ चुके हैं लेकिन समरस्लैम 2014 में उनकी भिड़ंत देखने लायक थी। दोनों रिंग में पहुंचे और कुछ ही देर में हमे पता चल गया कि ये कोई साधारण मैच नहीं होने वाला।
16 बार के वर्ल्ड चैंपियन जॉन सीना को द बीस्ट, ब्रॉक लैसनर ने रिंग के आस पास किसी खिलौने की तरह फेंका। उन्हें कुल 16 सुप्लेक्स देते हुए सुप्लेक्स सिटी की सैर करवाई। इस मैच के बाद WWE में लैसनर की अगल पहचान बन गयी।
#4 पहला मेन इवेंट
21वीं सदी के शुरुआत में लैसनर और कर्ट एंगल के बीच फिउड देखने लायक था। इसका सबसे यादगार मंच बना रैसलमेनिया 19। इस मैच को दर्शक ब्रॉक लैसनर के बदनाम शूटिंग स्टार प्रेस के लिए जानते होंगे लेकिन ये इस मैच में हमे कमाल की रैसलिंग देखने मिली।
द बीस्ट को कंपनी से जुड़े केवल एक साल हुआ था लेकिन यहां पर उन्होंने अपने स्किल से खुद को एक बेहतरीन रैसलर साबित किया। 2003 में वापस इनका फिउड चला और ये लैसनर के करियर का सबसे अच्छा फिउड था।
#3 सबसे युवा WWE चैंपियन
WWE में ब्रॉक लैसनर जितने असरदार बेहद ही कम रैसलर्स रहे हैं। डेब्यू के कुछ महीनों के बाद ही उन्होंने किंग ऑफ द रिंग जीत लिया और कंपनी के दूसरे सबसे बड़े पीपीवी, समरस्लैम के मुख्य स्टार बने। वहां उनके विरोधी द रॉक थे और रैसलिंग की दुनिया का ये सबसे खास मैच बना। यहां पर द रॉक ने अपनी विरासत ब्रॉक लैसनर को सौंप दी। वहां लैसनर ने द ग्रेट वन को खतरनाक F5 देकर चैंपियनशिप अपने नाम की। उस समय उनकी उम्र केवल 25 साल थी और उन्हें डेब्यू किये 126 दिन हुए थे। उसके बाद से ब्रॉक लैसनर और द रॉक का कभी आमना-सामना नहीं हुआ लेकिन इस मैच के दमपर लैसनर ने कंपनी में अपनी जगह पक्की कर ली।
#2 द बीस्ट की वापसी
रैसलमेनिया के बाद होने वाली रॉ कई दर्शकों के लिए बेहद खास होती है। रैसलमेनिया में जहां कई दिलचस्प मैचेस होते हैं जिनके लिए महीनों का बिल्ड अप तैयार किया जाता है तो वहीं मेनिया के बाद होने वाले रॉ में ढेर सारे सरप्राइज और हैरान करने वाले लम्हें देखने मिलते हैं। 2012 के रैसलमेनिया के बाद कंपनी में ब्रॉक लैसनर ने वापसी की। लैसनर को कंपनी छोड़े आठ साल हो गए थे और उनके वापसी की बेहद कम संभावन दिखाई दे रही थी। जॉन सीना रिंग के बीच मे खड़े थे और जैसे ही लैसनर की एंट्री म्यूजिक सुनाई दी तो पूरा एरीना खुशी से झूम उठा। दर्शकों द्वारा इस तरह का स्वागत बेहद कम रैसलर्स को नसीब हुआ है।
#1 स्ट्रीक तोड़ना
कोई भी रैसलिंग फैन अप्रैल 6, 2014 का दिन कभी नहीं भूल सकता। ये वो दिन था जहां द अंडरटेकर के रैसलमेनिया स्ट्रीक का अंत हुआ। कई दर्शकों को इसके टूटने की उम्मीद थी लेकिन रैसलमेनिया 30 में ब्रॉक लैसनर के हाथों इसके टूटने की शायद ही किसी ने उम्मीद की हो। ये मैच थोड़ा उबाऊ हो गया था क्योंकि बीच में टेकर को चोट लग गई और लैसनर को अकेले बाकी मैच आगे बढ़ाना पड़ा लेकिन जिस तरह से मैच खत्म हुआ उसे देखकर सभी हैरान रह गए। आज भी रैसलिंग फैंस इसका जिक्र करते हुए उत्साहित हो जाते हैं। इसकी मदद से लैसनर ने कंपनी में अपनी अलग पहचान बनाई। लेखक: लियाम हूफ, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी