लगभग दो साल पहले सीएम पंक ने WWE को छोड़ दिया था और उन्हें WWE का वर्ल्ड चैंपियनशिप का ख़िताब जीते 4 साल हो चुके हैं। जो उन्होंने 2011 में सर्वाइवर सीरीज में डेल रियो को हराकर अपने नाम किया था। WWE वह ऐसे एकमात्र रेसलर हैं, जो WWE वर्ल्ड चैंपियनशिप के ख़िताब पर सबसे ज्यादा 434 दिनों तक कब्जा जमाये रहे थे। उनके बाद इस ख़िताब पर ब्रॉक लेस्नर ने सबसे ज्यादा 223 दिनों तक कब्जा जमाये रखा था, जिसे सेथ रॉलिंस उनसे छीन लिया था। अब चोटिल होने की वजह से रोलिंस को मजबूरन 221 दिनों बाद इस ख़िताब को गवाना पड़ा है। इन 14 महीनों में पंक ने बहुत से रेसलरों से मुकाबला किया था, उनके मुकाबलों के अंत बड़े ही शानदार होते थे। जो यादगार भी हैं। हम इस आर्टिकल में आपको पंक के मुकाबलों और उनसे जुड़े रेसलरों के बारे में बताना चाहते हैं, इसमें उनकी हार और जीत से उतना लेना देना नहीं है। पंक उन दिनों में अपने हर मुकाबले में शीर्ष स्तर पर बने रहते थे, हालाँकि उनके हर मुकाबले बड़े भी नहीं होते थे।
#5 डॉल्फ जिगलर
डॉल्फ जिगलर और सीएम पंक के बीच WWE चैंपियनशिप का मुकाबला हुआ था, जो बहुत ही हाईवोल्टेज मुकाबला था। जॉन लौरिनैटिस 2012 के इस रॉयल रम्बल मुकाबले में विशेष मेहमान रेफरी बनकर आये थे। इस मुकाबले में जिगलर और पंक आंख से आंख मिला नहीं पा रहे थे। ये दोनों रेसलर एक दुसरे से काफी भिन्न नजर आ रहे थे। विक्की गुरेरो और जैक स्वैगर जो उस वक्त जिगलर के मैनेजर और टैग टीम पार्टनर थे, उन्हें रिंग के करीब जाने की मनाही थी।
#4 द रॉक
रॉक की बादशाही को सीएम पंक ने ही खत्म किया था, उनके साथ दो मुकाबलों हुए जो बहुत जबरदस्त हुए। जब पहला मुकाबला रॉयल रम्बल में होना था, जिसका प्रचार-प्रसार रॉ 1000 में खूब जोरों से हुआ था। इस मुकाबले में पहले किसी को चैंपियन के बारे में नहीं बताया गया था। लेकिन सीएम पंक ने इस मुकाबले को जीत लिया था और फिर कभी उन्होंने पीछे मुडकर नहीं देखा था। इस रात से सीएम पंक ने ये ख़िताब अपने पास 434 दिनों तक बरकरार रखा और ऐसा लग रहा था कि अब वह इस ताज को और लम्बे समय तक अपने पास बनाये रखेंगे। ये मुकाबला काफी तड़क भड़क के साथ शुरू हुआ, जिसमे ऐसा लग रहा था कि रॉक जीत जायेंगे। लेकिन रॉक के एनाउंसर की टेबल तोड़ने की वजह से पंक को विजेता घोषित कर दिया गया था। इसके बाद मैकमैन खुद बाहर आये और मुकाबला दोबारा हुआ, जिसमें रॉक जीत गये थे। एलिमिनेशन चैम्बर में जैसा उन्होंने किया था। #3 क्रिस जेरिको दो साल बाद क्रिस जेरिको साल 2012 में WWE में वापस आये थे। उन्होंने रॉयल रम्बल के दो मुकाबले जीतकर WWE के चैंपियनशिप के लिए एलिमिनेशन चैम्बर में पहुँच गये थे। जिसमें कोफ़ी किंग्स्टन, मिज़, आर ट्रुथ, जिगलर और सीएम पंक भी थे। WWE चैंपियनशिप में रेसलमेनिया के मुकाबले में सीएम पंक का मुकाबला क्रिस जेरिको से हुआ जिसमें जेरिको ने चीजों को थोड़ा व्यक्तिगत ले लिया था। इसके पीछे मसला बस इतना था कि कौन दुनिया में सबसे अच्छा रेसलर है? जिसे जेरिको साबित नहीं कर पाए और पंक उनपर भारी पड़े। लेकिन क्रिस जेरिको ने पंक पर व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए कहा कि पंक के माँ-बाप ने पंक के पैदा होने के बाद शादी की थी। उन्होंने उनके परिवार की खूब बेइज्जती की थी। पंक इन सारी चीजों का जवाब उन्हें इस मुकाबले में हराकर दिया। जो इस मुकाबले को बेहतरीन मुकाबला बनाता है। दोबारा शिकागो में हुए स्ट्रीट फाइट में भी पंक ने उन्हें हराया। #2 जॉन सीना द जोकर और बैटमैन, लार्ड वोल्डेमॉर्ट् और हैरी पॉटर की तरह प्रो रेसलिंग में अगर कोई है तो वह हैं जॉन सीना और सीएम पंक। ये दोनों साधारण तौर पर बहुत ही अच्छे रेसलर रहे हैं। पंक के बादशाहत के दौरान जॉन सीना ने मनी इन द बैंक जीता और एक हफ्ते पहले ही सीना को रॉ 1000 के मुकाबले के लिए ललकारा था। इस मुकाबले में बिगशो और रॉक ने दखलंदाजी कर दी जिसकी वजह से पंक हील में बदल गये थे। और उन्होंने रॉक पर जोरदार हमला किया। पंक ने बिगशो को समरस्लैम में हराया था। फिर उसके बाद अपने ख़िताब की रक्षा करते हुए नाईट ऑफ़ चैंपियंस में भी बिगशो पर भारी पड़े थे। दोनों रेसलरों के कंधे झुके हुए थे लेकिन बेनिफिट एंड डाउट के चलते चैंपियन को विजेता घोषित किया गया। ये मुकाबला इन दो रेसलरों के बीच होने वाला आखिरी मुकाबला भी साबित हुआ। #1 डेनियल ब्रायन जॉन सीना सीएम पंक के सबसे बड़े प्रतिद्वेंदी थे। लेकिन डेनियल ब्रायन ने तीन मुकाबलों में सीएम पंक को जबरस्त चुनौती देकर उनसे बराबरी का मुकाबला किया। जो रेसलिंग के लिहाज से रिंग का सम्मान भी था। इन दोनों के बीच पहला मुकाबला ओवर द लिमिट में हुआ, जिसे जॉन सीना और जॉन लौरिनैटिस ने बनाया था। इस मुकाबले में ब्रायन ने एस लॉक तो मारा लेकिन वह खुद उसी भंवर में फंस गये थे। पंक की इस जीत के बाद एजे ली के बनाये मुकाबले नो वे आउट में एक बार फिर पंक और ब्रायन का मुकाबला था। जिसे पंक ने जीत लिया था। मनी इन द बैंक के तर्ज का ये मुकाबला बनाया गया था। लेकिन दुर्भाग्यवश पंक ने इस मुकाबले में अपना कंधा स्टील की मेज पर दे मारा था। इसके बाद एजे ने इन दोनों रेसलरों को किसी भी चीज का सहारा लेने पर रोक लगा दिया था। ऐसे में सीएम पंक ब्रायन पर हावी पड़ रहे थे लेकिन उन्हें खुद कुर्सी से चोट लग चुकी थी। जिससे ब्रायन अपना एस लॉक लगाने में सफल रहे। लेखक-मिहिर चक्रपाणि, अनुवादक-मनोज तिवारी