ट्रिपल एच मुझे बार-बार कंपनी से निकालने की धमकी देते रहते थे: एंजो अमोरे

एंजो अमोरे का WWE करियर काफी विवादस्पद तरीके से खत्म हुआ। उनके ऊपर बलात्कार के आरोप लगे, जिसके कारण WWE ने उनसे दूरी बना बना ली। इसके बाद से एंजो, जो अब एक मशहूर रैपर भी हैं , इंडी सर्किट में काम कर रहें हैं।

लेकिन ऐसा लग रहा है कि वे आरोप ही एंजो को WWE से निकाले जाने का एकमात्र कारण नही हैं। हाल ही में एंजो अमोरे ने पूर्व WWE सुपरस्टार स्टोन कोल्ड स्टीव ऑस्टिन के पोडकास्ट में शिरकत की और ट्रिपल एच के साथ बैकस्टेज हुई अपनी नोंकझोंक के बारे विस्तार से बताया । दरअसल इस साल जनवरी में रेप के कथित आरोपों के बाद WWE ने एंजो अमोरे को कम्पनी से निकाल दिया था लेकिन आगे चलकर ये आरोप झूठे साबित हुए। कम्पनी से निकाले जाने के बाद एंजो ने रैपिंग में करियर शुरू किया, जहाँ वह द रियल वन के नाम से जाने जाते हैं।एंजो इस साल अगस्त में प्रोफेशनल रैसलिंग में अपनी वापसी भी करने जा रहे है । वह इंडी सर्किट के इवेंट हाउस ऑफ ग्लोरी इंटेंसिटी 7 का हिस्सा बनेंगे। स्टोन कोल्ड के पोडकास्ट में एंजो ने बताया कि ट्रिपल एच के साथ उनकी हमेशा बहस होती रहती थी और उन्होंने उनकी आवाज़ को दबाने का कार्य किया जोकि उनके हिसाब से काफी महत्वपूर्ण बात थी। एंजो ने कहा जब भी कोई भी लेखक उनके लिए खराब प्रोमो लिखता, तब वह ट्रिपल एच के बजाय विंस मैकमैहन के पास जाते थे क्योंकि ट्रिपल एच के पास जाने पर वह उनको कम्पनी से निकालने की धमकी देते थे। एंजो ने बताया कि उन्होंने ट्रिपल एच के सामने जाकर कहा था, "तुम हमेशा से मेरे सिर पर कम्पनी से बाहर निकालने की तलवार लटकाए हुए हो , (फिर मैंने हंटर की आंखों में आंख डाल कर बोला ) लेकिन तुम्हें मेरी ज्यादा जरूरत है।" एंजो ने पोडकास्ट में बताया, "मैं अपने हिसाब से सही था, मैं उनकी तरह नही बन रहा था। मैं ट्रिपल एच नही बन रहा था और मैं ना ही कम्पनी में ही शादी करके हमेशा के लिए यहाँ पर रुक रहा था।" उन्होंने बताया कि उन्हें आफिस में फटकारते वक्त ट्रिपल एच ने कहा कि एंजो तुम सारी दुनिया नही बदल सकते हो। इसपर एंजो तुरंत खड़े हो गए और अपने बाल संवारते हुए बोले, "क्या तुम्हें पता नही चल रहा है, मैं दुनियाँ को ही तो बदल रहा हूँ।" इसपर ट्रिपल एच गुस्से में आगबबूला हो गए और बोला "तुम्हारे दिमाग में कुछ नहीं घुस रहा है" और वह वहाँ से तमतमाते हुए चले गए । लेखक : निशांत जयराम अनुवादक : उत्कर्ष मिश्रा