कविता देवी इस समय भारत के दौरे पर हैं क्योंकि WWE आनेवाले समय में भारत में एक ट्राइआउट करने वाली है, और रैसलमेनिया 34 में भारत की तरफ से महिला रैसलिंग का प्रतिनिधित्व करने वालीं कविता इस समय टैलेंट डेवलपमेंट के सीनियर डायरेक्टर कैनयन सीमन के साथ चंडीगढ़ और रोहतक आईं।
हमारे सहयोगी रिजु दासगुप्ता ने कविता देवी से बातचीत आई। आइए देखते हैं कि कविता देवी ने हमारे द्वारा पूछे गए सवालों का किस तरह जवाब दिया।
क्या आपको लगता है कि कास्टिंग कॉल का हिस्सा बनने आए लोगों में वही ऊर्जा थी, जो आपमें थी जब आप सेलेक्ट हुई थीं?
कविता: बिल्कुल। इस समय जितनी महिलाओं से मेरी मुलाक़ात हुई उससे एक बात तो स्पष्ट है कि इनमें WWE सुपरस्टार बनने की भूख है। मैं जहाँ भी गई, वहां लगातार लड़कियाँ उत्साहित दिखीं।
मैं बेहद खुश हूँ क्योंकि इससे पहले लड़कियाँ अपने सपनों को पूरा करने के लिए घर से बाहर कदम नहीं निकाल पाती थीं, लेकिन जबसे मैं एक WWE सुपरस्टार बनी हूँ, तबसे उन्हें ये विश्वास हो गया है कि वो भी अपने सपने को पा सकती हैं। ये मेरे लिए एक गर्व का पल है।
जिन लोगों ने अपनी अर्जी दी, उनमें महिलाएं कितनी थीं?
कविता: ये निर्भर करता है कि आप कहाँ पर जा रहे हैं, लेकिन कम से कम 20 से 30 प्रतिशत।
क्या इन प्रतियोगियों के अंदर वो स्किल है जो स्थापित WWE सुपरस्टार्स में होती है?
कविता: ये सभी अपने सपने की तरफ फोकस्ड हैं, और ये देखना होगा कि क्या वो मुंबई में अपना धमाल दिखा पाते हैं। यहाँ सभी WWE के अपने सपने को पूरा करना चाहते हैं, और अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं।
आप उन प्रतियोगियों को क्या कोई सलाह देना चाहेंगी जो मुंबई में अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे?
कविता: ये मौका बार बार नहीं आता है, और आपकी मेहनत ने आपको यहाँ पहुँचाया है, इसलिए किसी गलती की वजह से आप इसे हाथ से जाने ना दें। अपने प्रदर्शन से आप लोगों को ये दिखा सकते हैं कि आपमें क्या माद्दा है, इसलिए इस मौके का पूरा लाभ उठाइए।
इस टूर के बाद जब आप परफॉर्मेंस सेंटर का हिस्सा बनेंगी तो आपकी दिनचर्या क्या होगी?
कविता: वो पहले के जैसे ही रहेगी जहाँ हम सुबह से ही ट्रेनिंग और जिमिंग करेंगे। हम लगातार बिजी रहते हैं, और इस पूरे सफर में हम फोकस करने की कोशिश करते हैं। इन ट्राइआउट के दौरान की जाने वाली यात्रा आपको थका देती है, लेकिन हम जल्द ही शुरुआत करेंगे।
जब एक भारतीय WWE सुपरस्टार परफॉर्मेंस सेंटर का हिस्सा बनता है तो उसे किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है?
कविता: मेरे लिए भाषा एक चुनौती थी, और मैं अब भी इसे सीखने की कोशिश कर रही हूँ। परफॉर्मेंस सेंटर में हम एक बड़े परिवार की तरह से रहते हैं जहाँ सभी एक दूसरे का ख्याल और इज़्ज़त करते हैं। ये बातें हमें एक WWE परिवार का हिस्सा बनाती हैं।
आखिरी सवाल, आप विमेंस रॉयल रंबल में किसे जीतते हुए देखना चाहेंगी?
कविता: वो कोई भी हो सकता है।
Get WWE News in Hindi Here