प्रोफेशनल रैसलिंग वर्ल्ड में भारत पर हाल ही में बहुत ज्यादा फोकस रहा है। जिंदर महल WWE चैंपियन हैं, सोंजय दत्त एक्स-डिवीज़न के चैंपियन है और अब कविता देवी भी WWE में कम्पीट करने वाली पहली महिला रैसलर बन गई हैं। उनका मुकाबला 32 विमेन के इस एलिमिनेशन टूर्नामेंट में डकोटा काई के साथ हुआ। 'में यंग' क्लासिक WWE हॉल ऑफ़ फेमर मे यंग, जो WWE की ग्रेटेस्ट विमेन रेसलर्स में से एक रहीं हैं, की याद में बनाया गया है। यह एक एलिमिनेशन टूर्नामेंट हैं जिसमें विश्व के सभी देशों से टॉप महिला रैसलर्स ने हिस्सा लिया है। अमेरिका, न्यूजीलैंड, जर्मनी, जापान, मेक्सिको,चीन और भारत जैसे सभी बड़े देशों से महिला रैसलर्स इस टूर्नामेंट का हिस्सा हैं। टूर्नामेंट की शुरुआत 13 जुलाई से हुई थी और इस टूर्नामेंट में हमें कई बढ़िया मैच देखने को मिले हैं। हालांकि कविता देवी की जर्नी शुरू होने से पहले ही खत्म हो गयी है। देवी को न्यूजीलैंड की डकोटा काई से भिड़ना था और इस हार्ड हिटिंग कॉन्टेस्ट में स्पीड और ताकत का मुकाबला था। देवी ने मैच को डोमिनेट किया और काई को एक हाथ से उठाकर मैट पर भी पटका। लेकिन काई की तेज़ी के सामने उनके एक न चली और काई ने उन्हें एक बेस रनिंग किक लगाया और टॉप रोप से सोल स्टोम्प ऑफ लगाकर जीत हासिल की। हालांकि इस हार से कविता देवी की राह खत्म नहीं हुई है। जैसा हमने क्रूज़रवेट क्लासिक में भी देखा था कि हारने वाले रैसलर को भी NXT में बुक किया जाता है। हमारी नज़र काई पर भी होगी कि वह टूर्नामेंट में कितना आगे पहुंचती हैं। देवी के हार से हमें निराश होने की जरूरत नहीं है और उन्हें यहां तक पहुंचने के लिए हम बधाई देते हैं। उन्होंने प्रोफेशनल रैसलिंग में इतिहास रचा है और पूरे हरियाणा और भारत का सर गर्व से ऊंचा किया है।