दिसंबर 1987 में जापानी रैसलिंग लेजेंड एंटोनियो इनोकी साल भर तक बिना कोई मैच हारे आगे बढ़ रहे थे, जिसमें उन्होंने WWE चैंपियन बॉब बुकलैंड को भी हराया था। न्यू जापान प्रो रैसलिंग में प्रसंशक इनोकी के भक्त थे। रिकी चोशु के खिलाफ डिसक्वालिफिकेशन से मैच जीतने के बाद इनोकी ने रॉकी माउंटेन से आएं अंजान रैसलर की चुनौती स्वीकार कर ली। वेडर ने तीन मिनट के भीतर जापानी लीजेंड को मात दे दी, जिससे पूरा रयोगोकु सूमो हॉल चौंक उठा। ये चौंकना जल्द ही ग़ुस्से में बदला और फिर वो ग़ुस्सा बेकाबू हो गया जिसके नतीजे विद्रोह और दंगे शुरू हो गए। दंगे के कारण वेन्यू को नुकसान पहुंचा और सूमो हॉल ने बिल्डिंग में NJPW के आनेपर पाबंदी लगा दी। ये प्रतिबंध करीब साल भर तक बना रहा। इसके बाद वेडर IWGP हैवीवेट चैंपियनशिप जीतने में कामयाब हुए। ऐसे करनेवाले वे पहले गैर जापानी रैसलर बने।