बिल गोल्डबर्ग WWE में वापस आ रहे हैं। क्या किसे ने सोचा था कि ऐसा भी हो सकता है? मुझे खुद यकीन नहीं हो रहा है, मैं आज 2016 में जिस रैसलर के बारे में लिख रहा हूँ, उसे हमने आखरी बार WWE के रिंग में साल 2004 में देखा था। बात सिर्फ इतनी नहीं है कि गोल्डबर्ग 49 साल की उम्र में वापसी कर रहे हैं, बल्कि वे ऐसी सर्वाइवर सीरीज में वापसी कर रहे हैं और वो भी "द बीस्ट" ब्रॉक लैसनर के खिलाफ। अगर गोल्डबर्ग की वापसी किसी कमज़ोर रैसलर के खिलाफ होती जिनकी मार वो खा लेते, तो अच्छा होता। लेकिन ब्रॉक जैसे रैसलर के खिलाफ गोल्डबर्ग को कड़ी चुनौती मिलेगी और मैच फिजिकल होगा। रॉ के पिछले हफ्ते पर ब्रॉक लैसनर के वकील पॉल हेमन ने बड़ा प्रोमो करते हुए कहा कि गोल्डबर्ग न् केवल एक बार ब्रॉक को हराया है। वो भी साल 2004 में रैसलमेनिया 20 पर ये बड़ा ही ख़राब मैच था और न्यूयॉर्क के दर्शकों ने रात भर उन्हें बू किया गया। उसके बाद दोनों स्टार्स ने कंपनी छोड़ दी। लैसनर ने आठ साल बाद वापसी की और वहीँ गोल्डबर्ग 12 साल बाद वापस लौटे। सर्वाइवर सीरीज वाले मैच की अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। मैच के लिए तैयार होने से पहले क्यों न हम गोल्डबर्ग WCW और WWE करियर पर एक नज़र दौड़ाई जाये: #5 उनके स्ट्रीक की शुरुआत रैसलिंग मैचों में बिल गोल्डबर्ग की विरासत उनके "स्ट्रीक" से शुरू होती है। इसलिए अगर हम उनके सबसे बेहतरीन मैचों के बारे में बात कर रहे हैं तो हमें यहाँ पर उनके स्ट्रीक का भी जिक्र करना होगा। यह मुकाबला हघ मोरर्स के खिलाफ 22 सितम्बर 1997 को हुआ। मोरर्स उस समय WCW के मिडकार्ड रैसलिंग के अनुभवी रैसलर थे। गोल्डबर्ग उस समय प्रभावशली व्यक्ति दिखे, खासकर उनकी काले रंग की शॉर्ट्स, काले जुटे और गंजे सिर को देखकर हमे स्टोन कोल्ड की याद आई। हालांकि गोल्डबर्ग साइज़ में बड़े थे। थोड़े समय तक दोनों की रैसलिंग चली फिर मोरर्स ने टॉप रोप से गोल्डबर्ग को मूनसॉल्ट दिया। इसपर सभी को चौंकाते हुए गोल्डबर्ग ने किक आउट कर दिया। इसके गोल्डबर्ग ने कुछ पावर स्लैम के साथ-साथ सुप्लेक्स देकर मोरर्स को हराया। जिसे बाद में जैकहैमर कहा गया। उसके बाद गोल्डबर्ग के स्ट्रीक की शुरुआत हुई जहां उन्होंने 173 मैचेस जीते। हालांकि ये आंकड़े झूठे हैं, WCW इसे गोल्डबर्ग को प्रभावशाली दिखाने के लिए बनाए थे। लेकिन गोल्डबर्ग इस मैच के बिना आगे बढ़ ही नहीं सकते थे। #4 बैकलैश 2003 पर द रॉक को हराया 31 मार्च 2003 को गोल्डबर्ग ने WWE में डेब्यू किया और हील बनकर उन्होंने रॉक के गुणगानों का विरोध किया। रॉक अपना भाषण खत्म करने ही वाले थे की तभी बिल गोल्डबर्ग एरीना की ओर और आते दिखाई दिए। रॉक से मिलकर उन्होंने रॉक को स्पीयर दिया जिसपर सभी दर्शकों को ख़ुशी हुई। इसके बाद अगले एक महीने तक दोनों ने गोल्डबर्ग के पहले WWE टेलीविज़न मैच की तैयारी की। बैकलैश पर उनका मुकाबला द रॉक से होने जा रहा था। फिउड काफी अच्छा था, क्योंकि गोल्डबर्ग को ग़ुस्सा दिलाने के लिए द रॉक जो कर सकते थे उन्होंने वो सब किया। लेकिन यहाँ पर गोल्डबर्ग ने ज्यादा बाट नहीं की। गोल्डबर्ग ने रॉक के सवालों का जवाब अपने एक्शन से दिया और इसी वजह से उनका किरदार इतना दमदार है। बैकलैश के समय अधिकतर ऑनलाइन दर्शक ये जानते थे की द रॉक अपने हॉलीवुड करियर के लिए WWE छोड़ रहे हैं। उनका ये निर्णय अच्छा था। लेकिन जाने से पहले उन्होंने बिल गोल्डबर्ग को दर्शकों के बीच लोकप्रिय बनाने की पूरी तैयारी कर के गए थे। बैकलैश का ये मुकाबला करीब 13 मिनटों तो चला। हालांकि दर्शक इसे क्लासिक मैच न माने, लेकिन इस मैच में डेब्यू करनेवाले गोल्डबर्ग ने WWE के उस समय के सबसे लोकप्रिय रैसलर को जमकर मारा। गोल्डबर्ग ने रॉक को पहले स्पीयर और फिर जैकहैमर से मारा। #3 स्टारकेड 1998 में केविन नैश के हाथों हारकर उनकी स्ट्रीक टूटी और WCW ख़िताब गंवाया अगर आप गोल्डबर्ग के प्रसंशक है तो ये आपके लिए कोई बड़ा मुकाबला नहीं है। इस रात केवल स्ट्रीक ही नहीं टूटी बल्कि गोल्डबर्ग WCW ख़िताब भी हारें। गोल्डबर्ग स्टारकेड 1998 में WCW चैंपियन के तौर पर एंट्री की और उनका मुकाबला केविन नैश से हुआ। नैश कंपनी की क्रिएटिव टीम के प्रभावशाली रैसलर थे। ईस् मैच में सभी को लगा की उन्हर नैश से चुनौती मिलेगी, लेकिन अंत में उन्ही की जीत होगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मैच के दौरान डिस्को इंफेरनो और बम बम बिगेलो की दखल से मैच का मजा फीका पड़ गया। इसके बाद नैश के दोस्त स्कॉट हॉल रिंगसाइड में सुरक्षाकर्मी के वेश में खड़े थे। गोल्डबर्ग को दर्द पहुँचाने के लिए उन्होंने उनकी स्टेन गन का इस्तेमाल किया। नैश ने इस मौके का फायदा उठाते हुए गोल्डबर्ग को पावरबोम्ब दिया और फिर उन्हें पिन करते हुए ख़िताब जीता। उस रात गोल्डबर्ग की स्ट्रीक टूटी और यही WCW का अंत था। स्ट्रीक टूटने के बाद उन्हें मालूम नहीं था कि शो को कैसे चलाते हैं। ना ही वे नए स्टार बना पाएं। आज तक WCW की वो बुकिंग सबसे खराब बुकिंग हैं। #2 अनफॉरगिवेन 2003 पर ट्रिपल एच के खिलाफ WWE वर्ल्ड टाइटल जीतना गोल्डबर्ग WWE में अप्रैल 2003 से लेकर मार्च 2004 तक रहे। इस बीच उनकी बुकिंग बड़े मैचों में होने लगी और उन्होंने कई बड़े नाम वाले रैसलर्स से मुकाबला किया। रॉ में उनका सामना WWE के लम्बे समय से हिल रहे, वर्ल्ड चैंपियन ट्रिपल एच से हुआ। उनके बीच समरस्लैम 2003 में बड़ा एलिमिनेटर मैच हुआ। वहां पर ऐसा लगा की गोल्डबर्ग WWE के एक बड़े इवेंट पर चैंपियन बन जाएंगे। लेकिन ट्रिपल के गलत खेल और दोस्तों की मदद से ऐसा हो नहीं पाया। सितम्बर 21 2003, को वापस दोनों की भिड़ंत अनफॉरगिवेन पर हुई और यहाँ पर ट्रिपल एच का ख़िताब और गोल्डबर्ग का करियर दांव पर लगा हुआ था। यहाँ पर ये बात तो साफ़ हो गयी थी की जीत गोल्डबर्ग की होगी। ट्रिपल एच ने उन्हें ख़िताब न जीतने देने की बहुत कोशिश की, लेकिन यहाँ पर गोल्डबर्ग रुकनेवाला नहीं थे। गोल्डबर्ग का ये कंपनी में पहला और आखरी ख़िताब था। गोल्डबर्ग तीन महीने तक चैंपियन बने रहे, ये ठीक था लेकिन इसमें कुछ विशेषता नहीं थी। इसके बाद ट्रिपल एच के साथ ट्रिपल थ्रेट मैच में उन्हें अपना ख़िताब गंवाना पड़ा। इससे पता चलता है कि WWE गोल्डबर्ग को ट्रिपल एच से आगे बढ़ने नहीं देना चाहती थी। भले ही उनका वो मैच कुछ खास न हों, लेकिन कंपनी का सबसे बड़ा बेल्ट जीतना अपने आप में बड़ी बात है। #1 हल्क हॉगन के खिलाफ नाइट्रो पर WCW वर्ल्ड टाइटल जीतना वो दिन था 6 जुलाई, 1998 और नाइट्रो पर गोल्डबर्ग ने WCW ख़िताब के लिए हल्क हॉगन को चुनौती दी। ये मुकाबला एटलांटा के जॉर्जिया डोम में हुआ जहाँ पर 30,000 से अधिक दर्शक इसे देखने पहुंचे। उस समय गोल्डबर्ग WCW में करीब नौ महीने से कोई मैच नहीं हारे थे। केवल न हारना ही नहीं, बल्कि उनके कई मैचेस दो से तीन मिनट तक ही चले थे। मैच में वे US चैंपियन के रूप में गए। इसका मतलब वे एक साथ कंपनी के दो बड़े ख़िताब अपने साथ रखना चाहते थे। इस मैच में WCW के इतिहास के सबसे जोशीले दर्शक आएं थे। न्यू वर्ल्ड आर्डर के मुखिया हॉगन करीब दो साल से टॉप पर थे और दर्शकों को उनकी इस बात से नफरत थी। भले ही हॉगन ने लेक्स ल्युगर और स्टिंग जैसे स्टार्स को आगे बढ़ाया हो, लेकिन फिर भी वे किसी न किसी तरीके से WCW चैंपियन बन जाते थे। लेकिन गोल्डबर्ग से मिलने के बाद हॉगन इस अपराजित मॉन्स्टर का फायदा नहीं उठा पाएं। पुरे मैच में गोल्डबर्ग हावी रहे। हॉगन ने जो-जो उनकी ओर फेंका उससे गोल्डबर्ग बचते गए और फिर उन्होंने दिग्गज हॉगन को स्पीयर दिया। इसके बाद जब उन्होंने हॉगन को उठाया तक सभी दर्शक उत्साहित हो गए क्योंकि वे जान चुके थे की आगे क्या होगा। गोल्डबर्ग ने अपना पहला और आखरी WCW ख़िताब जीतने के लिए हॉगन को जैकहैमर दिया। हालांकि ये गोल्डबर्ग और उनके प्रसंशकों के लिए बड़ा मैच था, लेकिन यहाँ पर एक बात सोचनेवाली हैं। नाइट्रो के एक साधारण मैच में WCW ने गोल्डबर्ग को ख़िताब क्यों दे दिया, जबकि अगर ये किसी पे-पर-व्यू पर होता तो WCW को काफी मुनाफा होता। इसका कोई सीधा जवाब नहीं है। हो सकता है WCW के लिए पे-पर-व्यू पर कमाए पैसों से ज्यादा टीवी रेटिंग मायने रखती हो। इस तरह के ख़राब निर्णय के कारण ही कंपनियों को अपनी दुकान बंद करनी पड़ती थी। यहाँ पर शायद हमे WCW के इतिहास सबसे जोरदार दर्शक देखने मिले थे। ये मुकाबला आजतक गोल्डबर्ग के करियर का सबसे अच्छा मैच है। लेखक: जोह केंटन, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी