गोल्डबर्ग WWE में अप्रैल 2003 से लेकर मार्च 2004 तक रहे। इस बीच उनकी बुकिंग बड़े मैचों में होने लगी और उन्होंने कई बड़े नाम वाले रैसलर्स से मुकाबला किया। रॉ में उनका सामना WWE के लम्बे समय से हिल रहे, वर्ल्ड चैंपियन ट्रिपल एच से हुआ। उनके बीच समरस्लैम 2003 में बड़ा एलिमिनेटर मैच हुआ। वहां पर ऐसा लगा की गोल्डबर्ग WWE के एक बड़े इवेंट पर चैंपियन बन जाएंगे। लेकिन ट्रिपल के गलत खेल और दोस्तों की मदद से ऐसा हो नहीं पाया। सितम्बर 21 2003, को वापस दोनों की भिड़ंत अनफॉरगिवेन पर हुई और यहाँ पर ट्रिपल एच का ख़िताब और गोल्डबर्ग का करियर दांव पर लगा हुआ था। यहाँ पर ये बात तो साफ़ हो गयी थी की जीत गोल्डबर्ग की होगी। ट्रिपल एच ने उन्हें ख़िताब न जीतने देने की बहुत कोशिश की, लेकिन यहाँ पर गोल्डबर्ग रुकनेवाला नहीं थे। गोल्डबर्ग का ये कंपनी में पहला और आखरी ख़िताब था। गोल्डबर्ग तीन महीने तक चैंपियन बने रहे, ये ठीक था लेकिन इसमें कुछ विशेषता नहीं थी। इसके बाद ट्रिपल एच के साथ ट्रिपल थ्रेट मैच में उन्हें अपना ख़िताब गंवाना पड़ा। इससे पता चलता है कि WWE गोल्डबर्ग को ट्रिपल एच से आगे बढ़ने नहीं देना चाहती थी। भले ही उनका वो मैच कुछ खास न हों, लेकिन कंपनी का सबसे बड़ा बेल्ट जीतना अपने आप में बड़ी बात है।