गोल्डबर्ग को पहले से सर्वाइवर सीरीज़ के बाद हुई रॉ के लिए एडवर्टाइज़ नहीं किया था, लेकिन उन्होंने आज शो की शुरुआत की। गोल्डबर्ग ने प्रोमो करते हुए रॉ की कमिश्नर स्टैफनी ने उनसे पूछा कि क्या उनमें टाइटल पाने की हिम्मत बची हुई है। रॉयल रम्बल से ही रोड टू रैसलमेनिया की शुरुआत होगी। ऐसे में गोल्डबर्ग ने आज कंफर्म किया कि वो 29 जनवरी को सैन एंटोनियो के अलामाडोम में होने वाले रॉयल रम्बल का हिस्सा होंगे।
गोल्डबर्ग अगले साल होने वाले रॉयल रम्बल मैच के पहले पार्टिसिपेंट होंगे। गोल्डबर्ग के रॉयल रम्बल का हिस्सा बन जाने की वजह से टिकटों की बिक्री में भारी इजाफा देखने को मिलेगा। WWE इस इवेंट के लिए 60 हजार से ज्यादा दर्शक लाना चाहती है। अलमाडोम में आखिरी बार रॉयल रम्बल 1997 में हुआ था। जहां शॉन माइकल्स ने सायको सिड को हराकर चैंपियनशिप अपने नाम की थी। गोल्डबर्ग के रॉयल रम्बल जीतने के बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता। लेकिन रैसलिंग ऑबजर्वर न्यूजलैटर के डेव मैल्टजर का मानना है कि गोल्डबर्ग और ब्रॉक लैसनर का मुकाबला आगे भी होगा और शायद एक से ज्यादा बार। गोल्डबर्ग ने रॉयल रम्बल मैच में जाने की बात को कंफर्म कर दिया है। डेव मैल्टजर ने पहले ही कहा था कि ऐसा हो सकता है, जिसकी बाद रैसलमेनिया 33 में भी मैच देखने को मिल सकता है। मैल्टजर ने कहा कि ब्रॉक लैसनर ने खुद गोल्डबर्ग के लिए पुश किया होगा। क्योंकि इस मैच से काफी ज्यादा पैसा कमाया जा सकता है। लैसनर को लेकर पहले खबर थी कि वो सर्वाइवर सीरीज़ का मैच जीतेंगे। मैल्टजर का मानना है कि मैच को गोल्डबर्ग की कंधे की चोट की वजह से छोटा नहीं किया गया, बल्कि इसलिए छोटा किया गया कि गोल्डबर्ग को बढ़ा चढ़ाकर लोगों के सामने पेश किया जा सके।