रॉयल रंबल पर ब्रॉक लैसनर ने ब्रॉन स्ट्रोमैन और केन को हराकर यूनिवर्सल चैंपियनशिप का एक बार से बचाव किया। लैसनर चैंपियनशिप का बचाव करने में सक्षम थे, लेकिन ऐसा लग रहा था कि वह मैच में हैं ही नहीं। मैच की शुरुआत स्ट्रोमैन ने अपने घुटने को लैसनर के सिर पर मारकर की। आपको बता दें कि ब्रॉक लैसनर और ब्रॉन स्ट्रोमैन के बीच फिउड काफी समय से चल रही है, और इस फिउड में लैसनर ने हर बार ब्रॉन स्ट्रोमैन को पिन किया है। रॉयल रंबल पर हुए लैसनर और स्ट्रोमैन के बीच मैच में स्ट्रोमैन पूरी तरह से हावी नज़र आ रहे थे और ऐसा लग रहा था कि आखिर में जीत हासिल करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ऐसा माना जाता है कि ब्रॉक लैसनर के रिटायरमेंट के बाद स्ट्रोमैन उनकी जगह लेंगे। इसके अलावा आने वाले समय में WWE को केन और बिग शो जैसे स्टारपॉवर की जरुरत होगी जो आने वाले कुछ सालों में चले जाएंगे। रॉयल रंबल पर हमने फिउड के दौरान देखा जब ब्रॉन स्ट्रोमैन ने अपने घुटने से लैसनर के सिर पर मारा जिसके बाद ब्रॉक लैसनर ने उठकर स्ट्रोमैन के फेस पर बिना रुके कई पंच मारे। आप इसे नीचे वीडियो में देख सकते हैं। Lesnar ain't happy, y'all. pic.twitter.com/cNNylNN4W3 — Emmet Russell (@AussieEmmet) January 29, 2018 WWE ने इनकी फिउड के दौरान कई मौको पर ऑडियो को बंद किया, क्योंकि दोनों ही सुपरस्टार्स एक-दूसरे को रिंग में ही शूट करने का फैसला कर चुके थे। दोनों सुपरस्टारों ने एक दूसरे के ऊपर कई हार्ड-हिटिंग पंच का यूज किया, लेकिन ऐसा माना जाता है कि यह बस फाइट को रियल दिखाने के लिए मैच का एक हिस्सा होता है। BROCK! ☠️ pic.twitter.com/9e5jk8GzZr — TDE Wrestling (@totaldivaseps) January 29, 2018 फिलहाल अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि लैसनर WWE में कब लौटेंगे, लेकिन अगले चार हफ्ते में होने वाले एलिमिनेशन चेम्बर का हिस्सा नहीं होते हैं तो फिर निश्चित रुप से रैसलमेनिया पर उनके प्रतिद्वंदी रोमन रेंस ही होंगे। हमारे ख्याल से दोनों ही रैसलर बड़े सुपरस्टार्स हैं और अगर इनके बीच किसी बात को लेकर कोई विवाद नहीं है तो यह काफी सही है। हो सकता है कि स्ट्रोमैन का घुटना गलती से लैसनर को लगा हो और लैसनर ने सोचा कि बदले में उन्हें भी इसका जवाब देना चाहिए। हमारे ख्याल इसकी काफी उम्मीद है कि अब दोनों के बीच मुकाबला हो, ऐसे में अगर दोनों के बीच थोड़ी रियल लाइफ हीट है तो भी कोई समस्या नहीं है। लेखक: फिलिपा मेरी, अनुवादक: रोहित श्रीवास्तव