रैसलर और WWE सुपरस्टार मिक फोली और जैफ हार्डी क्रोनिक ट्रॉमेटिक एन्सेफैलोपैथी अनुसंधान को अपना ब्रेन दान करने के लिए तैयार हो गए है, ऐसा इसलिए कि वैज्ञानिक रैसलर्स के दिमाग का अध्ययन कर सकें। क्रोनिक ट्रॉमैटिक एन्सेफैलोपैथी या सीटीई में कई सारे सुपरस्टार से ब्रेन हैं, जिन्हें या तो कभी बहुत गुस्सा आता था या जिन्हें ज्यादा आक्रमकता या फिर चिड़चिड़ापना जैसे लक्षण पाए जाते थे। Bloomsmag की खबर के मुताबिक दोनों हार्डी और मिक फोली ने रिसर्च के लिए अपना ब्रेन दान करने का फैसला किया है। हार्डी एक बार रिंग रस्ट रेडियो के साथ इंटरव्यू में इस बात का ज्रिक कर चुके हैं। हार्डी ने कहा कि मेरी पत्नी केविन नैश घोषणा को कहीं पढ़ रही थी और जैसे मैंने इसे सुना तो मैंने कहा कि मैं यह करना चाहता हूं, मैं इसका हिस्सा बनना चाहता हूं। यह रैसलिंग के लिए सबसे सीरियस मुद्दा है। हार्डी ने कहा कि मैं लकी हूं जो मुझे ऐसा करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि केविन नैश ने मैं बहुत प्रेरित हूं लेकिन मुझे नहीं पता था कि RVD भी इसका हिस्सा थे। उन्होंने वाकई मुझे बहुत प्रेरित किया है। मिक फोली ने भी साल 2016 में ट्वीट कर अपना ब्रेन दान देने का इशारा किया था। आप नीचे उनका ट्वीट देख सकते हैं। I actually am donating my brain to science! @ChrisNowinski1 talked me into donating it to https://t.co/HJ5DTJ6npK https://t.co/OJ1EF5gIzZ — Mick Foley (@RealMickFoley) March 16, 2016 WWE सिर के इलाज के लिए अब और भी गंभीर हो गया है इसको देखते हुए WWE ने स्टील शॉट्स को सिर पर मारना बैन कर दिया है। अब किसी भी रैसलर्स को ऐसा करने की अनुमति नहीं है। डेनियल ब्रॉयन रैसलिंग के इतिहास में एक ऐसा उदाहरण है जिनकी चोट की वजह से WWE उन्हें रैसलिंग करने की इजाजत नहीं दे सकता है। हमारे ख्याल से काफी अच्छी बात है कि मिक फोली जैसे बड़े रैसलरों ने यह कदम उठाया है इससे बाकी रैसलरों को भी ऐसा करने की प्रेरणा मिलेगी। लेखक: डेनियल वुड, अनुवादक: रोहित श्रीवास्तव