जिंदर महल जो अपने आप को "मॉर्डन डे महाराजा" के रूप में कहते हैं। उनका रैसलमेनिया 33 से अब तक का सफर शानदार रहा है। महल ने मई के महीने में WWE चैंपियनशिप को हासिल करने के लिए बैकलेश में रैंडी ऑर्टन को हराकर विजय प्राप्त की। महल की ऑर्टन के साथ दो अलग-अलग अवसरों पर लड़ाई चुकी है। महाराजा बैरन कॉर्बिन के मनी इन द बैंक कैश से भी बच गए थे। उन्होंने बाद में WWE चैंपियनशिप को बरकरार रखने के लिए शिंस्के नाकामुरा को भी हराया। सब कुछ महल के मुताबिक ठीक चल रहा था, लेकिन जब तक स्मैकडाउन के लाइव एपिसोड में वो एजे स्टाईल्स से हार नहीं गए। इसके चलते महाराजा का 170 दिन की टाइटल बादशाहत खत्म हो गई। वर्ल्ड के सभी WWE फैंस को जिंदर महल की चैंपियनशिप जीत ने हैरान कर दिया था। एक सवाल सामने था कि जो इंसान मेन इवेंट तक से जुड़ा हुआ नहीं था, उसे WWE में सबसे प्रतिष्ठित प्राइज हासिल करने का मौका कैसे मिल गया। रैसलमेनिया 33 के आंद्रे द जाइंट मेमोरियल बैटल रॉयल में जिंदर फाइलन में मौजूद दो सुपरस्टार्स में से एक थे, जहां पर वो मोजो राउली से हार गए थे। राउली को एक महीने में ही भुला दिया गया और महल जिन्होंने WWE में एक भी खिताब नहीं जीता था। WWE चैंपियनशिप में उनको नंबर 1 कंटेंडर के तौर पर पुश मिला, जिसमें बाद में उसी में जीत हासिल की। दरअसल सब कुछ तब समझ में आया, जब WWE ने इस साल भारत में आने की बात कही। वहीं WWE ने भारत में फैंस को इक्कठा करने लिए जिंदर महल को बेहतरीन मार्केटिंग स्ट्रेटेजी के तौर पर चुना। हालांकि WWE ने जिंदर महल के व्यापार का भी विज्ञापन दिया। हम सभी जानते हैं कि WWE अपने सुपरशो के लिए भारत में 9 दिसंबर को आएगा। इंडस्ट्री में सर्वोच्च पुरस्कार से भारतीयों का ध्यान अपनी और आकर्षित करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? महल ने स्मैकडाउऩ लाइव के एक एपिसोड में घोषणा की थी कि उन्हें सर्वाइवर सीरीज में ब्रॉक लैसनर के खिलाफ लड़ना है। इस घोषणा के कुछ हफ्ते बाद, महल ने इस टाइटल को एजे स्टाइल्स को सौंप दिया, जिसमें पीपीवी में स्टाइल्स को लैसनर के खिलाफ लड़ना था। हालांकि महल इस साल सर्वाइवर सीरीज की हिस्सा भी नहीं थे। भारत में होने वाले मैच की तारीख अब पास चुकी है, ऐसा बिल्कुल भी नहीं लग रहा कि महाराजा टाइटल के साथ अपने देश जा रहे हैं। ऐसा नहीं लगता है कि महाराजा टाइटल के साथ अपने देश में जा रहे हैं। महल को एक रीमैच मिला है, जोकि भारत से लौटने के बाद होगा। लेकिन यह स्पष्ट है कि वो गोल्ड नहीं जीत पाएंगे। WWE ने जिंदर महल के भारत के इस दौर को बहुत बढ़ावा दिया है। लेकिन यह आश्चर्यजनक नहीं होगा अगर पीपीवी क्लैश ऑफ चैंपियंस के बाद जिंदर को भुला दिया जाएगा।