रैसलमेनिया 34 के किकऑफ शो में विमेंस बैटल रॉयल मैच का आयोजन कराया गया। इस मैच में भारत की तरफ से इतिहास रचा गया। WWE में भारत की पहली महिला रैसलर कविता देवी ने मेन रोस्टर में डैब्यू किया। ये किसी भी भारतीय महिला रैसलर की पहली रैसलमेनिया अपीयरेंस थी। WWE ने अक्टूबर महीने में कविता देवी को साइन करने को लेकर एलान किया था। उन्होंने इसी साल से फ्लोरिडा स्थित WWE परफॉर्मेंस सैंटर में ट्रेनिंग लेनी शुरु की है। सूट-सलवार में नजर आईं कविता देवी ने बैटल रॉयल मैच में सबसे पहले बैकी लिंच पर अटैक किया। हालांकि मैच में वो थोड़े ही समय बाद एलिमिनेट हो गई थीं।
कविता ने इतिहास तब बनाया था, जब WWE रिंग में लड़ने वालीं वो पहली भारतीय रैसलर बनी थीं। हालांकि कविता अपने मेंटर, प्रेरणा और ट्रेनर द ग्रेट खली की तरह ही WWE में अपना नाम कमाना चाहती हैं। कविता ने इससे पहले साल 2006 में साउथ एशियन गेम्स में भारत के लिए पावरलिफ्टिंग में 75 किलो वर्ग में गोल्ड जीता था। पिछले साल हुए मे यंग क्लासिक टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले कविता देवी की तारीफ करते हुए WWE ने कहा, "कविता के पास उनके दूसरे प्रतिद्वंदियों की तरह अनुभव नहीं है, लेकिन उनके पास सफल होने की सारे काबिलियत है। देवी दुबई में हुए ट्राईआउट का हिस्सा थीं, जहां उन्होंने सबको काफी प्रभावित किया। देवी रैसलिंग में एक दिन बहुत नाम कमाएंगी।" देवी ने WWE के 'मे यंग क्लासिक टूर्नामेंट' में डकोटा काई के साथ हुए मैच में अपने ऊपर दिखाए गए विश्वास को सही साबित किया। देवी जरूर पहले ही राउंड में बाहर हो गई थीं, लेकिन उनके मैच को यूट्यूब पर 17 मिलियन व्यूज़ मिले। WWE के साथ करार होने के बाद कविता देवी ने कहा था, "WWE में पहले भारतीय महिला रैसलर बनकर अच्छा लग रहा है। मुझे मे यंग क्लासिक में लड़ने से काफी अनुभव मिला और मेरा सपना WWE विमेंस चैंपियन बनना है।" कविता देवी आज के दिन को कभी नहीं भुला पाएंगी क्योंकि WWE रैसलमेनिया में एंट्री करना हर रैसलर का सपना होता है।