कविता देवी(असली नाम कविता दलाल) ने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में इस बात पर अपने विचार साझा किए कि उन्होंने किस तरह से पुरुषवादी सोच वाले समाज से लड़ाई करके खुद के लिए जगह बनाई। कविता ने द ग्रेट खली से ट्रेनिंग ली हैं, और उनका CWE(कॉन्टिनेंटल रैसलिंग एंटरटेनमेंट) में नाम हार्ड केडी भी रहा है। कविता ने अक्टूबर में WWE के साथ डेवलपमेंट कॉन्ट्रैक्ट साइन किया। कविता ने बताया कि 2009 में उनकी शादी जींद से कर दी गई थी। उन्होंने अपने अनुभव के बारे में कहा कि उनके ससुराल वाले ये चाहते थे कि लड़की सिर्फ चूल्हा, चौका करे। उनके पति भी इस मानसिकता के थे जहां औरत अगर मर्द से ज्यादा नाम कमा ले या जानी जाए, तो उन्हें गुस्सा आता है। उन्होंने बताया कि इस बात से क्षुब्ध होकर वो अपने घर आ गई। समाज के लोगों ने मेरे माता पिता को कहा कि वो मेरी दोबारा शादी करवा दें। इस सब के बावजूद उनके माता पिता उनके साथ रहे और वो अब WWE में उनके लिए कुछ करना चाहती हैं। उन्होंने कहा ,"मेरे माता पिता ने ट्रेनिंग के लिए पैसे उधार लिए और किसी कि बात नहीं सुनी। अब मैं उनके सपनों को पूरा करने के लिए पुरज़ोर मेहनत करूंगी। कविता ने बताया कि किस तरह जब एक दिन हॉस्टल में रहते समय उनके पास टूथपेस्ट खत्म हो गया था और उन्हें किसी से मांगते हुए अच्छा नहीं लग रहा था, तब उन्होंने नीचे बने मंदिर में से इस वादे के साथ 15 रुपए लिए थे, कि वो उसे जल्द वापस कर देंगी। ये आशा कि जा रही है कि वो इस महीने से WWE परफॉर्मेंस सेंटर में ट्रेनिंग करना शूरु कर देंगी। कविता ने ये बात पहले कही हैं कि वो द ग्रेट खली और जिंदर महल के पदचिन्हों पर चलकर कम्पनी में सबसे उच्चतम स्तर पर जाना चाहेंगी। कविता की कहानी ना सिर्फ भारत बल्कि विश्व भर की महिलाओं के लिए प्रेरणा योग्य हैं। स्पोर्ट्स-एंटरटेनमेंट की दुनिया में कविता ऊँचा मान करें, यहीं कामना करते हैं।