ट्रिपल एच से जुड़ी 5 बातें जिनके बारे कोई ज़्यादा नहीं जानता

पॉल माइकल लेवेस्क उर्फ़ ट्रिपल एच ने रैसलिंग की दुनिया में अपना बहुत बड़ा नाम बनाया है। कनेक्टिकट ब्लूब्लड से ट्रिपल एच बनने तक और फ्रैंचाइज़ी में एक बड़े स्थान पर पहुंचने तक लेवेस्क की कहानी हर युवा को अपनी ओर आकर्षित करती है। वह जिस तरह की मूव करते है, वो उनके प्रशंसक ध्यान से देखते है। बाकी सुपर स्टार्स की तरह ही उनके भी कुछ तथ्य है, जिसे ज्यादा लोग नहीं जानते। आज हम वैसे ही पांच फैक्ट्स ट्रिपल एच के बारे में बताने जा रहे है, जो शायद ही ज्यादा लोग जानते होंगे। #1 चायना को डेट करते हुए ट्रिपल एच का दिल स्टेफ़नी पर आया सभी को मालुम था की रिंग में ट्रिपल एच चायना को पसंद करते थे। लेकिन ये कम लोगों को पता था की दोनों का प्यार रिंग के बाहर भी चल रहा था। रिंग के अंदर लिखी गयी कहानी बाहर भी खूब पनप रही थी। दोनों के बीच सब कुछ सही चल रहा था,लेकिन स्टेफ़नी मैकमैहन के आने के बाद से, सब पहले जैसा नहीं रहा। स्टेफ़नी ट्रिपल एच के ज्यादा करीब आते गयी। चायना और ट्रिपल एच के बीच दूरियां बढ़ती गयी और ट्रिपल एच ने स्टेफ़नी मैकमैहन के साथ शादी कर के चायना से रिश्ता तोड़ लिया। इससे चायना WWE फ्रैंचाइज़ी से बाहर निकल गयी और ट्रिपल एच को WWE में ऊँचा स्थान मिला। #2 गले लगने के कारण ट्रिपल एच किंग ऑफ़ द रिंग का मुकाबला हारे ट्रिपल एच अपनी दोस्ती के लिए काफी फेमस हैं WWE में असली भावनाओं के लिए भी जगह है और इसका उदहारण ट्रिपल एच ने 1996 के किंग ऑफ़ द रिंग मुकाबले के पहले दिया। ट्रिपल एच क्लिफ का हिस्सा थे, जिसके बाकी सदस्य शॉन माइकल्स, स्कॉट हॉल और केविन नैश थे। स्कॉट हॉल और केविन नैश का WWE छोड़ना तय था। मैडिसन स्क्वायर गार्डन में मुकाबले के बाद ट्रिपल एच ने अपने दोनों साथियों को गले लगा लिया। टेलीविज़न पर इस दृश्य का सीधा प्रसारण किया गया था। WWE के अधिकारीयों को ये बात पसंद नहीं आई और उन्होंने 96 के किंग ऑफ़ द रिंग मुकाबले के पहले राउंड में ही ट्रिपल एच को जेक 'द स्नेक' रोबर्ट्स के हातों हरवा दिया। हालांकि एक व्यक्ति की हार से दूसरे व्यक्ति का फायदा हुआ। उस साल का किंग ऑफ़ रिंग ख़िताब 'स्टोन कोल्ड' स्टीव ऑस्टिन ने जीता और आगे जा कर WWE वे महान रेसलर बने। #3 WWE में HHH की कार्यकारी स्थिति को हमेशा गलत समझा जाता है शुरुआत में ट्रिपल एच WWE में ज़्यादा बड़े इंसान नहीं थे ट्रिपल एच WWE में एक ऊँचे पद पर है, यह बात कई लोगों को पसंद नहीं है। कइयों का ये मनना है कि ट्रिपल एच ने रेसलिंग के बाद भी पैसे कमाने के लिए स्टेफ़नी से शादी की। इन बातों की कोई बुनियाद नहीं है और ये सरासर गलत है। दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते हैं और अपनी ज़िन्दगी में खुश हैं। लोग समझते है कि वों WWE में सीओओ के स्थान पर है, जो की गलत धारणा है। उनकी शुरुआत कार्यकारी वरिष्ठ सलाहकार के तौर पर हुई थी। बाद में उन्हें 2011 में प्रमोशन मिला और वें प्रतिभा और लाइव इवेंट्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष बने। 2013 में उन्हें एक और प्रमोशन मिला और वें प्रतिभा, लाइव इवेंट्स और क्रिएटिव के कार्यकारी उपाध्यक्ष बने। #4 चोटिल होने के बाद उनकी वापसी उल्लेखनीय है चोट के बाद ट्रिपल एच की वापसी की उम्मीद कम ही लोगों को थी WWE में कहानी भले ही रची जाती हो, लेकिन चोटें असली लगती है। ट्रिपल एच इन चोटों का कई बार शिकार हुए हैं। 2001 में स्टोन कोल्ड के साथ एक टैग टीम मुकाबले में वें क्रिस जेरिको और क्रिस बेनोइट के विरुद्ध खेल रहे थे। जेरिको की 'वाल ऑफ़ जेरिको' को तोड़ने के दौरान ट्रिपल एच की क्वॉड्रसिप्स मांसपेशियों खिंच गयी थी। इसके बावजूद उन्होंने मैच पूरा किया, बाद में उन्हें पता चला की इससे उनका कैरियर भी ख़त्म हो सकता था। 2002 में ट्रिपल एच के गले में भी चोट लगी थी क्योंकि रॉब वैन डैम गलती से उनके गले पर गिर गए थे। लेकिन एक हफ्ते में वें ठीक हो कर लौट आये। 2007 के पे पर व्यू मुकाबले में उन्होंने रैंडी ऑर्टन को स्पाइनबस्टर मूव देने की कोशिश की जिसमे वापस उनकी क्वॉड्रसिप्स मांसपेशियों खिंच गयी। चोट लगने के बाद उनकी वापसी अलौकिक रही हैं। #5 न्यू इंग्लैंड से आये हुए एक प्रतिभाशाली रेसलर हैं ट्रिपल एच ट्रिपल एच काफी कठनाईओं से ट्रिपल एच बने हैं ढेर सारे प्रतिभाशाली रेसलर्स आये है न्यू इंग्लैंड से। उनमें से कुछ जॉन सीना, स्पाईक डडले और डेमियन सैंडो हैं। ट्रिपल एच न्यू इंग्लैंड के नाशहुआ में बढे। पास के ही एक जिम में उन्हें एक हफ्ते का फ्री ट्रायल मिला जिसके बाद से उनमें अपनी सेहत बनाने की रूचि पैदा हुई। उनकी कामयाबी की शुरुआत 19 साल की उम्र में महान रेसलर वाल्टर 'किलर' कोवल्सकी की निगरानी में ट्रेनिंग करने के दौरान हुआ। तब उन्हें मिस्टर टीन न्यू हैम्पशायर का ख़िताब मिला था। WCW में काम करने के बाद 1995 में ट्रिपल एच WWE से जुड़े। उसके बाद से उन्होंने कभी पलट के नहीं देखा। लेखक: डैनी नजारत, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी