स्पोर्ट्सकीड़ा एक्सक्लूज़िव: WWE में भारत की पहली महिला रैसलर कविता देवी ने कई मुद्दों को लेकर अपनी बात रखी

प्रोफेशनल रैसलिंग वर्ल्ड में भारत पर हाल ही में बहुत ज्यादा फोकस रहा है। जिंदर महल WWE चैंपियन हैं और उनका साथ सिंह ब्रदर्स देते हैं। सोंजय दत्त एक्स-डिवीज़न के चैंपियन हैं और अब कविता देवी भी WWE में कम्पीट करने वाली पहली महिला रैसलर बन गई हैं। 34 वर्षीय कविता देवी ने हाल ही में 32 विमेंस "मे यंग क्लासिक टूर्नामेंट" में हिस्सा लिया था और वह WWE का हिस्सा बनने वाली पहली भारतीय महिला थीं। हमने उनकी अबतक की यात्रा, उनके अनुभवों और उनके भविष्य के प्लांस के बारे में बात की।


WWE में कम्पीट करने वाली पहली भारतीय महिला रैसलर बनकर आपको कैसा महसूस हो रहा है?

इतने बड़े लेवल पर भारत को रिप्रेजेंट करना, यह मेरे लिए गर्व की बात है। पूरा देश मुझपर गर्व महसूस कर रहा है क्योंकि मुझे वहां के लोगों ने बेहद पसंद किया था। सभी को इस बात की ख़ुशी है कि भारत से एक महिला ने इतने बड़े स्टेज तक पहुंचने में कामयाब पाई है।


वहां पर अलग-अलग देश की रैसलर्स थीं, क्या आपको भाषा से सम्बंधित कुछ दिक्कतें आईं?

मुझे वहां पर ट्रांसलेटर दिया गया था। मैं थोड़ा बहुत इंग्लिश बोल और समझ सकती थी। मुझे किसी प्रकार की कोई भी दिक्कत नहीं आई। सिंह ब्रदर्स जो जिंदर महल के साथ आतें हैं, वे मुझसे मिलने आए थे और उन्होंने मेरी काफी मदद की। मुझे कभी भी वहां पर अनकम्फर्टेबल नहीं लगा। सभी ने मेरी काफी मदद की।


क्या आप शुरू से ही WWE की फैन थीं?

मुझे WWE के मुकाबले देखना बेहद पसंद था, लेकिन मैं कभी सोच भी नहीं सकती थी की मैं रिंग में उतर पाऊंगी। मैं एक लोकल शो में थी और वहां एक ओपन चैलेंज दिया गया, मैंने अपना हाथ बिना सोचे समझे उठा दिया और जब मैं रिंग में पहुंची तो मुझे भरोसा हो गया कि मैं यह कर सकती हूं। इसके पहले मैं सिर्फ बाहर से ही देखा करती थी। फिर मैंने द ग्रेट खली के अंडर काम करना शुरू किया। उन्होंने मुझसे कड़ी मेहनत करवाई और मुझे भविष्य के लिए तैयार किया।


आपके सबसे फेवरेट WWE सुपरस्टार्स कौन हैं?

बेशक, खली। द अंडरटेकर, जॉन सीना, मैं इन सभी के मुकाबले भी देखती थी। मैंने कभी वीमेन रैसलिंग नहीं देखी। मैंने एक इंटरव्यू देखा था जिसमें यह निष्कर्ष निकाला गया था कि भारतीय महिला कभी रैसलिंग रिंग में नहीं जातीं हैं। इससे मुझे चोट पहुंची और मैंने कहा कि मौका मिलने पर मैं जरूर जाऊंगी। पूरा भारत WWE का दीवाना है (मुस्कुराती हैं)

youtube-cover

क्या आपको ट्रिपल एच से मिलने का मौका मिला था? आपका अनुभव कैसा था?

वह काफी सिंपल, सभ्य और अच्छे थे। उन्होंने मुझे भारत से WWE में आने वाली पहली महिला रैसलर बनने की बधाई दी और उन्होंने कहा कि उन्हें मुझपर गर्व है। उन्होंने मुझे आगे की जर्नी के बारे में कुछ सुझाव भी दिए और जमकर मेहनत करने को कहा।


पहले राउंड में डकोटा ताई के खिलाफ मुकाबले के बारे में आपका क्या कहना है?

डकोटा ताई बेहद अच्छी रैसलर हैं, वह काफी चतुर और काफी मजबूत थीं। सभी रैसलर्स वहां पर अच्छी थीं और अपने देश की नंबर 1 रैसलर थीं। मुझे उनके बीच में खड़े होकर गर्व महसूस हो रहा था क्योंकि कम्पटीशन लेवल बेहद हाई था।


क्या आपको लगता है कि आपके प्रदर्शन से भारतीय लड़कियां भी WWE का रुख करेंगीं ?

मेरा मानना है कि यह संभव है। अगर आप मुझे रैसल करते हुए देखेंगे तो मैं पारम्परिक भारतीय पोशाक में थी। भारत के कल्चर को रिप्रेसेंट करना बेहद जरुरी है। मेरा लक्ष्य वहां जाकर अन्य भारतीय लड़कियों के लिए WWE के दरवाज़े खोलने का था और मैं दिखाना चाहती थी कि आपको इंटरनेशनल परफॉर्मर्स जैसी किंग ऑफ़ रिंग गियर की जरूरत नहीं है। मैंने पारंपरिक कपड़ों में ही बेहद हाई लेवल पर कम्पीट किया। लड़कियां मेरी परफॉरमेंस से काफी प्रेरणा ले रही हैं। आने वाले महीनो में, आप जालंधर की CWE अकैडमी में और भी लड़कियों को जॉइन करते हुए देखेंगे।यह जितना ज्यादा लोगों तक पहुंचेगा, उतनी ज्यादा लड़कियां इम्प्रेस होंगी और फिर अपनी पहचान बनाने आएंगी।


आपके लिए अब अगला पड़ाव क्या है? क्या आप किसी खास रैसलर के खिलाफ लड़ना चाहेंगी?

मेरा अगला टार्गेट WWE वीमेंस चैंपियन बनने का है। चाहे वो शार्लेट हो या साशा बैंक्स या बेली। मैं ग्रेट खली के अंडर कड़ी मेहनत कर रही हूं और मैं जिंदर महल और द ग्रेट खली की तरह WWE पर राज़ करना चाहूंगी। एक दिन भारतीय महिला भी राज़ करेगी।


आपको हिसाब से 'मे यंग क्लासिक टूर्नामेंट' कौन जीतगा?

देखिये, यह मैं आपको नहीं बता सकती। इस लेवल पर आकर सभी बराबर हैं, जब मैच होगा तो हमें यह पता चल जाएगा। जो भी सबसे मजबूत रैसलर होगी, वह यह टूर्नामेंट जीत जाएगी। लेखक: ऋजु दासगुप्ता, अनुवादक: मनु मिश्रा