यह सवाल तब से आ रहा है जब से WWE शुरू हुई है कि WWE रियल है या फिर फेक? अक्सर किसी मैच के दौरान हमें ऐसे पल देखने को मिल जाते हैं जिनसे ऐसा लगता है कि WWE एकदम ठीक है क्योंकि ऐसी चीजें असल जिंदगी में हो ही नहीं सकती। इसी सवाल का जवाब आपको आज मिलेगा।
WWE रियल है या फिर फेक?
WWE फेक बिल्कुल भी नहीं है। WWE में दिखाए जाने वाले हर प्रोमोज और मैच स्क्रिप्टेड होते हैं। चाहे वो द रॉक का शानदार प्रोमो ही या फिर स्टोन कोल्ड का स्टनर सभी चीज़े पहले से तय की गई होती हैं। प्रो रैसलर का फर्ज़ होता है कि वह हर चीज को एकदम अच्छे से निभाएं ताकि ऑडियंस को लगे कि यह सब असली है। क्यों WWE स्क्रिप्टेड है? रैसलर्स साल में 200 से ज्यादा शोज करते हैं जिनके कारण उन्हें सुरक्षित रैसलिंग करनी पड़ती है। प्रो रैसलर्स काफी दर्दनाक तरीके से मरेंगे अगर सुपरस्टार्स को अपने हिसाब से प्रोमोज और काम करने दिया जाए जैसा वह चाहते हैं। ऐसे में कोई रैसलर अगर दूसरे रैसलर को असली के चेयर शॉट्स मारने लगेगा तो उस रैसलर की हड्डियां तक टूट सकती है या फिर उसे कोई गंभीर चोट भी लग सकती है। इससे सुपरस्टार और WWE दोनों के लिए मुश्किलें काफी ज्यादा बढ़ जाएंगी। इसी कारण WWE आने वाली हर चीज होती है और इन सभी चीजों को रैेसलर काफी अच्छी तरीके से दिखाते हैं।
फेक और स्क्रिप्टेड में फर्क
फेक रैसलिंग में जब भी कोई रैसलर किसी रैसलर को मारता है तब वह असल में उसे मार नहीं रहा होता है बल्कि ऐसा करने की एक्टिंग कर रहा होता है। वहीं स्क्रिप्टेड रैसलिंग में जब कोई किसी को मारता है तब वह उसे सच में मार रहा होता है लेकिन यह सभी चीजें पहले से स्क्रिप्टेड होती हैं। रैसलर्स की भी एक सीमा होती है जिसके अंदर रहकर उन्हें सभी काम करने पड़ते हैं। 'क्या रैसलिंग फेक है' 'क्या WWE फेक है' 'WWE फेक है या रियल' ऐसे सवाल का हर प्रो रैसलिंग फैन को करना पड़ेगा लेकिन सच्चाई यही है कि प्रो रैसलिंग हमेशा से ही स्क्रिप्टेड है। लेखक- आदित्य रंगराजन अनुवादक- ईशान शर्मा