द ग्रेट खली एक ऐसा नाम बन गया है, जिसे देशा का बच्चा-बच्चा जानता है। अपनी जबरदस्त कद-काठी और WWE में हुए अंडरटेकर के खिलाफ धमाकेदार डैब्यू से खली रातों-रात फैंस की नजरों में आ गए। उन्होंने WWE के डैडमैन को एक हत्थी मारकर ही गिराया दिया था। खली ने WWE में रहकर कई सारे कारनामे किए और देश का नाम रौशन किया। 27 अगस्त 1972 को जन्में दिलीप सिंह राणा ने रैसलिंग में आने से पहले पंजाब पुलिस में नौकरी की और वो मिस्टर इंडिया भी रह चुके हैं। हम सभी लोग लंबे समय से द ग्रेट खली नाम को सुनते आ रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि खली ने इस नाम को क्यों चुना। अगर हम सोचने भी लगें तो इस नाम से मिलता-जुलता कोई नाम शायद आपके जहन में नहीं आएगा। हम आपको बताएंगे कि उन्होंने इस नाम को क्यों चुना। दिलीप सिंह राणा, जैसा नाम से ही पता चल रहा है कि वो एक हिंदू हैं और हिंदू धर्म में उनकी गहरी आस्था रही है। दिलीप काली मां के बहुत बड़े भक्त माने जाते हैं। काली मां के नाम की वजह से ही उन्होंने अपना रिंग का नाम खली चुना, जोकि WWE में द ग्रेट खली के नाम से फेमस हुआ। खली को आशुतोष महाराज का भक्त माना जाता है। द ग्रेट खली धूम्रपान और शराब से दूर रहते हैं। वो शाकाहारी खाने के शौकीन हैं, लेकिन उन्हें मांसाहारी खाने से भी परहेज़ नहीं है। 46 साल के दिलीप सिंह राणा का ज्यादातर समय अमेरिका के टैक्सस में गुजरता है क्योंकि वो अब एक अमेरिकी नागरिक हैं। साल 2012 में उन्हें अमेरिका की नागरिकता हासिल हुई थी। साल 2000 में दिलीप ने जाइंट सिंह के नाम से अपने रैसलिंग करियर की शुरुआत की थी। WWE में आने से पहले द ग्रेट खली ने कई सारी रैसलिंग प्रमोशन में काम किया। जनवरी 2006 में द ग्रेट खली ने WWE के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया। वो WWE सुपरस्टार बनने वाले भारत के पहले रैसलर बने। साल 2006 में 7 अप्रैल के स्मैकडाउन एपिसोड में उन्होंने मार्क हैनरी और द अंडरटेकर के बीच चल रहे मैच में डैब्य करते हुए अंडरटेकर पर अटैक किया। उनकी पहली दुश्मनी द अंडरटेकर के साथ थी। साल 2007 में बैटल रॉयल जीतकर वो WWE वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन बनने वाले पहले भारतीय रैसलर बने। 2014 में कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद खली ने WWE छोड़ दी और भारत आकर 2015 में अपनी रैसलिंग एकेडमी शुरु की।