WWE के इतिहास को देखा जाए तो उन्होंने हमेशा से हर एरा में किसी एक बड़ी राइवलरी के लिए शानदार स्टोरीलाइन बनाई है, जिसने उस एरा के जनरेशन को दर्शाया है। हर एरा में बदलते कल्चर के साथ उन्होंने हमेशा उस एरा के दो टैलेंटेड और शातिर दिमाग वाले रैसलर्स के बीच जंग कराई है, जिसने दर्शकों को बांधे रखा है और हमेशा उन्हें किसी भी एक साइड को चुनने पर मजबूर किया है। लेकिन WWE अपने मौजूदा एरा में अभी तक उस सिग्नेचर राइवलरी को हासिल नहीं पाया है और यह उनके हाल के वर्षों में घटती क्वॉलिटी का एक अहम फैक्टर है।
नार्मल दर्शक, जो WWE के फैंस नहीं भी होते हैं, उन्हें भी कंपनी के इतिहास के फेमस फिउड्स के बारे में पता होता है। 80 के दशक में होगन VS पाइपर का फिउड हो या होगन VS आंद्रे के बीच का फिउड। 90 के दशक को भी ब्रेट हार्ट और शॉन माइकल्स के बीच की फिउड के इर्द-गिर्द चलाया गया था। इस फिउड ने कैफेब स्टोरीलाइन की सभी हदों को पार कर दिया और कई बार दोनों रैसलर्स में बैकस्टेज में भी तकरार हुई, जिसका अंत मॉन्ट्रियाल के स्क्रूजॉब से हुआ।
एटीट्यूड के दौरान हमें WWE के दो ग्रेटेस्ट परफॉर्मर्स स्टोन कोल्ड स्टीव ऑस्टिन और द रॉक के बीच में फिउड देखने को मिला। दोनों ही तीन बार रैसलमेनिया में एक-दूसरे से भिड़े, और न जाने आपस में कितने शानदार मुकाबले खेले और फैंस को कई यादगार मोमेंट्स दिए। एटीट्यूड एरा कंपनी के इतिहास में इतना पॉपुलर हुआ कि स्टोन कोल्ड को उनके अन्य राइवल विंस मैकमैहन के साथ अलग-अलग सैगमेंट में पेश किया जाता था।
PG एरा के दौरान जब WWE की व्यूरशिप काफी कम रही थी और कंपनी ने अपने प्रोडक्ट को फैमिली फ्रेंडली बनाया था, तब भी हमारे पास जॉन सीना और रैंडी ऑर्टन की राइवलरी थी। सीना को उस एरा में हमेशा WWE के बेबी-फेस के रूप में प्रोजेक्ट किया गया था। हालांकि जिन्हें सीना का यह अंदाज़ पसंद नहीं था, उनके पास रैंडी ऑर्टन को चुनने का ऑप्शन था। दोनों ही रैसलर्स ने भले ही पहले जैसा मैजिक दर्शकों के लिए क्रिएट नहीं कर पाया हो, लेकिन जब भी आप PG एरा की सोचेंगे तो आपको हमेशा सीना और ऑर्टन ही याद आएंगे।
रैसलिंग को ऐसी राइवलरिज़ की जरूरत होती है। हम धीरे-धीरे WWE की रोलरकोस्टर कैफेब स्टोरीलाइन के आदी होते जा रहे हैं और अगर कोई रैसलर किसी अन्य रैसलर की धुनाई भी करता है, तो उसे भूला दिया जाता है। इसी तरह टैग-टीम साथ आती हैं। जोड़ियां टूटती हैं और बनती हैं। बैकस्टेज में भी हम रैसलर्स के प्रोफेशनल और पर्सनल जलन के बारे में कितनी बार सुनते हैं, लेकिन इन सबके बीच हमेशा दो ऐसे रैसलर्स का होना जरुरी है, जो लम्बे समय तक अपने राइवलरी को जारी रख सकें क्योंकि पैसा ऐसे ही ट्रेंड से आता है।
पिछले मंडे नाईट रॉ को देखकर यही लगा कि इस नए एरा में इस जिम्मेदारी को सबसे बेहतर ढंग से रोमन रेंस और ब्रे वायट निभा सकते हैं। इन दोनों के बीच अगर फिउड होती है, तो उससे फैंस भावनात्मक रूप से जुड़ेंगे, जिसका फायदा WWE रैसलमेनिया और समरस्लैम जैसे मेन इवेंट्स में उठा सकता है और अच्छे पैसे कमा सकता है।
हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि रेंस और वायट कंपनी के सबसे अच्छे परफॉर्मर्स है, यह सब्जेक्टिव चीज़ है। लेकिन मुद्दे की बात यह है कि रोमन रेंस WWE के फ़िलहाल सबसे महत्वपूर्ण रैसलर हैं और WWE के न्यू एरा फिउड में उनका होना अहम है। रोमन रेंस के पास जो काबिलियत है, वो ऐसे लम्बे फिउड्स के लिए बेहद जरुरी है। इससे फर्क नहीं पड़ता की आप रेंस से प्यार करते हैं या नफरत, फैक्ट तो यही है कि रेंस के बारे में लोग चिंता करते हैं। कुछ फैंस रेंस को इतना नापसंद करते हैं कि अगर ब्रॉन स्ट्रोमैन उनसे पंगा ले लें, तो वे भी मेन इवेंट में आ सकते हैं।
सिर्फ यही कारण है, जिसके वजह से ब्रे वायट उनके लिए परफेक्ट विरोधी हैं। ब्रे वायट इस समय ऐसे पोजीशन पर हैं, जहां काफी फैंस उनके लिए चीयर तो करना चाहते हैं, लेकिन नहीं कर पा रहे हैं। इससे दोनों ही रैसलर्स ऐसे स्थान पर आ खड़े हुए हैं, जहां इनके बीच की फिउड में फैंस को कोई एक पक्ष चुनने को मिलेगा, जिनके लिए वे चीयर या बू कर सकें।
उदाहरण के लिए अगर नए एरा का मेन फिउड रोमन रेंस और फिन बैलर के बीच में, या रोमन रेंस और सैथ रॉलिंस के बीच में होगा, तो फैंस यह निर्णय नहीं ले पाएंगे की वे किसका पक्ष लें। रोमन रेंस से नफरत करने वाले फैंस फिन और सैथ के लिए चीयर करेंगे और सभी युवा बेबीफेस लविंग फैंस को यह नहीं पता होगा की वे किस सपोर्ट करें। ब्रे वायट के फिउड में शामिल होने से काफी युवा फैंस उनसे नफरत करेंगे और रोमन के लिए चीयर करने पर मजबूर हो जाएंगे।
ब्रे वायट काफी दिलचस्प कैरेक्टर भी हैं। वे WWE के बाकी रैसलर्स, जो UFC जैसा माइंडसेट रखते हैं से अलग सोचते हैं और भांति-भांति के मज़ेदार एंगल्स और गिमिक लाते रहते हैं। ब्रे वायट में दर्शकों को अपनी बातों से ध्यान आकर्षित करने की भी काबिलियत हैं। जिसके वजह से दोनों रैसलर्स के बीच की राइवलरी सिर्फ जीत-हार तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि यह बैकस्टेज की तकरार जैसी अलग-अलग चीज़ों को भी साथ लाएगी। इसका परफेक्ट उदाहरण साल की शुरुआत में ब्रे वायट और रैंडी ऑर्टन के बीच की फिउड से भी लिया जा सकता है।
दोनों ही रैसलर्स का इतिहास भी शानदार रहा है। द शील्ड और वायट फैमिली के दल से अपना डेब्यू करने वाले दोनों रैसलर्स के आने को जानकारों ने नए एरा की शुरुआत मानी थी। रोमन और ब्रे दोनों ही अपने-अपने दल के लीडर्स थे। लेकिन उन्हें उस समय आपस में कभी नहीं भिड़ाया गया, जिससे प्रतीत होता है कि WWE इस बात का इंतज़ार कर रहा था की उनका फिउड सिर्फ उनके दल के टूटने के बाद कराया जाएगा।
यह पूरी स्टोरी, दोनों रैसलर्स का एक समय में WWE साथ आना, दोनों का अपने दल को लीड करना, दोनों का नए एरा की शुरुआत के लिए जिम्मेदार होना। सभी बातें एक ऐतिहासिक फिउड के लिए बढ़िया से कनेक्ट होती हैं और आने वाले समय की एक बड़ी फिउड के लिए शानदार नींव देती हैं।
अब सवाल यह उठता है कि अगर सब चीज़ें लाइन-अप हैं, तो इस फिउड को अभी तक डेवलप क्यों नहीं किया गया है? इसका मुख्य कारण जो नज़र आता है, वह है WWE का ब्रे वायट को ठीक से इस्तेमाल नहीं करना। अगर WWE ब्रे वायट के करियर को अंडरटेकर के शुरुआती करियर के जैसे बिल्ड करते, एक ऐसा कैरेक्टर बनाते जो विरोधियों के दिमाग में घुस कर मैच जीतने में सक्षम होता है, तो रैसलिंग वर्ल्ड में ब्रे वायट एक महत्वपूर्ण कैरेक्टर होते।
WWE ने इस गलती की शुरुआत रैसलमेनिया 30 में ब्रे वायट को जॉन सीना से हराकर की। उस मैच के लिए WWE की स्टोरीलाइन परफेक्ट थी, जब ब्रे वायट ने सीना के दिमाग में घुसकर उनके न चाहते हुए भी कई बुरे काम करवाने में सफल हुए थे। लेकिन WWE बेबीफेस सीना को हराने में हिचकिचा गई। अगर WWE ने उस समय ब्रे वायट को जिताया होता, तो वह वायट के लिए आने वाले वक़्त में परफेक्ट प्लेटफॉर्म बन जाता और आगे उन्हें बिलकुल अंडरटेकर के भांति प्रोजेक्ट किया जा सकता था।
फैंस भी ब्रे वायट को उतनी गंभीरता से नहीं लेते, क्योंकि उन्हें लगता है कि वे जिस भी राइवलरी में रहेंगे, अंत में उनकी हार ही होगी। अगर WWE चाहता है कि नए एरा के फिउड का चेहरा ब्रे वायट हों, तो उन्हें वायट के करियर को फिर से संवारना होगा। उन्हें सबसे पहले वायट को कुछ ऐसे फिउड्स जिताने होंगे, जहां उनसे जीतने की उम्मीद कोई नहीं कर रहा हो और उन्ही टैक्टिस का इस्तेमाल कर जिताने होंगे, जो उन्होंने सीना के खिलाफ इस्तेमाल किए थे।
मान लीजिये की ब्रे वायट अपनी हरकतों से ब्रॉक लेसनर या ट्रिपल एच के दिमाग में घुस जाते हैं और उनको इतना परेशान कर देते हैं कि वे गलती कर बैठे और अपनी चैंपियनशिप हार जाएं। ऐसे केस में ब्रे वायट को फैंस फिर से गंभीरता से लेना शुरू कर देंगे और उन्हें रेंस के लिए सही विरोधी समझेंगे।
फिर इस फिउड को डेवलप कर रैसलमेनिया तक ले जाया जा सकता है और दोनों के बीच मेन इवेंट कराया जा सकता है - जो आश्चर्यजनक रूप से कभी भी PG एरा के रैंडी ऑर्टन और जॉन सीना के बीच नहीं हुआ है। WWE इस तरह से अपने दोनों रैसलर्स को कलेक्टिवेली सुपरस्टार्स बना सकता है। यह एक बढ़िया पॉसिबिलिटी है और WWE को इस पर काम शुरू कर देना चाहिए।