पिछले साल की स्तिथि बहुत अलग थी। रोमन रेन्स PPV की ओर बढ़ रहे थे। वे चैंपियन थे और उनकी फाइट कंपनी के टॉप हील, विंस मैकमैहन से थी। हर हफ्ते वे मैकमैहन के हर चाल को पार कर सामने आते थे। सब ठीक चल रहा था, लेकिन ख़राब बात तब हुई जब विंस मैकमैहन ने घोषणा करी कि पे पर व्यू पर "एक बनाम सभी" होगा। दर्शक इसके बावजूद रोमन के साथ खड़े थे और उनका समर्थन कर रहे थे। लेकिन फिर #3 के इंट्रान्ट ने रम्बल का खेल बदल दिया। #3 पर एजे स्टाइल्स ने एंट्री की और उन्हें देख दर्शकों ने अपना समर्थन स्टाइल्स की ओर कर दिया। जब एजे को केविन ओवन्स ने एलिमिनेट किया तब दर्शकों को निराशा हुई। लेकिन यहां पर हम एक चीज़ पर आपका ध्यान खींचना चाहते हैं, वो है रोमन रेन्स आधे घंटे तक बैकस्टेज थे क्योंकि विंस मैकमैहन के कहने पर लीग ऑफ़ नेशन्स ने रेन्स पर हमला कर दिया था। इससे रोमन रेन्स को कोई फायदा नहीं हुआ। जब वे लौटे तब वे एक पोस्टर बॉय के किरदार में थे ना की किसी ऐसे चैंपियन के रूप में जिसे अपना ख़िताब बचाना था। #30 वें स्थान पर ट्रिपल एच ने डेब्यू किया और रॉयल रम्बल जीत लिया जिसपर दर्शकों को ख़ुशी हुई। अगर ऐसी ख़राब बुकिंग न होती तो रोमन रेन्स को वहां पर दर्शकों का समर्थन ज़रूर मिला रहता। रैसलमेनिया की ओर बढ़ते हुए भी WWE ने नीतियों से रोमन रेन्स को कुछ खास फायदा नहीं हुआ।