WWE सुपरस्टार साशा बैंक्स ने हाल ही में WWE के विमेंस रेवोल्यूशन के बारे में अल अरेबिया से बात की और उन्होंने यह भी बताया कि वह आगे क्या हासिल करना चाहती हैं ताकि वह विमेंस डिवीजन को आगे बढ़ा सकें। पिछले काफी सालों में हमें विमेंस डिवीजन में काफी कुछ देखने को मिला है। अक्टूबर 2015 में, बेली और साशा बैंक्स ने पहला विमेंस आयरन मैन मैच लड़ा था, उसके बाद उस साल दिसंबर में वो पहली महिला बनीं जिन्होंने किसी पीपीवी को मेन इवेंट किया हो। हमें पहला विमेंस हैल इन ए सैल मैच और पहला विमेंस रॉयल रंबल मैच भी देखने भी मिला। अबू धाबी में फाइट लड़ने वाली एलेक्सा ब्लिस और साशा बैंक्स पहली विमेन रैसलर बनीं। रैसलमेनिया 32 से WWE की विमेंस रैसलर्स डीवा चैंपियनशिप की बजाए विमेंस चैंपियनशिप के लिए मैच लड़ रही हैं और इस वर्ड को भी अब WWE में पूरी तरह से बैन कर दिया गया है। साशा बैंक्स के अनुसार विमेंस के लिए WWE में अभी भी काफी कुछ हासिल करना बाकी है। उन्होंने कहा कि वह सभी परिस्थितियों में 'महिलाओं' शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहतीं। साशा बैंक्स ने समझाया कि वह नहीं चाहतीं कि लोग कहें 'यह एक महान विमेन मैच था' और इसके बजाय वह चाहती हैं कि लोग कहें 'यह एक महान मैच था।' उन्होंने कहा कि वह WWE में नंबर वन और एक दिन WWE का फेस बनना चाहती हैं। वह अभी यह चाहती हैं कि महिलाएं भी WWE के हाउस शो में मेन इवेंट करें। हैरानी की बात यह है कि यह इससे पहले ऐसा कभी भी नहीं किया गया है। केजसाइडसीट्स के अनुसार हाल ही में कालामाजू में हुए रॉ के लाइव इवेंट में 8 मैचेस हुए जिसमें से सिर्फ एक मैच ही विमेंस डिवीजन से था। साशा बैंक्स ने बताया कि WWE के हाउस शोज में विमेंस को काफी नजरअंदाज किया जाता है। लेखक- निखिल भास्कर अनुवादक- ईशान शर्मा