सर्वाइवर सीरीज अमूमन टीम और ब्रैंड की एक दूसरे पर विजय का प्रतीक है, लेकिन इसके साथ ही वो प्रतीक है किसी एक रैसलर के द्वारा अपनी टीम के लिए विजेता बनने का। इस स्थिति में उन्हें सोल सर्वाइवर कहा जाता है, जिसका अर्थ होता है कि वो अब WWE द्वारा काफी ज्यादा प्रोत्साहित किए जाएंगे और उन्हें ज्यादा मौके मिलेंगे। ऐसा रैंडी ऑर्टन के साथ कई बार किया गया है, पर डॉल्फ ज़िगलर के साथ ऐसा नहीं है। आज हम नज़र डालेंगे उन रैसलर्स पर जो अपनी टीम के लिए सोल सर्वाइवर बन सकते हैं, और वो दोनों टीम्स कुछ इस प्रकार हैं: टीम रॉ: कर्ट एंगल (कप्तान), ब्रॉन स्ट्रोमन, फिन बैलर, जेसन जॉर्डन और समोआ जो टीम स्मैकडाउन: शेन मैकमैहन(कप्तान), बॉबी रूड, जॉन सीना, रैंडी ऑर्टन और शिंस्के नाकामुरा। टीम रॉ के सोल सर्वाइवर: ब्रॉन स्ट्रोमन अगर ताकत और आकार की बात करे तो ब्रॉन स्ट्रोमन का कोई मुकाबला ही नहीं है। ब्रॉक लैसनर के साथ हुए यूनिवर्सल चैंपियनशिप मैच में भले ही वो हार गए हो, लेकिन उसके अलावा उन्होंने पूरे साल रॉ रॉस्टर पर राज ही किया है। इस बात का अंदाज़ा WWE के अधिकारियों को भी है इसलिए वो टीम का हिस्सा सबसे जल्दी बने और इस शो पर WWE ब्रॉन को एक ऐसी ताकत की तरह दिखाना चाहेगी जहां उन्हें टीम स्मैकडाउन का कोई भी रैसलर परास्त नहीं कर पा रहा है, जबकि फिन और अन्य रैसलर्स तो जल्द ही बाहर हो सकते हैं। हालांकि वो सबसे बेहतरीन रैसलर लग रहे हैं, इसका मतलब ये नहीं है कि ऐसा असल में हो भी क्योंकि उनकी केन के साथ चल रही दुश्मनी कहीं उन्हें इस मैच से निष्काषित ना करवा दे और उसकी वजह से हमारे अगले प्रतियोगी को स्थान मिल जाए। टीम रॉ के रनर अप: जेसन जॉर्डन एक तरफ जहां लोग ये चाहेंगे कि अगर ब्रॉन नहीं तो टीम के कप्तान कर्ट एंगल या फिर फिन बैलर को ये ज़िम्मेदारी मिले कि वो अपनी टीम को जीत तक ले जाए, लेकिन क्या हो अगर उनकी जगह जेसन जॉर्डन आ जाए। वैसे तो ये सुनने में अजीब लगेगा लेकिन अब जब WWE ने उन्हें ये पुश दिया है तो ये देखना दिलस्चप होगा कि क्या फैंस उन्हें पसंद करते है या नहीं। अगर फैंस ने उन्हें चीयर किया तो अच्छा नहीं तो कम्पनी उन्हें पुश देना बंद कर सकती है। वैसे ये भी हो सकता है कि वो एक हील ही बन जाए। वो अपनी टीम से धोखा कर दे और इस तरह से हील बनें या फिर ऐसा हो कि वो टीम को जीत दिला दें लेकिन उन्हें लॉकर रूम में वो इज़्ज़त ना मिले जिसकी उन्हें उम्मीद हो, और उन्हें ये लगे कि उन्होंने तो वो कर दिखाया जो उनके पिता भी नहीं कर सके। टीम स्मैकडाउन के सोल सर्वाइवर: शिंस्के नाकामुरा बॉबी रूड अभी एकदम नए हैं और उन्हें नाकामुरा जैसा पुश भी नहीं मिल रहा है तो अगर वो एक हार पा भी जाते हैं तो उससे उनपर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। शेन मैकमैहन पर कम्पनी इतना फोकस नहीं करेगी क्योंकि उनसे ज़्यादा शक्तिशाली और फुर्तीले रैसलर्स हैं जिन्हें अब आगे किया जाना जरूरी है। वो टीम के कप्तान हैं और इस वजह से सारी कहानी का केंद्र बिंदु भी वहीं होंगे, लेकिन सिर्फ इस कहानी को बताने के लिए और गढ़ने के लिए। रैंडी ऑर्टन चूंकि कई मर्तबा जीत चुके हैं और सोल सर्वाइवर रहे हैं इसलिए उन्हें अब दोबारा वही पुश पाने की और साथ ही एक और बार सोल सर्वाइवर बनने की ज़रूरत नहीं है, तो वहीं दूसरी तरफ नाकामुरा ने जबसे जिंदर के हाथों शिकस्त पाई है, तबसे उनका करियर कुछ खास नहीं चल रहा है। इस मैच के सोल सर्वाइवर बनकर वो सबका ध्यान स्वयं की ओर केंद्रित कर सकेंगे, और इसका फायदा उन्हें रैसेलमेनिया सीजन में मिल सकता है। टीम स्मैकडाउन के रनर अप: जॉन सीना अगर रैसेलमेनिया की बात करें तो स्मैकडाउन के पास दो ही प्रमुख संभावनाएं हैं, जिंदर बनाम जॉन सीना और एजे स्टाइल्स बनाम शिंशुके नाकामुरा। अगर कहानी कुछ इस तरह गढ़ी जा रही है कि सर्वाइवर सीरीज के बाद जिंदर को WWE चैंपियनशिप बेल्ट दे दी जाए ताकि एलिमिनेशन चैंबर और रॉयल रम्बल के बाद सीना को प्रतिद्वंद्वी बनाया जा सके तो उस कहानी को शुरू करने के लिए ये इवेंट काफी सही होगा। ऑर्टन की तरह सीना को भी कुछ साबित करने की ज़रूरत नहीं है और वो किसी भी दिन कोई भी चैंपियनशिप जीत सकते हैं, लेकिन अगर उन्हें इतना बड़ा ओहदा मिला हुआ है तो उसके साथ ये चुनौती भी जिसमें उन्हें खुद को साबित करना है। नाकामुरा भले ही बिल्कुल नए हैं लेकिन इसका ये अर्थ नहीं होता कि वो आज के समय में सीना से ज़्यादा महत्व रखेंगे, और वो भी तब जबकि रैसेलमेनिया पर नाकामुरा बनाम एजे स्टाइल्स अभी पक्का नहीं हुआ है। लेखक: अंथोनी मैंगो, अनुवादक: अमित शुक्ला