रोमन रेंस WWE इतिहास के सबसे शानदार सुपरस्टार्स में से एक है। शील्ड से अलग होने के बाद जिस तरीके से उन्होंने अकेले सफलता हासिल की वो काबिले तारीफ है। उन्हें वक्त-वक्त पर पुश मिलता रहा। लेकिन रेंस मेन इवेंट में ब्रॉक लैसनर, एजे स्टाइल्स, सैथ रॉलिंस जैसे सुपरस्टार्स से लड़ने से पहले एक सिंपल आदमी थे। आपको बताते है कि बिग डॉग रोमन रेंस की उतपत्ति कैसे हुई?
प्रारंभिक जीवन और फुटबॉल करियर
रोमन रेंस का जन्म फ्लोरिडा के पैंसाकोला में हुआ था। वो रैसलिंग परिवार से ही संबंध रखते थे। फुटबॉल खेलकर रोमन रेंस बड़े हुए है। रोमन रेंस WWE सुपरस्टार नहीं बल्कि फुटबॉल प्लेयर बनना चाहते थे। कॉलेज में भी फुटबॉल के सबसे अच्छे खिलाड़ी हुआ करते थे। इसके अलावा रोमन रेंस एक फ्रैसमैन के भी पार्ट टाइम प्लेयर थे।
फैमिली
फुटबॉल से अलग होने के बाद फिर रोमन रेंस ने प्रोफेशनल रैसलिंग की दुनिया में कदम ऱखा। उनको उनके पिता ने ट्रेन किया था। साथ ही उनके चाचा का भी इसमें बड़ा योगदान रहा था। रोमन रेंस खुद अपनी सफलता के पीछे अपने परिवार का हाथ मानते है। उनके पिता और चाचा ही नहीं बल्कि उसोस उनके कजिन ने भी इसमें काफी योगदान दिया है। द उसोस भी WWE का हिस्सा है। उन्होंने भी कंपनी में अपना काफी नाम बनाया है। हाल ही में रोमन रेंस के भाई रोसे का निधन हो गया था। इसके अलावा उनके कजिन भाई उमागा,रिकिसि, रॉक भी है। इन सब बातों से ये ही पता चलता है की सफलता उनके खून में बहती है।
FCW/NXT
साल 2010 में रोमन रेंस को WWE में साइन किया गया था। वो NXT द्वारा साइन किए गए थे। उन्हें लिकी के नाम से जाना जाता था। फ्लोरिडा में हुई चैंपियनशिप में उन्होंने भाग लिया था। पहले ही मैच में रोमन रेंस को हार का सामना करना पड़ा था। कई मैच हारने के बाद अंतिम में फाड रैकमैन के खिलाफ उन्होंने जीत हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा। FCW में भी रोमन रेंस ने कई झंड़े गाड़े है। FCW चैंपियनशिप मैच में उन्होंने लियो क्रूगर को हराया था। इसके अलावा उन्होंने ट्रिपल थ्रैट मैच में सैथ रॉलिंस, डीन एंब्रोज के साथ भी मैच लड़ा। बाद में ये तीनों फिर एक साथ आ गए। FCW टैग टीम चैंपियनशिप में भी रोमन रेंस ने सफलता हासिल की थी। उन्होंने माइक डालटन के साथ मिलकर कोरे ग्रेव्स और जैक कार्टर को हराया था। जब साल 2012 में FCW रीब्रांड होकर NXT में मिला तब उन्हें रोमन रेंस का नाम मिला। इसके बाद उनका असली करेक्टर सामने आया।
NXT में तीन मैच सिंगल लड़ने के बाद वो 2013 में शील्ड के सदस्य बन गए। इसके बाद उन्होंने कई बार सिक्स मैन टैग टीम मैच में हिस्सा लिया। जिसमें कई बार शील्ड ने जीत हासिल की।
द शील्ड और फिर उसके बाद रोमन रेंस का स्टार बनना
जिस रोमन रेंस को आज हम जानते है वो बिना शील्ड के कभी कुछ नहीं बन पाता। खुद रोमन रेंस भी ये जानते है की शील्ड नहीं होती तो वो नहीं होते। शील्ड ने आते ही धमाल मचा दिया। फैंस ने भी इसे खूब पसंद किया। एकदम से शील्ड की सफलता काफी ऊपर चले गई। सीएम पंक ने भी कहा था की शील्ड को लेकर ऑरिजिनल प्लान कुछ और था। लेकिन इसे बदलकर बाद में इसमें सैथ रॉलिंस, एंब्रोज के बाद तीसरे सदस्य के रूप में रोमन रेंस को डाला गया था। लेकिन ये रोमन रेंस के लिए वरदान साबित हुआ। शील्ड इसके बाद 2014 में टूट भी गई। लेकिन इसके बाद फिर WWE में रोमन रेंस का सिक्का चला। एक के बाद एक ऊंचाई वो छूते चले जा रहे है। सैथ रॉलिंस और डीन एंब्रोज इस समय उनके आस-पास भी नहीं है। वो इस समय WWE के सबसे बड़े ब्रांड है।