ग्रेट खली अब भारत में एक लोकप्रिय रेसलर हो गए हैं। WWE में डेब्यू करने के बाद से खली चर्चा में आएं और देश के आइकॉन बने। भारतीय मूल के थोड़े ही स्टार्स ने WWE में भाग लिया है, लेकिन खली सभी के आगे निकल कर वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन बने। खली ने अब कंपनी छोड़ दी है लेकिन और ज्यादा रेसलर्स बनाने की उम्मीद से उन्होंने अपना रेसलिंग स्कूल शुरू किया है। खली ने पहली बार भारतीय ज़मीन पर अपने लोगों के सामने रेसलिंग की और भारतीय रेसलिंग फैंस को खुश किया। मुझे इस रेसलर से बात करने का मौका मिला और कई विषयों पर हमने चर्चा की। खली ने मैंने WWE में उनके पहले फुएड के बारे में बात की जहाँ पर उन्होंने कंपनी के सबसे बड़े स्टार अंडरटेकर का समाना किया। टेकर के साथ काम करने पर खली ने अपनी प्रतिक्रिया दी। "फिउड की बुकिंग विंस मैकमैहन करते हैं। मुझे ख़ुशी है कि मेरे करियर के शुरुआत में मुझे अंडरटेकर के साथ काम करने का मौका मिला। ज्यादा लोगों को उनके साथ रेसल करने का मौका नहीं मिलता, मुझे खुशी है की मुझे मौका मिला।" आपने एक साल के करियर में ही वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन बनने पर खली ने कहा,"आप समझ सकते हैं एक रेसलर को वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन बनकर कैसा लगेगा। मेरे 35 सालों का ये सबसे ज्यादा गर्व करने वाला पल था। एक भारतीय का WWE में लड़ना बहुत बड़ी बात है। मैं तो ख़िताब जीत चूका था वो भी वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन।" खली ने इसके बाद पर्दे के पीछे विंस मैकमैहन के बारे में बात करते हुए कहा,"वें एक अच्छे आदमी है। वें कंपनी चला रहे हैं और मेहनती है। वो मेरे प्रेरणास्रोत है और WWE में मौजूद सबसे अच्छे आदमी है।" खली ने वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप जीतकर वो कर दिखाया जिसकी किसी को कल्पना नहीं थी। कइयों का मनना है कि खली ने रेसलिंग के विश्वस्तर पर भारत को पहचान दिलाई है। उन्होंने कबड्डी में भारत के भविष्य के बारे में भी बात की। "प्रो रेसलिंग में भारत का भविष्य उज्ज्वल है। प्रोफेशनल रेसलिंग का भारत में अभी अपनी जगह बनाना बाकि है। लेकिन ये तभी हो पाएगा जब लोग इसे अपनाएंगे। जब US में NFL और बेसबॉल और भारत में क्रिकेट देखते हैं तो पता चलता है ये खेल देश के लिये कितना अच्छा है। रेसलिंग को भी इसी तरह की पहचान बनानी है।" खली ने अपना रेसलिंग स्कूल, कॉन्टिनेंटल रेसलिंग एंटरटेनमेंट शुरू किया। खली ने बताया की स्कूल शुरू करने के पीछे उनका मुख्य उद्देश है युवाओं को रेसलिंग के गुण सीखना। उन्होंने कहा,"मेरा मुख्य उद्देश है युवाओं को शराब और ड्रग से दूर रखकर रेसलिंग की ओर आकर्षित करना।" उन्होंने कहा,"मैं उन्हें खेल से जोड़ना चाहता हूँ ताकि भारत और ज्यादा खली पैदा कर सके।" तो क्या आप खुश हैं अपने करियर में इतना कुछ हासिल करके ? "आपको ऐसा कभी नहीं लगना चाहिए की आपने सबकुछ हासिल कर लिया है। आपके दिल को कहना चाहिए की और करो। लेकिन सभी को अपने पास जितना है उसमे खुश होना चाहिए। इसलिए मुझे जितना मिला है उसमें मैं संतुष्ट हूँ।" हाल ही में हुए दो दिन की इवेंट ने दर्शकों में ख़ुशी की लहर दौड़ा दी। इससे लोकल रेसलर्स को अंतराष्ट्रीय रेसलर्स के साथ काम करने का बढ़िया मंच मिला है। खली ने कहा,"लोकल रेसलर्स के लिए ये सुनहरा मौका है।" "उनके पास परफॉर्म करने का अच्छा मंच है वो भी कई विश्वस्तरीय रेसलर्स के साथ। इवेंट में 30 लोकल रेसलर्स ने सीजनल रेसलर्स के साथ मुकाबला किया। और मैं इन लोकल युवाओं को ऐसा ही मौका देना चाहता था। मैं इन्हें बढ़ता हुआ देखना चाहता हूँ।" खली ने अपने सेहत के बारे में भी जानकारी दी, खासकर अपने सर्जरी के बारे में। खली ने इस खेल में लगने वाली चोटों के बारे में बात करते हुए कहा," इस खेल में तो चोट लगती रहती है। इसके पहले भी मैं कई बार चोटिल हो चूका हूँ। लेकिन कहते हैं न मर्द को दर्द नहीं होता। अभी मैं ठीक हूँ।" क्या अंतराष्ट्रीय रेसलर्स भारत आएंगे ? तो खली ने कहा,"मैं चाहता हूँ की वें भारत आएं। इसपर मैंने ज्यादा बात नहीं कि है लेकिन अगर ऐसा हुआ तो युवाओं को सीखने का भरपूर मौका मिलेगा। "अगर युवाओं को लगता है कि उनमें कबिलियत है तो मैं उन्हें मौके दिलाना चाहता हूँ। मैं चाहता हूँ कि ज्यादा से ज्यादा युवा इस खेल से जुड़े और ड्रग और शराब के सेवन से दूर रहे। मैं उन्हें गलत रस्ते पर जाते हुए नहीं देखना चाहता। अगर उन्हें लगता है की इस खेल में उनका भविष्य है तो उन्हें आगे बढ़ना चाहिए। "अगर वें इसमें अपना भविष्य नहीं देखते तो समय बरबाद नहीं करना चाहिए। इसमें वें गलत दिशा की ओर बढ़ जाते हैं।" युवा रेसलर्स और अपने चाहनेवालों ले लिए खली ने एक सन्देश दिया," जिन्हें प्रोफेशनल रेसलिंग सीखनी है वें पंजाब में आएं। आप CWE में आइये। कोई फर्क नहीं पड़ता आप पुरुष है या महिला। हम सभी को ट्रेनिंग देंगे।" "हम प्रतिभाशाली रेसलर्स को बहुत मौके देते हैं। आप बाहर जाना चाहेंगे तो भी आपको मौका मिलेगा। लेकिन अगर आपको भारत में सीखना है तो पंजाब आइये और हमारे साथ सीखिये।" "बाकी युवाओं से मैं कहूँगा की आप खेल से जुड़िये, कोई भी खेल से आप जुड़ सकते हैं। गलत चीज़ों से दूर रहिए और देश का गौरव बढ़ाइए।" लेखक: अखिलेश गन्नावरपु, अनुवादक: सूर्यकान्त त्रिपाठी