आखिरकर रोमन रेंस और सैथ रोलिन्स के बीच मुक़ाबला 19 जून को मनी इन द बैंक में देखने को मिलेगा। पिछली दोनों बार जब यह दोनों सुपरस्टार्स आमने सामने होने वाले थे, तो किस्मत ने अपना खेल दिखाया और उन दोनों में से कोई न कोई चोटिल हो ही गया। सबसे पहले रोमन रेंस नाइट ऑफ चैम्पियंस में रोलिन्स से भिड़ने से एक रात पहले उन्हें अपनी हर्निया की सर्जरी करानी पड़ी। उसके बाद उस इवेंट के लिए डीन एम्ब्रोस और सैथ रोलिन्स का मैच रख दिया गया, इस मैच को एम्ब्रोज़ के बदले के तौर पर भी देखा गया। पिछले साल सर्वाइवर सीरीज़ में रेंस से लड़ने से दो हफ्ते पहले ही वो अपने ACL तुड़वा बैठे, इस मैच से सबको काफी उम्मीदे थी, क्योंकि दांव पर WWE चैंपियनशिप थी। रेंस उस रात सरवाइवर सीरीज़ में WWE चैम्पियन बने, लेकिन उसी रात वो शेमस के हाथों हार गए और अपनी चैंपियनशिप गवां बैठे। जैसे कि अब दोनों सुपरस्टार्स फिट हैं और दोनों लड़ने को तैयार भी है। WWE ने रोलिन्स को चैंपियनशिप मैच में उतारा है, जिसे वो कभी हारे ही नहीं थे। शील्ड के टूटने के बाद से ही इन दोनों का मनमुटाव अभी भी खत्म नहीं हुआ हैं। इन दोनों की की दुश्मनी भी काफी पुरानी हैं। यह बात तो सब जानते ही हैं कि यह दोनों शील्ड के मेंबर्स भी थे और दोनों ने साथ में मिलकर सबकी काफी धुनाई की हैं। लेकिन हम सब यह भी जानते हैं कि कैसे रोलिन्स ने रैस्लमेनिया 31 में अपना मनी इन द बैंक कैश इन करकर, रेंस का चैम्पियन बनने का सपना तोड़ा था। अब इन दोनों की लड़ाई एक अलग लेवल पर पहुँच गई हैं और यह दोनों ही सुपरस्टार इस स्टोरीलाइन में अपनी पूरी जान फूँक देंगे। जैसे कि सब जानते ही हैं, यह दोनों शील्ड के टाइम पर टैग टीम चैम्पियनस भी रहे हैं। शील्ड के यह तीनों मेंबर्स एक साथ रिंग में होंगे, अगले हफ्ते रॉ में डीन एम्ब्रोज़ के एम्ब्रोज़ असाइलम में। यह वो ही मौका होगा, जब कुछ गड़े मुर्दे उखड़ेंगे और कुछ पुरानी दुश्मनी सामने आएंगी। अगले हफ्ते इन तीनों को साथ में देखना, फैंस के साथ सबके लिए काफी रोचक होगा और WWE को यह मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। ऐसा मौका बार-बार नहीं आता। जिस मैच का इंतज़ार दो साल से है,वो आखिरकार अगले रविवार को लॉस वेगास में देखने को मिलेगा। इस मैच में काफी कुछ दांव पर होगा। जिस तरह से इस दुशमनी को बढ़ाना चाहिए, WWE ठीक उसी दिशा में आगे बढ़ रहा हैं। इस मुक़ाबले से सबको काफी उम्मीदे हैं। यह अच्छा ही हुआ कि यह मैच इतने समय तक टलता रहा। लेखक- सारा हिर्शिच , अनुवादक- मयंक महता