वो कहते हैं ना समय का कांटा किसी के लिए नहीं रुकता, WWE समय के साथ खुद में सुधार करती रही है और इसीलिए वो दुनिया की सबसे बड़ी रैसलिंग ब्रांड है।
एक समय आया जब WCW(वर्ल्ड चैंपियनशिप रैसलिंग) विंस मैकमैहन के लिए बहुत बड़ा ख़तरा बनकर रैसलिंग मार्केट में उतरी। हम पहले भी बता चुके हैं कि समय का काँटा किसी के लिए नहीं रुकता, WCW को लगातार घाटा हो रहा था और मिस्टर मैकमैहन ने बिना देरी किए WCW के अधिकतर शेयर खरीद लिए।
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फिलहाल AEW नाम की रैसलिंग कंपनी मैकमैहन परिवार के लिए बहुत बड़ी मुसीबत बनी हुई है। इस ख़तरे को भापने के बाद भी WWE खुद में सुधार करने को राजी नहीं है। सुपरस्टार्स रणनीतियों से खुश नहीं हैं और यहीं कारण है कि वो WWE छोड़ने की मांग उठा रहे हैं। यहाँ हम चर्चा करने वाले हैं ऐसे मौजूदा WWE सुपरस्टार्स पर जो WWE की ख़राब रणनीतियों का शिकार हैं और उन्हें जल्द से जल्द कंपनी छोड़ देनी चाहिए।
3) चैड गेबल
फिलहाल पूरे WWE रोस्टर में सबसे टैलेंटेड सुपरस्टार्स में से एक चैड गेबल ने एमेच्योर रैसलिंग से प्रोफेशनल रैसलिंग में 2013 में कदम रखा था। निजी तौर पर मैं उन्हें आज के दौर का कर्ट एंगल कहने में बिल्कुल भी नहीं गलत नहीं होगा।
दोनों ओलंपिक में भाग ले चुके हैं, दोनों का रैसलिंग स्टाइल करीब-करीब एक समान है और जर्मन सुपलेक्स तो वाकई में एक लाजवाब मूव है। कर्ट एंगल भी इस मूव का नियमित रूप से प्रयोग करते आए हैं और अब चैड गेबाल भी उसी राह पर चल पड़े हैं।
ख़राब रणनीति की बात करे तो इस 33 वर्षीय सुपरस्टार ने अपना आख़िरी WWE मैच 15 अप्रैल की रॉ में लड़ा था। अन्य दुखद बात यह है कि उन्होंने आखिरी बार WWE रिंग में रॉयल रम्बल में लड़े गए टैग टीम मैच में जीत दर्ज की थी। रॉयल रम्बल के बाद गेबल को लगातार आठ मैचों से हार का ही मुंह देखना पड़ रहा है।
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2) डैना ब्रूक
असल में डैना ब्रूक का रैसलिंग में आने का पहले कोई प्लान नहीं था मगर वो एक से अधिक प्रतिभाओं की धनी हैं, इसलिए वो रैसलिंग से भी खुद को दूर नहीं रख पाईं। उन्होंने 2013 में WWE की डेवलपमेंट ब्रांड NXT के साथ डील साइन की।
WWE में आने से पहले आपको बता दें कि वो जिम्नास्ट हुआ करती थीं, लेकिन लगातार चोटों से घिरे रहने के कारण उन्हें जिम्नास्टिक्स छोड़नी पड़ी। अन्य खास बात तो यह है कि वो IFBB(इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ बॉडीबिल्डिंग एंड फिटनेस) से मान्यता प्राप्त बॉडीबिल्डर रही हैं।
रैसलिंग में आने के बाद उन्हें कोई खास सफलता हासिल नहीं हुई, या फिर यूं कहे कि मौके ना मिलने के कारण उन्हें खुद को साबित करने का कभी अवसर ही नहीं मिला। फिलहाल उन्हें मैच तो मिल रहे हैं लेकिन वो टॉप पर पहुँचेंगी या नहीं, इस बात की कोई गारंटी नहीं है। गारंटी तब होगी जब उन्हें किसी अच्छी स्टोरीलाइन का हिस्सा बनाया जाएगा।
1)असुका
विमेंस डिवीज़न में जिस एथलीट को प्रतिभा के अनुसार मौके नहीं मिल पा रहे हैं, उनमें सबसे पहला नाम असुका का ही है। उन्होंने कई बार साबित किया है कि वो रिंग में क्या करने का सामर्थ्य रखती हैं। उनके साथ नाइंसाफी का हालिया उदाहरण यह रहा कि रैसलमेनिया से तुरंत पहले स्मैकडाउन विमेंस चैंपियनशिप शार्लेट के हाथों में थमा दी गई थी।
टाइटल तो गया ही, साथ ही उन्हें रैसलमेनिया मेन शो में भी जगह नहीं दी गई। यह सब होने के बाद उन्हें कायरी सेन के साथ टीम बनाने पर मजबूर किया गया, कायरी सेन भी वन-ऑन-वन मैचों की स्पेशलिस्ट मानी जाती हैं।
टैग टीम बनने के बाद ऐसा लगने लगा था कि वो WWE विमेंस टैग टीम टाइटल का रुख कर रही हैं। दोनों अच्छा प्रदर्शन भी का रही थीं लेकिन फिर से वहीं बकवास रणनीति और अब इस कंपनी में उनका भविष्य क्या है, कोई नहीं जानता।