इसके नाम पर मत जाइए। ये बिल्कुल भी स्वीट नहीं है। हज़ारों ऐसे रैसलर्स आए जिन्होंने हाई फ्लाइंग मूव्स किए, तो किसी ने फाइट की, किसी ने लैडर को अपना हथियार बनाया। इन सबमें मिक फोली जैसा कोई ना था। शायद ही ऐसी कोई स्थिति थी, और मैच था जिसका वो हिस्सा ना बने हो, और उनकी प्यारी बार्बी का इस्तेमाल ना हुआ हो। हालांकि वो हमेशा ही इससे पिटते ही नज़र आये है, लेकिन जिस किस्म के लैजेंड वो है, ये कहना आसान होगा कि उन्हें शायद कोई फर्क भी नहीं पड़ता। लेखक: रणजीत रवीन्द्रन,अनुवादक: अमित शुक्ला
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